Friday, June 29, 2012

पुल के अभाव में दहशत में जी रहे हैं मिलीकवासी


भरगामा (अररिया) : खजुरी पंचायत क बीच से निकलने वाली बिलौनियां नदी पर मिलीक टोलना खजुरी के समीप पुल नहीं होने से गांव वासी परेशान है।
ग्रामीणों के मुताबिक खूनी बन चुकी नदी ने पिछले करीब पांच वर्षो में आधा दर्जन लोगों की जिंदगियां निगल ली है। गांव निवासी मो. हनीफ बताते हैं कि लगातार मांग के बाद स्थानीय प्रशासन द्वारा पिछले वर्ष नदी पर वैकल्पिक तौर पर बांस के चचरी का पुल तैयार करवा दिया गया था। जो पूरे बरसात को भी नहीं झेल पाया। बाद में जिप सदस्य के द्वारा नाव की व्यवस्था करवाई गई लेकिन नाविकों के अभाव तथा अन्य कारणों से यह व्यवस्था भी नाकाफी ही साबित हुई। यहां बताते चलें कि नदी के तटबंध पर बसे मिलीक टोले की कुल आबादी साढ़े तीन हजार की है, जिसमें अधिकांश संख्या अल्पसंख्यक, महादलित आदि की है। चूंकि नदी में पानी का बहाव लगभग सालों भर रहता है इसलिए नदी तैरकर दैनिक उपयोगी सामग्री की खरीदारी करना, या फिर चिकित्सा केंद्र आदि तक पहुंचने के लिए नदी तैरकर सफर तय करना ग्रामीणों की लाचारी सी होती है। ग्रामीणों के मुताबिक वर्ष 2007 में नाव से नदी पार करने के क्रम में नाव पलट जाने से नाव पर सवार 35 लोगों में तीन की मौत पानी में डूबने से हो गई थी। इसी तरह 2009 और 10 मिलाकर अब तक छह लोगों की मौत नदी पार करने के क्रम में हो चुकी है। ग्रामीणों में मो. कमरूद्दीन आदि बताते हैं कि पुल निर्माण की मांग प्रशासन के साथ-साथ सक्षम प्रतिनिधियों समक्ष भी कई बार रखी गयी। क्षेत्र दौरे के बीच नेता, मंत्री व अन्य प्रतिनिधियों ने भी पुल निर्माण का आश्वासन दिया। लेकिन अज्ञात कारणों से निर्माण का कार्य आज भी प्रारंभ नही हो पाया है।

तिरसूलिया घाट पर बना चचरी पुल

अररिया : आजादी के 65 वर्षों बाद भी ग्रामीण चचरी पुल को अपने आवागमन का साधन बनाकर इस्तेमाल करते हैं। बरसात आते ही ये चचरी पुल भी उनके काम नहीं आता है और तब वैसे हालत में नाव एक मात्र साधन रह जाता है। हजारों ग्रामीण प्रतिदिन बाढ़ के समय जान जोखिम में डालकर नाव का सफर करते हैं। अररिया शहर से सटे उत्तर पनार नदी पर तिरसूलिया घाट पर आजतक पुल नहीं बन सका। तिरसूलिया घाट पर अगर पुल बन जाता है तो कुर्साकांटा, सिकटी एवं पलासी प्रखंड सीधे अररिया से जुड़ जायेगा और दूरी भी कम हो जायेगी। रामपुर, कोशकीपुर, माणिकपुर, बोची, मदनपुर आदि गांव के लोग इसी रास्ते प्रतिदिन अररिया आना-जाना करते हैं। हालांकि अररिया से रामपुर तक प्रधानमंत्री सड़क बनकर तैयार है लेकिन पनार नदी पर तिरसूलिया घाट पर पुल नहीं बनने के कारण सड़क उपयोगी साबित नहीं हो रहा है। कई बार शोषित मुक्ति मोर्चा के संयोजक ललित मोहन ठाकुर, नंद मोहन मिश्र आदि ने पुल के लिए लगातार संघर्ष किया है। वहीं अररिया के सांसद एवं विधायक हमेशा ही जल्द पुल बन जाने की बात कहते हैं मगर...।

मनरेगा से बना आरसीसी पुल अधूरा



अररिया, : एक ओर जहां केंद्र प्रायोजित योजना मनरेगा से ग्रामीण विकास एवं रोजगार देने का सरकार प्रयास कर रही है। वहीं दूसरी ओर मनरेगा से जुड़े पदाधिकारी की मनमानी एवं गैर जिम्मेवारी के कारण ये योजना धरातल पर सफल होती नहीं दिख रही है। अररिया प्रखंड स्थित मदनपुर पश्चिम के वार्ड नं. 19 मुख्य सड़क के बगल में लक्ष्मी मंदिर के निकट मनरेगा से बन रहा आरसीसी पुल राशि के अभाव में अधूरा पड़ा है। पासवान एवं मंडल टोला को जोड़ने वाले इस पुल को पूर्ण नहीं किया गया तो ग्रामीणों को भारी परेशानी होगी। मदनपुर पश्चिम के क्षेत्र सं. 19 के समिति सदस्य महबूब आलम ने बताया कि मनरेगा कार्यक्रम से योजना सं. 18/2011-12 के तहत इस आरसीसी पुल को 4 लाख 42 हजार की राशि से बनाया जाना था। लेकिन पहली किस्त मात्र 75 हजार देकर इसे छोड़ दिया गया। राशि के अभाव में काम अधूरा पड़ा है। ग्रामीण प्रथम लाल, नसीब लाल, शिवानंद एवं अजीमुद्दीन ने कहा कि बरसात से पूर्व इस पुल को मुकम्मल नहीं किया गया तो भारी दिक्कत होगी। इस संबंध में पूछे जाने पर मनरेगा के पीओ दिलीप कुमार ने बताया कि अभी राशि नहीं है। राशि आते ही उपलब्ध करा दी जायेगी।

