Wednesday, February 15, 2012

25 हजार छात्राएं पहली बार पहनेंगी मुख्यमंत्री पोशाक


अररिया : बिहार राज्य के 100 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में सरकार द्वारा चालू की गई बिहार शताब्दी मुख्यमंत्री बालिका पोशाक योजना का लाभ इस वर्ष जिले में नामांकित 25 हजार छात्राओं को पहली बार मिलेगा। वैसे स्कूल व कालेज के छात्राओं को भी पोशाक राशि दी जायेगी जो पहले वित्तरहित थे और जहां इस वक्त नौवीं से 12वीं तक की पढ़ाई हो रही है।
सरकार के इस कदम के बाद अब प्राथमिक स्तर की स्कूली बच्चियां ही पोशाक में नजर नही आयेंगी बल्कि माध्यमिक शिक्षा ग्रहण करने वाली छात्राएं भी मुख्यमंत्री पोशाक पहनकर स्कूल जायेंगी।
पहली बार चालू हो रही इस योजना मद में इस जिला को दो किस्त में कुल 2 करोड़ 44 लाख रुपया का आवंटन प्राप्त हो गया है। सरकार की मंशा साफ है कि महिला साक्षरता दर को बढ़ाना है। इसके लिए शिक्षा विभाग ने प्राथमिक शिक्षा के स्तर से ही पोशाक योजना चालू कर महिला साक्षरता को बढ़ावा देने का काम शुरू कर दिया है।
इधर, बिहार शताब्दी मुख्यमंत्री बालिका पोशाक योजना मद में प्राप्त राशि को जिला कार्यक्रम पदाधिकारी योजना एवं लेखा ने जिले के सभी बालिका उवि, प्रोजेक्ट उवि, संस्कृत उच्च विद्यालय, अल्पसंख्यक उच्च विद्यालय व मदरसा को उप आवंटित कर दिया है। योजना के तहत प्रत्येक छात्रा को एक हजार की राशि दी जायेगी।
किस वर्ग की कितनी छात्राओं को मिलेगा लाभ:- शिक्षा विभाग को जिला से 25571 छात्राओं के लिए पोशाक राशि का प्रस्ताव भेजा गया था। जिसके आलोक में विभाग ने 24406 छात्राओं के लिए एक हजार की दर से कुल 2.44 करोड़ राशि भेजा है। आवंटन के मुताबिक इस योजना का लाभ वर्ग नवम में 9541, दशम के 8744, ग्यारहवीं को मिलेगा।
शिविर आयोजित कर बंटेगी राशि:- मुख्यमंत्री पोशाक योजना की राशि शिविर आयोजित कर वितरण करने का निर्देश विभाग ने दिया है। आवंटन पत्र में ही विभाग ने स्पष्ट किया है कि राशि निकासी की जिम्मेदारी डीडीओ की होगी। साथ हीं छात्राओं को एक हजार रुपया देने के बाद उससे पोशाक क्रय करने का वाउचर प्राप्त करना है। यही नही छात्राओं को पोशाक राशि देने से पूर्व छात्रा व उसके माता-पिता, स्कूल के प्राचार्य को पूर्व में पोशाक योजना का लाभ नही लेने संबंधी घोषणा पत्र देना अनिवार्य है।
क्या कहते हैं अधिकारी:- इस संबंध में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी लेखा एवं योजना बसंत कुमार ने बताया कि इससे बालिका शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि अब प्राथमिक शिक्षा ग्रहण करने के बाद पढ़ाई छोड़ने वाली छात्राओं का झुकाव माध्यमिक शिक्षा की ओर बढ़ेगा। श्री कुमार ने बताया कि पोषाक राशि वितरण में गड़बड़ी करने वाले को बख्शा नही जायेगा।

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