भरगामा (अररिया) : लगातार बढ़ते अवैध अतिक्रमण के कारण प्रखंड के राजस्व वाली हाटों का अस्तित्व समाप्ति के कगार पर पहुंच गया है। इस अतिक्रमण के कारण हाट सिमट कर रह गया है जिस कारण हाट के दिन सड़क पर जाम की स्थिति बनी रहती है। लिहाजा आम लोगों को परिचालन में भी काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है।
यहां बताते चलें कि भरगामा प्रखंड के सरकारी राजस्व वाली हाटों में खजुरी, महथावा, वीरनगर, मंगलवार-चरैया के साथ भरगामा आदि से सरकार को राजस्व के रूप में एक बड़ी रकम उपलब्ध होती है। किंतु पिछले कुछ वर्षो से जारी अवैध अतिक्रमण की समस्या ने न सिर्फ उक्त हाटें की रौनक छीन लिया है, बल्कि स्थानाभाव के कारण व्यवसाइयों का आगमन भी हाट में कम हो गया है, जिसकारण समुचित राजस्व की वसूली भी संभव नहीं हो पाती है। हाट के अनुबंध धारकों का कहना है कि इस अवैध अतिक्रमण की समस्या को लेकर लगातार शिकायत स्थानीय प्रशासन के साथ अनुमंडल व जिला प्रशासन से भी की गई,किंतु लगातार शिकायत के बाद भी कार्रवाई शून्य व स्थिति यथावत बनी हुई है। फिलवक्त स्थिति यह है कि हाटों के संकीर्णता के कारण किसी भी छोटे-बड़े वाहन के परिचालन में भी काफी कठिनाई होती है तथा किसी अनहोनी या दुर्घटना की आशंका भी प्रबल रूप में बनी रहती है।
0 comments:
Post a Comment