अधिवक्ताओं को पर्याप्त सुविधा का अभाव


अररिया, : अनुमंडल दंडाधिकारी, अररिया के कोर्ट कक्ष में अधिवक्ताओं को बैठने की पर्याप्त सुविधा का अभाव है, इस परिस्थिति में मुवक्किलों की भीड़ के बीच अधिवक्ताओं को भारी परेशानी उठानी पड़ती है।
इस कोर्ट के क्षेत्राधिकार में कुर्साकांटा, सिकटी, पलासी, जोकीहाट, रानीगंज समेत अररिया प्रखंड क्षेत्र है। यहां की लाखों की आबादी की सुदृढ़ विधि-व्यवस्था इस कोर्ट पर निर्भर है। जहां द. प्र.स. की धारा 107, 144, 145 समेत कई मामलों की सुनवाई होती है। इस कारण अररिया प्रखंड अनुमंडल क्षेत्र की लाखों आबादी एसडीएम कोर्ट पर नजर रखती है। वहीं यहां के वकीलों द्वारा पक्षों के प्रतिनिधित्व के लिए घंटों बैठना होता है। इसके लिए अधिवक्ता एवं मुवक्किलों की भीड़ से जहां ठेलम-ठेल की स्थिति उत्पन्न होती है। वहीं सभी अपने-अपने सुरक्षित स्थान पाने को लेकर बेताब होते है। परंतु इस कोर्ट में बैठने की सुविधा भगवान भरोसे है। इधर तारीख दर तारीख इस कोर्ट की नियति रही है। जिस कारण लोगों के घंटों प्रतिक्षारत होना पड़ता है। एक ओर मुवक्किलों की खचाखच बढ़ती भीड़ से लोग मानसिक प्रताड़ित होते हैं, वही इस ओर सार्थक व्यवस्था शून्य नजर आती है।

अररिया में हर दिन बिकती है सड़क


अररिया : अररिया शहर में रोज सरकारी सड़क की कीमत लगती है यह कीमत लाखों-हजारों में नहीं बल्कि मात्र 50 से 60 रुपया होती है। सरकारी सड़कों की बिक्री प्रशासन के आंखों के सामने होती है। लेकिन नगर परिषद तथा अनुमंडल प्रशासन कुछ नहीं कर पा रहा है।
दरअसल चांदनी चौक से महावीर मंदिर तक जाने वाली सदर बाजार रोड का 50 प्रतिशत हिस्सा अतिक्रमण का शिकार है। सड़क के दोनों ओर बने मार्केट कांप्लेक्स में दुकान चलाने वाले परमानेंट दुकानदार सड़क बेचने काकाम करते हैं। अधिकांश परमानेंट दुकानदार अपने दुकान के आगे सड़क पर दुकान लगाने के एवज में रोजाना 50-60 रुपया वसूल करते हैं। यही नहीं फुटपाथी दुकानदार दुकान लगाने से पहले परमानेंट दुकानदार को सिक्यूरिटी मनी भी जमा करते हैं। बिना इसके जगह मिलना पक्का नहीं होता है। यही नहीं चांदनी चौक से सदर अस्पताल तक, कचहरी गेट तक भी मुख्य सड़क के दोनों ओर फुटपाथी दुकानदार दुकान तो लगा रहे हैं लेकिन इसके बदले जगह की कीमत दे रहे हैं। यह सब खुलेआम हो रहा है। सरकारी सड़क पर दुकान लगाने वाले एक दुकानदार ने बताया कि बिना स्थायी दुकानदार को खुश किए उनकी दुकान नहीं लग सकती है। इसके लिए रुपये तो देने ही होते हैं साथ ही साथ उन्हें सामान भी बाजार भाव से कम में देना पड़ता है। ऐसा नहीं करने पर स्थायी दुकानदार उन्हें दुकान नहीं लगाने देते हैं। बताया जाता है कि इस पूरे मामले की जानकारी प्रशासन को है। इधर इस विषय में सदर एसडीओ डा. विनोद कुमार ने कहा है कि अतिक्रमण हटाने का कार्य जारी है। राशि वसूल कर सड़क पर दुकान लगवाने वाले दुकानदारों पर कानूनी कार्रवाई होगी।

ट्रैन की ठोकर से अज्ञात महिला की मौत

फारबिसगंज: फारबिसगंज सुभाष चौक स्थित रेलवे गुमटी केजे 65 के निकट शुक्रवार को जोगबनी से कटिहार जा रही पैसेंजर ट्रेन की ठोकर से एक पैंतालीस वर्षीय अज्ञात महिला की मौत हो गई। रेलवे गुमटी के कर्मचारी के द्वारा घटना की सूचना फारबिसगंज रेलवे स्टेशन प्रशासन को तत्काल दे दी गई है। हालांकि घटना के घंटों बाद तक अज्ञात महिला का शव रेलवे पटरी पर पड़ा रहा।

