Saturday, January 1, 2011

शिक्षक नियोजन: सत्यापन नहीं कराने का जिम्मेदार कौन?

अररिया : मानव संसाधन विकास विभाग द्वारा द्वितीय चरण के दूसरे चरण का शिक्षक नियोजन के संदर्भ में जारी किये गये हालिया आदेश के बाद शिक्षा विभाग के जिलास्तरीय अधिकारी सवालों के घेरे में आने लगे हैं। अभ्यर्थियों के साथ-साथ नियोजन समिति के अध्यक्ष, सचिव व सदस्यों द्वारा भी कागजात सत्यापन नहीं कराने का जिम्मेवार शिक्षा विभाग के अधिकारी को ही मान रहे हैं। जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय सूत्रों की माने तो 101 पंचायतों के अभ्यर्थियों का कागजात सत्यापित होकर विभाग से प्राप्त हुआ है कि एक भी उर्दू अभ्यर्थियों के कागजातों का सत्यापन रिपोर्ट नहीं आया, जिस कारण रोज डीएसई कार्यालय में हंगामा हो रहा है। विभागीय सूत्रों के अनुसार कागजातों के सत्यापन का जिम्मा संबंधित बीईओ को था। लेकिन बताया जाता है कि किसी बीईओ ने कागजात सत्यापन कराने में अपन दिलचस्पी नहीं दिखाई। उल्टे नये निर्देश आने के बाद नियोजन कार्य स्थगित करने का निर्णय लिया गया। जिस कारण सैकड़ों अभ्यर्थियों को निराशा हाथ लगी और दो हजार युवक रोजगार से वंचित हो गये। विभाग के नये निर्देश से स्थानीय शिक्षा विभाग के अधिकारियों की कलई खुलकर सामने आयी है। हर तरफ एक ही सवाल उठ रहा है कि आखिर कागजात सत्यापन नहीं कराने का जिम्मेदार कौन?

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