Saturday, January 1, 2011

केरोसिन की कालाबाजारी धड़ल्ले से

फारबिसगंज (अररिया) : विभागीय उदासीनता के कारण गरीबों के घरों को रोशनी करने वाला किरासन तेल धड़ल्ले से कालाबाजारी में बेची जा रही है। वहीं गरीब अपने घरों में उजाला करने के लिए 30-35 रुपये लीटर किरासन तेल कालाबाजारी से खरीदने को विवश हैं।
जानकारों की माने तो फारबिसगंज अनुमंडल क्षेत्र में किरासन तेल की कालाबाजारी धड़ल्ले से की जा रही है। यही नहीं किरासन तेल का उपयोग जेनरेटर व पंप सेट चलाने में किए जाने से बाजार में इसकी मांग भी बढ़ गयी है। सूत्र यह भी बताते हैं कि अनुमंडल मुख्यालय में कई ऐसे स्थान हैं जहां गुप्त रूप से कालाबाजारी का किरासन एकत्रित किया जाता है और उसे बाद में पड़ोसी देश नेपाल भेज दिया जाता है। प्रशासनिक उदासीनता के कारण एक तरफ गरीब ऊंची कीमत पर किरासन खरीदने को विवश हैं वहीं कालाबाजारी के धंधे से जुड़े लोग मालामाल हो रहे हैं।

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