युग आधुनिक, साफ-सफाई पुरातन


अररिया : शहर की साफ-सफाई का जिम्मा आज भी अररिया में दैनिक कर्मचारियों के भरोसे है। आधुनिक संसाधनों के युग में अररिया नप में नालों की साफ-सफाई आज भी पुरातन काल के तरीके से हो रही है। अररिया में स्थायी सफाईकर्मियों की संख्या 18 है जबकि दैनिक सफाई कर्मी की संख्या 54 है। इधर कार्यपालक पदाधिकारी राकेश झा भी संसाधन की कमी की बात स्वीकार करते हैं।
जानकारी के अनुसार बरसात का मौसम आते ही शहरवासी सहमने लगे हैं। पूर्व की तरह इस बार भी शहर वासियों को बजबजाते कीचड़ एवं जल जमाव से जूझना पड़ेगा। सड़क टूटने के कारण दोनों किनारे मुख्य नाले भी जगह-जगह टूटकर बिखर गए हैं। नाले की गंदगी अभी से सड़कों पर जमना शुरू हो गया है। सड़क निर्माण पूरा होने तक इस समस्या से निजात पाने के लिए नप प्रशासन न तो सक्रिय हैं और न कोई संसाधन। चार वर्ष पूर्व जल जमाव की समस्या से निजात पाने के लिए नगर विकास विभाग के तत्वावधान में चार सदस्यीय टीम अररिया पहुंच कर पूरे शहर का ले आउट किया था। ले आउट होने के बाद सीवरेज के लिए करीब 50 करोड़ की लागत वाली प्रस्ताव विभाग को भेजी गयी थी। लेकिन भेजी गयी प्रस्ताव को आज तक स्वीकृति नहीं मिल पायी है। इस दौरान गली मोहल्ले एवं मुख्य मार्गो से जल जमाव हटाने के लिए करोड़ों खर्च की गयी, लेकिन शहर की स्थिति क्या है इसका आकलन शहर के किसी भी कोने से किया जा सकता है। खास बात तो यह है कि नगर परिषद अररिया में निर्माण कार्य देखने के लिए एक सहायक एवं एक जूनियर अभियंता कार्यरत हैं, लेकिन किसी भी कार्य को देखकर यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि अभियंताओं ने अपने क‌र्त्तव्य का निर्वहन कैसे किया है। तीन वर्ष पूर्व ही एडीबी चौक से पंचकौड़ी चौक तक 22 लाख की लागत से नाला का निर्माण कराया गया। इस निर्माण में दिलचस्प पहलू यह है कि आश्रम चौक पर दोनों ही छोर से तीन फीट उंचा जमीन का लेवल है। इस परिस्थिति में नाला निर्माण की स्थिति और जल निकासी की क्या स्थिति होगी यह सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है। कई वार्डो में बनाये नाले की स्थिति यह है कि उससे पानी की निकासी दोनो ओर हो रही है। मुख्य बाजार से जल निकासी करने के लिए चांदनी चौक से दो मुख्य नाला बनाये गये हैं। एक नाला कोसी धार में तो दूसरा परमान नदी में गिराया गया है। लेकिन इस नाले की सफाई नहीं होने से पानी शहर कई स्थानों में फैल जाती है। यह क्रम तब तक चलता रहता है जब तक शहर प्रदूषण की समस्या नहीं फैल जाती है। इन दोनों नालों मे करीब एक दर्जन छोटी-छोटी नालों का जोड़ा गया है। लेकिन सबके के सब मिट्टी से भरे पड़े हैं। नाले की सफाई के लिए आज भी मेन पावर के अलावे नप प्रशासन के पास को तकनीकी संसाधन नहीं है। बरसात में शहर के आधा दर्जन वार्ड जल मग्न हो जाते हैं। परमान नदी किनाने डम्हैली, मरिया टोला, खरैया बस्ती, कोसी धार किनारे आजाद नगर, जहांगीर टोला एवं बीन टोला के लोगों को घरों से भी निकलना मुश्किल हो जाता है। कार्यपालक पदाधिकारी राकेश झा ने बताया कि नालों की सफाई मैनुअल चल रहा है। नप के पास तकनीकी संसाधन मौजूद नहीं है।

ग्रामीण स्वास्थ्य सेवा नीम हकीमों के कब्जे में


अररिया : अररिया जिले में सबको स्वास्थ्य सेवा की तमाम सरकारी घोषणा के बावजूद जिले के गांवों में आम जन के स्वास्थ्य पर अब भी नीम हकीमों का ही कब्जा है। किसी गांव में मोटर साइकिल की डिक्की में सैलाइन लादे, आला व प्रेसर मशीन लिए कई क्वैक सड़क पर मिल जायेंगे। '.. भैया, कॉल पर जा रहे हैं।' लेकिन, क्या पता यह कॉल कितनों के लिए काल बनकर आ जाता है। पानी घट गया तो इनमें से कुछ लोग चापाकल का पानी भी चढ़ा देते हैं।
जानकारों की मानें तो इस जिले में पांच सौ से अधिक क्वैक कार्यरत हैं। इनमें से कुछ तो इतने ढीठ हैं कि बाकायदा अपना बोर्ड लगाकर मोटी फीस लेने के बाद ही मरीजों को देखते हैं। वहीं, ग्रामीण इलाके में दवा की दुकान चलाने वाले कई लोग भी खुलेआम क्वैक का धंधा चला रहे हैं।
हालांकि जानकार मानते हैं कि ग्रामीण अस्पतालों की दुर्दशा क्वैक डाक्टरों के पनपने का प्रमुख कारण है। जिले के अधिकांश ग्रामीण अस्पताल नाकारा बने हुए हैं। इनमें न तो कोई चिकित्सक जाता है और न ही कोई स्वास्थ्यकर्मी। ग्रामीण बताते हैं कि पल्स पोलियो के दिन को छोड़कर स्वास्थ्य कर्मियों के दर्शन संयोग से ही होते हैं। कुर्साकाटा मार्ग पर प्रखंड मुख्यालय से छह सात किमी पहले अवस्थित है सोनापुर स्वास्थ्य उपकेंद्र। सड़क किनारे होने के बावजूद इस अस्पताल की छत पर पटुआ सुखाया जाता है तथा कैंपस में मवेशी बंधे रहते हैं। दर्जनों ग्रामीण अस्पताल 'लापता' हैं। ये केवल कागजों में ही हैं। गीतवास जिले का एक प्रमुख बाजार है। यहां एक एडिशनल पीएचसी है। लेकिन वर्षो से इसका ताला नहीं खुला। तारावाड़ी स्थित एडिशनल पीएचसी, खमगड़ा स्थित स्वास्थ्य उपकेंद्र, रामपुर के स्वास्थ्य उपकेंद्र सहित सौ से अधिक अस्पताल केवल कागजों में ही चलते हैं। प्रशासन द्वारा क्वैकरी पर नियंत्रण के उपाय अब तक नहीं दिखे।

