Wednesday, December 29, 2010

नहीं सुधर रही पुलिस की कार्यशैली

अररिया (Bihar) : पुलिस की कार्यशैली में सुधार के लिए सरकार नित नये कानून बना रही है बावजूद उसकी मानसिकता में सुधार होता नहीं दिख रहा है। सिमराहा थाना क्षेत्र की एक घटना का उदाहरण लें। भूमि विवाद एक मामले में एक ही दिन दो प्राथमिकी दर्ज की गई। लेकिन मनमानी के कारण एक पक्ष का मामला दो दिन बाद ही कोर्ट भेज दिया गया जबकि दूसरा 22 दिन बाद भी न्यायालय नहीं पहुंच पाया।
बंगाली टोला में गत 2 दिसंबर को भूमि विवाद में दो पक्षों के बीच जमकर मारपीट हुई। इस घटना में नारायण चौहान एवं उनके दो तीन अन्य सहयोगियों को गांव के ही कुछ लोगों ने फरसा से मारकर बुरी तरह जख्मी कर दिया। जख्मी हालत में उन लोगों को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां पुलिस ने उनका फर्द बयान लेकर सिमराहा थाना भेज दिया। लेकिन उससे पूर्व मामूली जख्मी हुए विपक्षी गौरंगचंद्र दास के बयान पर पुलिस ने पहले प्राथमिकी दर्ज कर ली। इस मामले में जवाबी प्राथमिकी दर्ज होने के बाद भी गौरंगचंद्र दास की प्राथमिकी दो दिन के अंदर न्यायालय भेज दी गई। लेकिन श्री चौहान की प्राथमिकी 23 दिन बीत जाने के बाद भी न्यायालय नहीं भेजा जा सका है। यह विवाद सन 1982 में पुनर्वास विभाग द्वारा दी गई 44 डी. जमीन खेसरा संख्या 6819 को लेकर हुआ था। इधर, इस मामले को लेकर सिमराहा थानाध्यक्ष ने बताया कि दो दिन के अंदर प्राथमिकी की प्रति न्यायालय भेज दी जायेगी।

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