फारबिसगंज(अररिया) : नगर परिषद के पश्चिमी भाग स्थित वार्ड संख्या एक आज भी विकास के और अग्रसर होने के बावजूद सड़क, नाला, शुद्ध पेयजल जैसी मूलभूत सुविधाओं का घोर अभाव है। करीब बाइस सौ आबादी वाले इस वार्ड में पिछले पांच वर्षो के दौरान कई पीसीसी सड़कें, आरसीसी, पीसीसी नालों का निर्माण हुआ बावजूद इसके अब भी यह वार्ड जलनिकासी की समस्या से जूझ रहा है। कारण कुछ सड़कें एवं नालों का निर्माण नहीं हो पाया है। ऊपर से सीताधार नदी के किनारे होने के कारण हर साल यहां के लोगों की बाढ़ की समस्या से जुझना पड़ता है। वार्ड में स्थित पुराना बस पड़ाव स्थल भी वर्षो से बेकार पड़ा है। ऐतिहासिक काली पूजा मेला यहां स्थित ऐतिहासिक काली मंदिर के समीप ही लगता है। अनुसूचित जाति बहुल इस वार्ड के लोगों की अपेक्षाएं तो बहुत है किंतु इसकी पूर्ति की रफ्तार बहुत धीमी है। कारण विकास की तीव्र गति में यह पिछड़ रही है।
क्या कहते है वार्ड वासी वार्ड संख्या एक के सुनील चंद्र दास का कहना है कि उनके वार्ड की सबसे बड़ी समस्या जल निकासी की है नाले का अभाव उन्हें खलता है। वहीं अब भी उन लोगों ब्रिटिश जमाने के सड़कों पर ही चलना पड़ रहा है। रामू पासवान कहते है कि उनके निवास स्थल के समीप पीसीसी सड़क एवं नाला बन चुका है। सड़कों किनारे स्ट्रीट लाइट भी है वे विकास कार्यो से काफी हद तक खुश है। आबिद हुसैन कहते हैं हमारे वार्ड में शुद्ध जल का अभाव है। वहीं प्रत्येक वर्ष बाढ़ की आशंका सताती रहती है। जलसी मसोमात कहती है कि उनके वृद्धापेंशन नियमित मिल रहा है। व्यवस्था में पहले से काफी सुधार हुआ है। गणेश प्रसाद साह का कहना है कि उनके गली में सड़क का निर्माण तो किया गया किंतु पीडब्लू डी सड़क से उसे अब तक जोड़ा नहीं जा सका है जिससे लोगों को आवाजाही में परेशानी होती है वहीं नाले का पानी बहाव भी प्रभावित रहता है। सुभाष चौक निवासी उदय कुमार सिंह साफ साफ सफाई से थोड़ा बिफरे दिखे। कहा सफाई के अभाव में मच्छरों का आतंक उन्हें सता रहा है।
क्या कहती हैं वार्ड पार्षद वार्ड संख्या एक की महिला पार्षद पिंकी देवी कहती है कि पिछले पांच वर्षो में नगर विकास, मुख्यमंत्री योजना, जिला योजना आदि से आधा दर्जन के करीब पीसीसी सड़क, पीसीसी, आरसीसी नाले का निर्माण करवाया गया है। सामुदायिक भवन, दस चापाकल, चार बड़ा हैंडपंप, वेपर लाइट आदि लगवाया गया है। कहा कि उनके वार्ड में गरीबों की संख्या ज्यादा है इसलिए यथा संभव लोगों को 326 बीपीएल, 323 एपीएल, 92 अंत्योदय, 50 वृद्धापेंशन, विधवा पेंशन, तीन को लक्ष्मीबाई योजना का लाभ दिया गया है। कहा कि समस्या तो बहुत है किंतु प्राप्त संसाधन से जितना संभव हुआ उतना उन्होंने विकास कार्य करवाया है। कहा कि जरूरत बहुत ज्यादा है किंतु साधन सीमित मिला है। कहा साफ सफाई में भी उनका वार्ड अव्वल रहा है।