मारपीट मामले में विधायक एवं अंगरक्षक पर प्राथमिकी दर्ज


रेणुग्राम (अररिया) : साइड लेने के क्रम में मारपीट के विरोध में ट्रैक्टर चालक मो. सईम ने फारबिसगंज के विधायक पद्म पराग वेणु एवं उनके अंगरक्षक के विरुद्ध सिमराहा थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी है। वहीं विधायक के अंगरक्षक गणपत कुमार ने भी चालक एवं उनके सहयोगी के विरुद्ध दु‌र्व्यवहार एवं छिनतई का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज करायी है।
चालक द्वारा दर्ज करायी गई प्राथमिकी में कहा गया है कि मकई से लदा ट्रैक्टर लेकर पुरवारी झीरवा गांव से गुलाब मंडी जा रहा था। 6 आरडी नहर पुल के समीप विधायक के चालक ने हार्न बजाकर साइड की मांग की। लेकिन सड़क खराब रहने के कारण साइड देने में थोड़ा विलंब हो गया। इसी बात को लेकर विधायक के इशारे पर उनके अंगरक्षक ने उन्हें गाली गलौज करते हुए उनके साथ मारपीट की। मारपीट के दौरान अंगरक्षक ने उनसे 3500 सौ रुपये भी छीन लिया। बचाव के लिए वह विधायक के पास पहुंचे तो उन्होंने भी गाली गलौज करते हुए जान मारने की धमकी दी।
वहीं अंगरक्षक गणपत कुमार द्वारा दर्ज करायी गयी प्राथमिकी में कहा गया है कि टै्रक्टर चालक हार्न बजाने के बाद भी साइड देने में आनाकानी की। जब वह आगे होकर चालक से साइड देने को कहा तो चालकों ने सड़क पर गाड़ी लगाकर विधायक पर हमला करने दौड़ गए। जब उसे रोकने का प्रयास किया तो उनके साथ भी हाथापाई पर उतर गये। अंगरक्षक ने कहा है कि चालक ने उनके जेब से 4500 सौ रुपये भी छीन लिया। बाद में किसी तरह चालकों को अपने कब्जे में लिया। अंगरक्षक द्वारा करायी गयी प्राथमिकी में मो. सइम, मो. तोहिद, मो. इलियास एवं मो. पप्पू आरोपी बनाये गए हैं। अंगरक्षक ने यह आरोप लगाया है कि चालकों ने शंभू हवलदार का पिस्टल एवं घड़ी भी छीन लिया था।

जिले के नवचयनित बीआरपी व सीआरसीसी का प्रशिक्षण 2 से

जोकीहाट (अररिया) : जिले के विभिन्न प्रखंड के अंतर्गत नवचयनित प्रखंड साधन सेवी व संकुल संसाधन केंद्र समन्वयकों को संसाधन सेवी व संकुल संसाधन केंद्र समन्वयकों को संसाधन केंद्रों में योगदान से पूर्व दो जुलाई से प्रशिक्षण देने का निर्णय लिया गया है। इस सिलसिले में बिहार शिक्षा परियोजना के निर्देश पर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी विद्यानंद ठाकुर ने सभी बीईओ को प्रशिक्षण की जानकारी पत्र के माध्यम से दे दिया है। जिले के सभी प्रखंड साधन सेवियों का चार दिन एवं सीआरसीसी का तीन दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण प्रखंड संसाधन केन्द्र अररिया में दिया जायेगा। दो जुलाई से पांच तक सभी प्रखंडों के बीआरसी एवं 6-8 जुलाई तक सीआरसीसी, अररिया, कुर्साकांटा 9-11 तक सीआरसीसी फारबिसगंज, नरपतगंज, भरगामा तथा 12-14 जुलाई तक सिकटी, पलासी रानीगंज के संकुल समन्वयकों को प्रशिक्षण दिए जाने की जानकारी विद्यानंद ठाकुर ने दी। श्री ठाकुर ने बताया कि बीआरपी व सीआरसीसी के प्रशिक्षण संसाधन केंद्रों में गुणवत्तापूर्ण कार्य निष्पादन हो सकेगा।

खजुरबाड़ी विद्यालय को बैंक ने दिए पंखे


जोगबनी (अररिया) : सामाजिक बैंकिंग योजना के तहत जोगबनी स्टेट बैंक आफ इंडिया ने कार्यक्रम आयोजित कर शुक्रवार को प्राथमिक विद्यालय खजुरवाड़ी को दस पंखा दिया।
इस संबंध में बैंक के शाखा प्रबंधक बीएन झा ने बताया कि बैंक सिर्फ व्यवसाय ही नहीं करती वरन सामाजिक कार्यो में भी अपना योगदान निर्वाह करती है। सामाजिक विकास में बैंकों का महत्वपूर्ण योगदान रहता है। उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में भी बैंक के वैसे मेघावी छात्रों का जो धन के अभाव में शिक्षा से वंचित रहते हैं उन्हें गोद लेकर उच्च शिक्षा दिलाने का काम किया है। पिछले वर्ष एसबीआई द्वारा जोगबनी मध्य विद्यालय में तीन छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए गोद लिया है। इसके अलावे विद्यालय को पंखा भी दिया गया।
उन्होंने कहा कि इस वर्ष सामाजिक बैंकिंग योजना के तहत प्रा. विद्यालय खजुरवारी को चयन कर पंखा दिया जा रहा है। इस मौके पर विद्यालय के सहायक शिक्षक शिवराम यादव, नगर पंचायत के उप मुख्य पार्षद नरेश प्रसाद, बैंक के बीडी गुप्ता, सूर्य प्रकाश, निवास कुमार एवं जेपी मंडल सहित दर्जनों ग्रामीण मौजूद थे।

सड़क दुर्घटना में वार्ड पार्षद सहित दो घायल

फारबिसगंज (अररिया) : फारबिसगंज नगर परिषद के वार्ड संख्या 4 के वार्ड पार्षद कन्हैया गुप्ता एवं श्याम लाल शर्मा शुक्रवार को मोटर साइकिल से पूर्णिया जाने के क्रम में जलालगढ़ के निकट सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से जख्मी हो गये। पार्षद श्री गुप्ता एवं चालक श्री शर्मा को पूर्णिया के एक अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। श्री गुप्ता का दाहिना हाथ बुरी तरह टूट गया है। बताया जाता है कि वार्ड पार्षद एक बच्चे के इलाज कराने को लेकर पूर्णिया जा रहे थे। इसी क्रम में मोटर साइकिल का टायर फट जाने के कारण चालक श्याम लाल शर्मा सहित श्री गुप्ता दुर्घटनाग्रस्त हो गए।

