कुसियारगांव (अररिया) : नवजात मृत्यु दर घटाने के लिए सदर अस्पताल अररिया में लाखों की लागत से गहन चिकित्सा कक्ष (आइसीयू) लगाया गया लेकिन संबंधित विभाग की लापरवाही के कारण महीनों से एक या दो मशीन सभी खराब पड़े है जो कुछ चालू भी है तो उसके सारे फंसन खराब पड़े हैं, जो अब मात्र शोभा का वस्तु बनकर रह गया है। सभी का सभी एक-एक कर खराब हो चुका है और आम लोगों को भारी कठिनाई से गुजरना पड़ रहा है।
इस संबंध में अस्पताल प्रबंधक विकास कुमार आनंद से पूछे जाने पर बताते है कि अब सारी मशीन को दुरूस्त कर लिया जायेगा इसके लिए बात चल रही है। कुछ एयर कंडिशन बनाया गया है। वहीं कई नवजात के परिजनों के परिजनों ने बताया कि यह सेवा सिर्फ दिखाबा है जो अस्पताल पहुंचे गरीब परिवारों के लिए नही अस्पताल द्वारा असुरक्षित कक्ष में नवजात को आक्सीजन सिलिंडर द्वारा बच्चे को आक्सीजन दिया जाता है। अगर कभी कगार बच्चे को रखा भी जाता। चलाने के लिए नर्स के बदले ममता रहती है। वहीं बिजली रहने पर चलता जनरेटर सुविधा नही है जिससे भारी कठिनाई से गुजरना पड़ता है। वहीं प्रभारी डीएस सह आइसीयू प्रभारी एंव शिशु रोग विशेषज्ञ डा. सत्यवर्द्धन बताते है कि आइसीयू शौचालय के बगल में है जिसका गंदा पानी आइसीयू के गेट तक रहता जो सुरक्षित स्थान पर नही है। इससे संक्रमण रोग नवजात को हो सकते है। अस्पताल की आइसीयू बाहर के आइसीयू से कई मामले में कारगर है प्रबंधन की कमी के कारण मशीन ठीक नही होना, बिजली रहते कक्ष में बिजली की आपूर्ति नही होती, नर्स के बदले ममता को रखा गया है। कई बार आपत्ति करने पर भी ध्यान नही दिया जाता, जबकि इसके लिए नर्स को ट्रेनिंग दिया जा चुका है जिसका ड्यूटी मनमाने ढंग से दिया जा रहा है। सरकारी रजिस्टर के मुताबिक 1.7.10 से 31.12.10 तक 228 नवजात को रखा गया, चालू वर्ष में 623 नवजात 26.10.11 तक आइसीयू में रखा गया है।
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