फारबिसगंज (अररिया) : इक्कीसवीं सदी में नव वर्ष की शुभकामना भी हाईटेक हो गयी है। कलम व स्केच पेन की जगह अब लोग की पेड व मोबाइल के बटन पर उंगलियों को घुमाने में मशगूल हो रहे हैं।
खास कर युवाओं का वर्ग मोबाइल से एसएमएस, ई-मेल आदि आधुनिक हाईटेक तकनीकी का सहारा लेकर अपने जानने व चाहने वालों को नये वर्ष की शुभकामना भेज रहा है। घंटों पत्र लिखना, कार्ड सजाना- साधना तथा ग्रिटिंग्स कार्ड पर बधाई भेजने का बहुप्रचलित तरीका धीरे-धीरे विलुप्त होने लगा है। इसकी जगह कम खर्च वाली ई-विधि लोकप्रिय हो रही है। सेकेंडों में संदेश भेजने का तरीका लोगों को अपनी ओर आकर्षित करने लगा है। नये वर्ष को लेकर बाजारों में सजनें वाली ग्रिटिंग्स कार्डो की दुकानों की शोभा पिछले कुछ वर्षो से फीकी पड़ती नजर आ रही है। इस व्यवसाय से जुड़े दुकानदार विशाल कुमार, अजय भगत, राहूल, प्रह्लाद आदि ने बताया कि मोबाइल तथा इंटरनेट सेवा ने ग्रिटिंग्स कार्ड के व्यवसाय को काफी हद तक प्रभावित किया है। इस व्यवसाय के फायदे तो पहले प्रतिस्पर्धा से कारण कम हुये किंतु अब इसके प्रति लोगों का रुझान ही कम हो रहा है। हालांकि अब भी युवक-युवतियों में कुछ हद तक ग्रिटिग्स का प्रचलन शेष है।
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