कैंप लगाकर होगा पेंशन मामले का समाधान

बसैटी (अररिया) : अब वृद्धा पेंशन, विधवा पेंशन, नि:शक्ता पेंशन आदि जन कल्याणकारी योजना के लाभुकों को साल-सालभर डाकघरों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। योजना से वंचित लाभार्थियों को पंचायत कार्यालय व प्रखंड कार्यालय के बाबुओं एवं बिचौलियों का सहारा नहीं लेना पड़ेगा। रानीगंज प्रखंड के सभी 32 पंचायतों में 10 जुलाई से 20 जुलाई 12 तक दो दिवसीय शिविर का आयोजन किया जायेगा। शिविर में ही लाभर्थियों का आवेदन लिया जायेगा। उसी समय कागजी प्रक्रिया को पूरा कर उसके आवेदन को स्वीकृत कर लिया जायेगा। उक्त बातों की जानकारी प्रखंड विकास पदाधिकारी ललन ऋषिदेव ने बताया कि उस शिविर में लाभुकों का स्पेशल खाता भी खोला जायेगा। प्रत्येक तीन महीने पर कैंप लगाकर लाभुकों का भुगतान किया जायेगा। इस शिविर का प्रभार प्रत्येक पंचायत के पंचायत सचिव को सौंपा गया है। शिविर की तैयारी चल रही है। लापरवाही बरतने वाले पंचायत सचिवों पर सख्ती के साथ कार्रवाई की जायेगी।

रानीगंज : पंचायत बत्तीस, सचिव चौदह


बसैटी (अररिया) : एक ओर सरकार जन कल्याणकारी योजना सहित अन्य योजना में पारदर्शिता लाने के लिए नित दिन नये-नये आदेश निर्गत कर रहे हैं तथा बिचौलियों से मुक्त समाज की कल्पना कर रहे हैं। परंतु रानीगंज प्रखंड में सरकारी तंत्र की कमी व उस पर नियंत्रण नहीं रहने के कारण सरकारी योजनाएं बिचौलियों की भेट चढ़ जाती है। इसका अंदाजा ऐसे भी लगाया जा सकता है कि प्रखंड में बत्तीस पंचायत हैं जिसमें मात्र चौदह पंचायत सचिव कार्यरत है। एक-एक पंचायत सचिव को चार व पांच पंचायतों का प्रभार सौंपा गया है। जानकारों की मानें तो पंचायत सचिव ही बिचौलिया पाल रहे हैं। एक पंचायत में 13वीं वित्त, बीआरजीएफ इंदिरा आवास, कबीर अंत्येष्ठी, वृद्धा पेंशन, नि:शक्ता सहित दो दर्जन योजनाओं के साथ-साथ पंचायत सचिवों को जनता का निवास, पहचान पत्र आदि कागजों को भी सत्यापित करना पड़ता है। एक पंचायत सचिव पांच-पांच पंचायतों के जनता की उम्मीदों पर किस प्रकार ईमानदारी पूर्वक खड़ा उतर पायेंगे। एक पंचायत सचिव ने नाम न छापने के शर्त पर बताया कि पंचायतों के कुछ सहयोगी को रखना उनकी मजबूरी है। जिसका लाभ उठाकर यह सहयोगी लोगों को बहला, फुसलाकर उगाही करते हैं। सूत्रों की मानें तो प्रखंड के ऐसा शायद ही कोई पंचायत है जहां जन कल्याण कारी योजनाओं में बिचौलियों का पकड़ नहीं है।
इधर प्रखंड विकास पदाधिकारी ललन ऋषिदेव से पूछने पर बताते हैं कि सचिवों की कमी से परेशानी होती है परंतु पारदर्शिता एवं बिचौलियों से मुक्त प्रखंड बनाने के लिए दृढ़ संकल्प है।

वृक्ष हो रहे गायब, हरियाली संकट में


नरपतगंज (अररिया) : मनरेगा योजना के तहत संचालित वृक्षारोपण योजना विभागीय पदाधिकारियों की उदासीनता के कारण धरातल पर दम तोड़ चुकी है। हालांकि मनरेगा के इस योजना में लाखों रुपये पानी की तरह बहाया गया। प्रखंड मुख्यालय ग्रामीण रोजगार गारंटी स्कीम के तहत बोर्ड लगा हुआ है जिसमें प्राक्किलत राशि दो लाख से तीन लाख तक है अभिकर्ता स्वयं रोजगार सेवक हैं लेकिन वर्तमान में 10 प्रतिशत भी वृक्ष नही हैं। बताया जाता है जब तक उचित देख-रेख नहीं यह योजना धरातल पर नहीं उतर पायी।
दूसरी तरह वृक्षों के अवैध कटाई से प्रखंड क्षेत्र में दर्जनों अवैध आरा मिल है। पूर्व में नहरों व सड़कों के किनारे शीशम के वृक्ष लगभग समाप्त हो चुके हैं। भूकंप के लिए अति संवेदनशील माने जाने और हमेशा बाढ़ के खतरा से मंडराने वाले इस क्षेत्र के लिए वन की अहमियत विभाग नहीं दे रहा है। विगत माह एनएच 57 से सटे नरपतगंज बाजार के आस-पास लाखों के वृक्ष कटे। कटे वृक्ष के मोटे-मोटे टहनियां कहां गई चर्चा का विषय बना रहा। वही बिना एनओसी प्रमाण पत्र लिए वनकर्मियों द्वारा मध्य व उच्च विद्यालय के अंदर वृक्षों की कटाई कर ली गई। मध्य विद्यालय के वृक्षों को कर्मी उठा ले गये। वहीं उच्च विद्यालय के कटे वृक्ष को स्थानीय विधायक द्वारा रोक दिया गया। मामला उठा और दब भी गया।

