Saturday, January 1, 2011
झमाझम बारिश से खिले किसानों के चेहरे
अररिया : शुक्रवार की रात यानी वर्ष 2010 की अंतिम रात 12 बजते ही जहां लोग नये वर्ष 2011 के स्वागत के लिए पटाखे छोड़े वहीं भगवान इंद्र ने भी अपनी खुशी का इजहार बारिश कर के किया। 21वीं सदी के पहले दशक का अंत और दूसरे दशक की शुरूआत पर आम लोग सराबोर थे। बच्चे-बूढ़े सभी खुश दिख रहे थे। लेकिन पूरे देश के लोगों को खुशी देने वाला किसान वर्ष 2011 के शुरूआती घंटों में ही काफी खुश दिख रहे हैं। रात बारह बजे के बाद ज्यों ही झमाझम बारिश होनी शुरू हुई मानों किसानों के चेहरे खिलखिला उठे। महंगाई के कारण भाड़ा पर पंपसेट, होण्डा मशीन से फसलों में पानी पटाने में समस्या उत्पन्न हो रही है। लेकिन वर्तमान समय में खेत में लगे गेहूं, सरसो, तोड़ी, आलू, चना आदि के फसल को इस बारिश से काफी राहत मिली है। सिर्फ इसी का नतीजा है कि 2011 के प्रथम हीं दिन जिले के किसानों ने भगवान इंद्र को कुछ यूं गाड तूसी ग्रेट हो कहकर धन्यवाद दिया। अररिया बस्ती के किसान मनोधर झा, बांसबाड़ी के मो. अख्तर, घाट टोला के मो. रऊफ खरैया बस्ती के शिवानंद यादव, कुलानंद यादव आदि ने बताया कि यह झमाझम बारिश फसल के लिए सोने पे सुहागा साबित हुआ है।
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