Sunday, June 24, 2012

बच्चा चोर गिरोह की अफवाह में पिट रहे पागल महिला-पुरुष


फारबिसगंज (अररिया) : नेपाल से सटे अररिया जिला के सीमावर्ती फारबिसगंज, नरपतगंज, भरगामा प्रखंडों में इन दिनों बच्चा चोर गिरोह का जबर्दस्त अफवाह फैला हुआ है।
जिला से सटे सुपौल जिला के छातापुर, भीमपुर, त्रिवेणीगंज, वीरपुर आदि क्षेत्रों में भी यही स्थिति है। स्थिति यह है कि इन ग्रामीण इलाकों में बच्चा चोर गिरोह के भय से लोग रतजगा कर रहे हैं। इन क्षेत्रों में बच्चा चोरी करने के शक पर अनजान और मंदबुद्धि अथवा पागल महिला पुरुषों की लोगों द्वारा पिटायी भी की जा रही है। साथ लोगों द्वारा ऐसे महिला-पुरुषों को थानों तक भी पहुंचाया जा रहा है। बाद में पुलिस की छानबीन से पता चलाकि बच्चा चोरी के आरोप में महिला-पुरुषों को बेवजह पीटा जा रहा है। पुलिस की जांच से यह बात स्पष्ट हो चुका है कि बच्चा चोर गिरोह के आतंक का महज अफवाह फैला हुआ है। अफवाह तो यह भी है कि 20-25 की संख्या में अज्ञात लोग रात के अंधेरे में टार्च जलाकर चलते हैं। फारबिसगंज एसडीपीओ विकास कुमार बताते हैं कि यह महज अफवाह और झूठी बात है। अभी तक किसी भी थाने में कथित बच्चा चोर गिरोह द्वारा किसी बच्चा के चोरी करने की रिपोर्ट दर्ज नहीं करायी गयी है। उन्होंने कहा कि बच्चा चोरी के आरोप में जो भी महिला-पुरुष पिटे हैं वे सभी निर्दोष थे। वे पागल अथवा मंदबुद्धि या फिर शराबी रहे हैं। श्री कुमार ने कहा कि पड़ोसी जिला के क्षेत्रों में यहां से अधिक अफवाह फैली हुयी है। उन्होंने लोगों से अफवाह पर ध्यान नहीं देने, भयभीत नहीं होने की अपील की।
पिछले करीब एक माह के दौरान भरगामा में दो लोगों की पिटायी कर थाना पहुंचा दिया गया। फारबिसगंज में एक बुढ़ी महिला की एक सप्ताह पूर्व टीवीएस शो-रूम के समीप जमकर पिटायी की गयी जिससे वह जख्मी हो गयी। टाइगर मोबाइल के जवान द्वारा महिला को छुड़ाकर अस्पताल पहुंचाया गया। तीन दिन पूर्व ही फारबिसगंज में बाजार समिति के समीप नशे में धुत चाचा-भतीजा को लोगों ने शक के आधार पर पकड़ लिया और मझुआ के रहने वाले उस चाचा की बच्चा चोरी कर ले जाने के आरोप में जमकर पिटाई भी कर दी गयी। जबकि वह कहता रहा कि वह बाजार समिति में मकई बेचने आया था। जबकि लोगों की पिटायी से जख्मी हुयी बुढ़ी महिला तथा भरगामा का दोनों व्यक्ति पागल थे। जिसकी पुष्टि पुलिस भी करती है। बताया जाता है कि निजी विद्यालय के छात्रावास में रहने वाले कुछ बच्चों को भी परिजन इसी अफवाह क कारण वापस घर लेकर चले गये। पिछड़े इलाकों में इस प्रकार की अफवाह अधिक है। 20-25 की झुंड में रातों में अज्ञात लोगों के चलने की अफवाह से ग्रामीण डरे सहमे रहते हैं और रातजगा कर रहें हैं। एसडीपीओ श्री कुमार ने कहा कि ये महज अफवाह है बावजूद लोगों के भय को दूर करने के लिए सीमावर्ती थानों को विशेष चौकसी का निर्देश दिया गया है।

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