विलक्षण प्रतिभा के धनी थे प्रो. पीसी महानोलोबिस



अररिया : आधुनिक भारत में सांख्यिकी का इतिहास प्रो. प्रशांत चन्द्र महानोलोबिस से शुरू होता है। अपने विलक्षण वैज्ञानिक गुणों से भारत ही नहीं अपितु विश्व सांख्यिकी जगत को एक माडल अपितु विश्व सांख्यिकी जगत को एक माडल प्रदान किया था। प्रो. महालोनोबिस विलक्षण प्रतिभाओं के धनी थे। यह बात अपर समाहत्र्ता कपिलेश्वर विश्वास ने शुक्रवार को जिला परिषद सभागार में आयोजित सांख्यिकी दिवस समारोह में कही। इससे पहले प्रो. महालोनोबिस के जन्म दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित सांख्यिकी दिवस का उद्घाटन श्री विश्वास ने दीप प्रज्वलित कर किया। इसके पश्चात उपस्थित अधिकारियों ने प्रोफेसर के तैल्य चित्र पर माल्यार्पण किया। विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित एसडीओ डा. विनोद कुमार ने कहा कि प्रो. महालोनोबिस भारतीय सांख्यिकी के जनक कहे जाते हैं। डा. कुमार ने कहा कि उनकी सोच रही कि लोग आवश्यकता, उपयोगिता तथा उपलब्धता को ध्यान में रखकर ही आगे की रणनीति तैयार करें। उन्होंने कहा कि इन्हीं मान्यताओं के आधार पर भारत की द्वितीय पंचवर्षीय योजना का निरूपण किया गया एवं औद्योगिक विकास को काफी बल मिला। वहीं मंच संचालन करते हुए जिला सांख्यिकी पदाधिकारी मिथिलेश कुमार दास ने प्रो. महालोनोबिस के जीवनी को संक्षिप्त रूप से प्रस्तुत किया। समारोह को सदर अस्पताल के महामारी रोग विशेषज्ञ अरुमेंदु झा, फारबिसगंज बीएसएस सुनील कुमार गुप्ता ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर सहायक सांख्यिकी पदाधिकारी बिनोद कुमार, सुशील कुमार दास सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे। धन्यवाद ज्ञापन डा. सुशील कुमार श्रीवास्तव ने किया।

स्टेट बैंक भंगही ने स्कूल को दिए पंखे

बथनाहा (अररिया) : भारतीय स्टैट बैंक भंगही शाखा के द्वारा सामाजिक कल्याण योजना के अंतर्गत गुरुवार को नवाबगंज पंचायत के उत्क्रमित कन्या मध्य विद्यालय भोड़हड़ तथा भंगही पंचायत के मध्य विद्यालय भोड़हड़ में पांच-पांच पंखा दिया गया। पंखा वितरण के अवसर पर भंगही स्टेट बैंक के शाखा प्रबंधक सुनिल कुमार, लिपिक सुजीत गोलदार, बैंक कर्मी रंजन पासवान, प्रभात कुमार, प्रवेश कुमार साह, मध्य विद्यालय भोड़हड़ के प्रधानाध्यापक ध्रुव कुमार साह, उत्क्रमित कन्या मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक रंजन कुमार, सचिव रिंकू देवी, सीताराम मंडल, सरपंच नारायण परसेला, ग्रामीण चंदन परसेला, प्रमोद यादव, राजीव पटेल, बीर नारायण मंडल, तजमुल आलम, शिक्षक महानंद यादव आदि उपस्थित थे।

वैदिक परंपराओं के साथ सामूहिक विवाह 30 को


जोगबनी (अररिया) : नेपाल माहेश्वरी महिला संगठन द्वारा शनिवार 30 जून को अतिथि सदन में किए जा रहे सामूहिक विवाह कार्यक्रम की तैयारी पूरी कर ली गयी है।
इस संबंध में दिलीप धाडेवा ने कार्यक्रम की तैयारी का जिक्र करते हुए कहा कि नेपाल के विराटनगर में इस तरह के कार्यक्रम का यह पहला अनोखा कार्यक्रम है। उक्त सामूहिक विवाह पूर्णारूप से वैदिक परंपरानुसार होगा। उन्होंने बताया कि अब तक दर्जनों जोड़ों के परिजनों ने इस शादी में अपनी सहमति जताते हुए शरीक होने की बात कही है। उन्होंने कहा कि वर-वधू को आर्शीवाद देने शहर के प्रबुंद्ध नागरिक भी इस समारोह में शामिल रहेंगे। इसको लेकर नेपाल के अतिथि सदन के प्रागंण में विवाह कार्यक्रम की तैयारी पूरी कर ली गयी है।

चिकित्सक व आईओ की गवाही को ले दो सौ मामले कोर्ट में लंबित

अररिया : जहां सरकार वर्षो से कोर्ट में लंबित पड़े मामलों के निष्पादन को लेकर कई नये फार्मूले अपना रही है, वही सरकारी गवाह बने करीब दौ सौ से अधिक चिकित्सकों एवं पुलिस अनुसंधानकर्ताओं की प्रतीक्षा में अररिया कोर्ट में वर्षो से गवाही पर कई मामला लटका पड़ा है। इससे स्पीडी ट्रायल की स्पीड पर असर पड़ा है। विदित हो कि अररिया के विभिन्न अदालतों में वर्षो पुराने करीब तीस हजार मामले लंबित है। ये सभी सेशन एवं मजिस्ट्रेलिय कोर्ट के हैं। परंतु साक्ष्य की बिंदु पर हजारों वैसे मामले लंबित हैं। परंतु इन गवाहों को साक्ष्य के लिए कोर्ट में लाने की हर कोशिश पर सवाल उठ रहा है। सबसे अधिक महत्वपूर्ण चिकित्सक एवं पुलिस अनुसंधान साक्ष्य होता है, जिसके गवाही के बाद लंबित मामले की सुनवाई में उचित न्याय मिलने की बात कहा जाता है। परंतु अररिया के विभिन्न अदालतों में वैसे कई मामले लंबित है, जिसमें 60 चिकित्सकों तथा करीब 150 अनुसंधानकर्ताओं की गवाही होनी है। जिस कारण वर्षो से उक्त मामले लंबित पड़े हैं।

