रानीगंज (अररिया) : सड़कों पर दौड़ती बेलगाम मोटर गाड़ी नही कर रही वाहन-चालन अधिनियमों का पालन। जिस कारण न सिर्फ पैदल राहगीरों पर खतरा बना रहता है बल्कि आये दिन हो रही सड़क दुर्घटना में लोगों की जाने भी जा रही है। चौड़ी और सपाट सड़कों के बनते हीं उन पर चलने वाले वाहनों की रफ्तार काफी तेज हो गयी है। चार पहिया हल्के व भारी वाहनों की कौन कहे दो पहिया वाहन भी बेलगाम दौड़ रही है। प्रशासन द्वारा सख्ती नहीं बरतने के कारण वाहन चालक मोटर वाहन अधिनियमों की धच्जियां उड़ा रहे हैं। रानीगंज से गुजरने वाली राच्य उच्च पथ संख्या 76 एवं 77 जो क्रमश: अररिया से सुपौल तथा कुरसेला से फारबिसगंज को जाती है उन पर प्राय: प्रतिदिन काई न कोई दुर्घटना होती है। इन अधिकांश दुर्घटनाओं में देखा गया है कि लापरवाही से मोटर वाहन अधिनियमों की अनदेखी की गयी है। सड़कों पर दौड़ने वाली अधिकांश दो पहिया वाहन चालक हेलमेट विहीन होते हैं। यही नही 12-16 वर्ष आयु के बच्चे भी वेरोक-टोक वाहनों का चालन करते हैं जो निजी हीं नहीं भाड़े की भी वाहन होती है। दोपहिया वाहनों पर तीन सवार होना तो आम बात है जो मोटर अधिनियमों को खुली चुनौती देते हैं। सड़कों पर यात्रियों को भेड़ बकरियों की तरह लादे तीन पहिया वाहन (टेंपू) जब सड़क पर सरपट दौड़ती है तो देखने वाले भी उर जाते है। रानीगंज के मुख्य चौराहे काली मंदिर के चौराहे के दोनों ओर सड़कों पर कालावलुआ, डुमरिया, जगता, भरगामा आदि की ओर जाने वाली टेंपू के जमावड़ा से वहां हमेशा जाम की स्थिति बनी रहती है। अपूष्ट खबरों पर विश्वास किया जाय तो 15 से 20 प्रतिशत वाहन चालकों को छोड़ किसी चालक के पास मोटर-चालन अनुज्ञप्ति नहीं रहती है। इन संबंधों पर जिला परिवहन पदा. सदन लाल जमादार ने बताया कि स्थानीय पुलिस प्रशासन की मदद से उन वाहनों एवं वाहन चालकों पर अंकुश लगाने की रणनीति तैयार की जा रही है।
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