अररिया/कुसियारगांव जाटी: सदर अस्पताल अररिया में शुक्रवार को रजोखर निवासी बीबी तरन्नुम ने अपने दूसरे बच्चे को जन्म दिया। नवजात शिशु एक बच्ची थी और उसे सिर ही नहीं था। वह आधा घंटा तक जीवित रही। तमाम प्रयास के बावजूद उसे बचाया नहीं जा सका।
इस दौरान वह अस्पताल में उपस्थित लोगों के लिए कौतूहल बना रहा। जहां जिसे यह खबर मिली वैसे ही वे बच्ची को देखने के लिए उमड़ पड़ी। बच्ची के गले के ऊपर ही मुंह और आंखें थी। बच्ची का वजन करीब दो किलो बताया था। डयूटी पर तैनात चिकित्सक डा.एसके सिंह ने बताया कि इस तरह बच्ची का जन्म जन्मजात विकृति से होता है,जिसे एनेनकेफली भी कहा जाता है। इसीलिए किसी गर्भवती महिला को तीन माह के बाद से अल्ट्रासाउंड कराते रहना चाहिए ताकि गर्भस्थ बच्चे का सही विकास पर नजर बनी रहे
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