इंदिरा आवास: लाभुकों की आड़ में खुलकर खेल रहे ब्रोकर


अररिया : लाभुकों की आड़ में इंदिरा आवास के ब्रोकर खुलकर खेलते रहे हैं। ब्रोकर का यह फंडा है कि लाभुक सब पर भारी है, उसे पकड़ोगे तो सत्ता हिल जायेगी..। इसी कमजोर नस को दबाकर दलाल दोहन कर रहे हैं। इन दलालों में राजनीतिक संरक्षण प्राप्त छुटभैये नेता, कई पंचायत जनप्रतिनिधि, कुछ सरकारी अधिकारी व कर्मी तथा समाज के कुछ खास लोग शामिल हैं।
यह अलग बात है कि अररिया प्रखंड में मकान नहीं बनाने वाले साढ़े छह सौ से अधिक लाभुकों को लाल नोटिस दे दी गयी है। लेकिन इस बात की तहकीकात अब तक किसी अधिकारी ने नहीं की कि लाभुकों ने घर क्यों नहीं बनाया। इंदिरा आवास के गलियारे में 'स्वच्छंद विचरण' करने वाले किसी बिचौलिए को भी नहीं पकड़ा गया।
जिले के अररिया प्रखंड में दलित-महादलित समुदाय के लोगों को आवास का कोटा पूरा हो गया है, लेकिन पक्के आवास कहीं नजर नहीं आते। अब उनके विरुद्ध इस बात को लेकर कार्रवाई की जा रही है कि उन्होंने पैसा उठा लिया लेकिन पक्का घर नहीं बनाया। जानकारों की मानें तो जिले में आम धारणा यह है कि इंदिरा आवास का पैसा फोकट का सरकारी पैसा है, इस पैसे से ऐश करो। प्रशासन ने जिले के पक्का आवास विहीन हजारों लाभुकों को पहले तो सफेद नोटिस दी और अब कुछ समय पहले उन्हें लाल नोटिस थमायी गयी है। ..जवाब दीजिए कि आपने मकान क्यों नहीं बनाया? क्यों नहीं आपके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाये? लेकिन जिला प्रशासन उन अधिकारियों को एकाउंटेबल क्यों नहीं बना रहा, जिनके कार्यकाल में घर नहीं बने?

विधान सभा समिति पहुंची रेणुग्राम

रेणुग्राम (अररिया) : बिहार विधान सभा के आंतरिक संसाधन एवं केन्द्रीय सहायता समिति के सदस्यों ने शुक्रवार को प्रसिद्ध कथा शिल्पी फनीश्वर नाथ रेणु के गांव पहुंचे जहां उन्होंने उनके परिजनों एवं रेणु जी के विधायक पुत्र पद्म पराग राय वेणु से मिलकर रेणु साहित्य संसार की जानकारी ली। इस दल में समिति के अध्यक्ष विधायक सुबोध राय, विधायक राम बालक सिंह, विधायक संतोष कुशवाहा आदि शामिल थे। इस संबंध में फारबिसगंज के विधायक श्री वेणु ने बताया कि वे लोग शिष्टाचार बस औराही हिंगना आये थे। इस मौके पर जदयू के जिला तकनीकी प्रकोष्ठ अध्यक्ष सह वार्ड पार्षद रंजीत राय, प्रखंड भाजपा अध्यक्ष मनोज झा, दक्षिणेश्वर प्रसाद, विनोद आदि उपस्थित थे।

एसपी ने किया थाने का निरीक्षण



सिकटी (अररिया) : एसपी ने थाना का निरीक्षण कर थानाध्यक्ष को कई निर्देश दिए। अररिया पुलिस अधीक्षक शिवदीप लांडे ने शुक्रवार को सिकटी थाने का निरीक्षण किया निरीक्षण के दौरान थाने की विधि व्यवस्था पर संतुष्टि जताते हुए सीमावर्ती क्षेत्रों में कालाबाजारी, मानव व्यापार, अंतर्राष्ट्रीय गिरोह को चिन्हित कर उन्हें गुंडा रजिस्टर में अंकित करने का निर्देश दिया। निरीक्षण के उपरांत एसपी ने पत्रकारों को बताया कि भारत नेपाल सीमा पर अवस्थित थाना का ऐतिहासिक महत्व है। अब तक थाने के दस्तावेजों में इनकी स्थापना का पता नहीं चल पा रहा है। उन्होंने कहा कि थाने में परंपरागत रूप से पूर्व से संधारित अपराधियों की सूची को अब संशोधन करने की जरूरत है। इसका निर्देश भी दिया गया है। क्योंकि पूर्व के गुंडा पंजी में दर्ज रिपोर्ट में या तो अधिकांश मर गए हैं या उनलोगों ने आपराधिक गतिविधियां छोड़ दी है। इसलिए थानाध्यक्ष को वर्तमान समय के चिन्हित अपराधी या आपराधिक गतिविधियों में संरक्षण देने वाले सफेद पोश सांप्रदायिक माहौल को बिगाड़ने वाले असमाजिक व्यक्ति सहित वैसे लोगों को चिन्हित कर नजर रखने की जरूरत है। इसमें उनकी गतिविधियां उनके आय श्रोत से अत्यधिक खर्च करने वाले लोग शामिल रहेंगे। इन सभी का नाम गुंडा पंजी में दर्ज किया जायेगा। एसपी के आगमन की सूचना पर थाने के आगे भारी भीड़ लगी थी। निरीक्षण के बाद उन्होंने खड़े लोगों से बातचीत की तथा समस्याओं की निदान का आश्वासन भी दिया। मौके पर एसडीपीओ मो. कासिम पुलिस निरीक्षक विजय कुमार, थानाध्यक्ष दिलीप कुमार, एसआई रवि कुमार, सअनि हरिनारायण सिंह सहित पुलिस बल एवं सभी चौकीदार उपस्थित थे।

सड़क दुर्घटना में छात्र घायल

रेणुग्राम (अररिया) : फारबिसगंज-जोगबनी मार्ग पर मटियारी के निकट शुक्रवार की सुबह फारबिसगंज सुल्तान पोखर निवासी दशम वर्ग का एक छात्र रंजन कुमार तेज गति से आ रही ट्रक की ठोकर से गंभीर रूप से घायल हो गया। जिसे स्थानीय लोगों द्वारा इलाज के लिए फारबिसगंज रेफरल अस्पताल लाया गया जहां प्राथमिक उपचार के बाद बाहर रेफर कर दिया। घटना के संबंध में बताया जाता है कि छात्र रंजन सुबह में साइकिल से अपने दोस्त से मिलने मटियारी जा रहा था कि रास्ते में तेज रफ्तार स आ रही ट्रक ने उसे धक्का मार कर फरार हो गया। जानकारी मिलते ही थाना से सअनि रामस्वरूप प्रसाद घटनास्थल पर पहुंचकर घटना की जानकारी ली।

