Saturday, January 1, 2011

विकास की रोशनी से कोसों दूर कोल्हुवा गांव

कुर्साकाटा(अररिया) : कुर्साकाटा प्रखंड के एक तिहाई पंचायत आजादी के छह दशक पश्चात भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। खासकर प्रखंड के कमलदाहा पंचायत के कोल्हुआ गांव आज भी विकास की रोशनी से कोसो दूर है। यहां की आधी से अधिक आबादी गरीबी रेखा से नीचे गुजर बसर करती है। आज तक इस गांव के लोगों को अंधेरे में बल्ब की रोशनी और तपती गर्मी में पंखे की हवा नसीब नहीं हो सका। पगडंडियों एवं गढ्डेनुमा कच्ची सड़क ही मिल सका है वह भी बरसात के समय कीचड़मय हो जाता है। कुर्साकाटा सिकटी प्रखंड के बीच यह कोल्हुआ गांव सदा से उपेक्षा का शिकार बना रहा। गांव के शिक्षित युवा अरूण झा ने बताया कि प्रखंड मुख्यालय से सुदूर ग्रामीण क्षेत्र होने के कारण इस गांव तक न तो जनप्रतिनिधि और न ही पदाधिकारी कभी पहुंचते है। सरकार की कल्याणकारी योजना से इस गांव के लोग हमेशा से वंचित रहते आये है। इस गांव तक पहुंचने के लिए पैदल ही जाना उपयुक्त मानते है। क्योंकि वाहन से यहां पहुंचना खतरा से खाली नहीं है। गांव के ही भवानंद झा, चतुरानंद मिश्र, बुच्चन झा, वरूण झा, जयबोध झा आदि की मानें तो चुनाव के दौरान कई जनप्रतिनिधि आश्वासनों की पोटली लेकर अवश्य आते है। परंतु काम निकल जाने के बाद भूल जाते है। यहां के लोगों की अधिकांश आबादी कृषि पर आधारित होने के कारण यहां के किसानों को कोई सरकारी सुविधा प्राप्त नहीं हो सका है।

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