मारपीट में पांच घायल

रेणुग्राम : फारबिसगंज प्रखंड के घोड़ाघाट गांव में शुक्रवार को एक परिवार के दो पक्षों के बीच मारपीट में पांच लोग घायल हो गये। घायलों में तेतरी देवी (60), दीप नारायण बहरदार (45), देवानंद बहरदार, मंजू देवी एवं अर्जुन बहरदार शामिल हैं। सभी घायलों का इलाज स्थानीय रेफरल अस्पताल में कराया जा रहा है। मामला भूमि विवाद का बताया जाता है। फारबिसगंज पुलिस मामले की छानबीन करने में जुटी है।

कूपन वितरण में धांधली, जांच की मांग


अररिया, : कुर्साकांटा प्रखंड के ग्राम पंचायत जागीर के दर्जनों बीपीएल धारकों ने कूपन वितरण में अनियमितता का आरोप लगाया है। लाभुकों ने प्रखंड विकास पदाधिकारी कुर्साकांटा को एक आवेदन सौंपकर अनियमितता की जांच की मांग की है।
बीडीओ को सौंपे गए आवेदन में लाभुकों ने कहा कि वार्ड संख्या 1 से 9 तक के लाभुकों के बीच पंचायत सचिव ने कूपन का वितरण किया। इसके बाद वह बीते 20 जून से ही गायब हैं। कूपन की मांग को लेकर जब लाभुक कचहरी सचिव केपास पहुंचे लेकिन उन्होंने इसके लिए अपने आप को अधीकृत नहीं बताया। लाभुकों ने बताया है कि कूपन नहीं मिलने के कारण उनलोगों को काफी परेशानी होने लगी है।

सोलर लाइट प्रकरण: हर प्रखंड में होगी कार्रवाई

अररिया, : जिले में डेहटी पैक्स घोटाला के बाद दूसरा सबसे बड़ा घपला जल्द ही सामने आने वाला है। डेहटी पैक्स के नाम पर सरकारी बाबूओं व सफेदपोश ने इंदिरा आवास, पोषाहार, स्कूल भवन, स्कूल चहारदीवारी आदि की राशि का जमकर दुरुपयोग किया। वहीं अब कम दाम का सोलर लाइट लगाकर तीन गुणा राशि निकासी करने की बात सामने आ रही है। दैनिक जागरण द्वारा लगातार जब इस मुद्दे पर खबर छापना शुरू किया तो, प्रखंडवार जांच टीम गठित करने का आदेश दिया गया। इस संबंध में जिला पदाधिकारी एम. सरवणन ने साफ शब्दों में कहा है कि बारहवीं, तेरहवीं वित्त व बीआरजीएफ मद से सोलर लाइट पंचायतों के माध्यम से लगाया गया है। लिहाजा जांच के बाद दोषी मुखिया व पंचायत सचिव किसी भी सूरत में बख्शे नहीं जायेंगे। गुरुवार को डीएम ने बताया कि जांच के बाद प्रथम किस्त के तौर पर प्रत्येक प्रखंड से दोषी दो-दो मुखिया व पंचायत सचिव पर कार्रवाई की जायेगी। डीएम ने कहा कि जांच के बाद अनियमितता साबित होने पर राशि रिकवरी भी कराया जायेगा।

एसपी ने किया भरगामा थाने का निरीक्षण


भरगामा (अररिया) : अररिया एसपी शिवदीप लांडे ने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत गुरुवार को भरगामा थाना का निरीक्षण किया। एसपी लांडे ने थाना अभिलेख विशेषकर डकैती पंजी, लूट पंजी, गिरोह पंजी, गुंडा पंजी जैसे कुल 34 बिंदुओं को लेकर मौजूद अभिलेखों का अवलोकन किया।
एसपी लांडे ने थाना निरीक्षण के बाद कार्यो के निष्पादन के प्रति संतोष जताया। साथ ही कुछ आवश्यक दिशा निर्देश भी थानाध्यक्ष भरगामा अनमोल कुमार को दी। उन्होंने गुंडा पंजी के तमाम दागी चेहरों को सूचीबद्ध करने की हिदायत दी। कहा कि सार्वजनिक स्थलों पर शराब सेवन करने वालों, अवैध कारोबारियों लड़कियों महिलाओं पर अत्याचार व छेड़खानी करने वालों आदि चेहरों को चिन्हित कर त्वरित कार्रवाई किया जायेगा।
मौके पर डीएसपी विकास कुमार, इंसपेक्टर ललन पांडेय, थानाध्यक्ष अनमोल कुमार, अति देवराज राय, अति रामदेव यादव के साथ दफादार विजय श्रीवास्तव चौकीदार, सुभाष सिंह, मनोज पासवान, बेचन पासवान, विश्वनाथ पासवान, बिन्दूल पासवान आदि मौजूद थे।

Thursday, June 28, 2012

सुशासन में विकास से दूर कोढैली


पलासी (अररिया) : सुशासन में भी नहीं बदली कोढैली गांव की तस्वीर। प्रखंड के उत्तरी डेहटी पंचायत अंतर्गत विनाशकारी बकरा नदी के पश्चिम तट पर बसा कोढैली गांव आजादी के 64 वर्ष पश्चात भी उपेक्षित है। आज भी करीब दो हजार की आबादी वाला कोढ़ैली गांव मूलभूत सुविधाओं से वंचित है।
बकरा नदी व रतवा नदी के बीच बसा यह गांव वर्षा के मौसम में प्राय: टापू में तब्दील रहता है। यहां के लोगों को प्रतिदिन नाव से बकरा नदी पार कर प्रखंड मुख्यालय आना पड़ता है। चूंकि यहां के लोगों का बाजार पलासी ही है। यातायात की सुविधाओं का घोर अभाव है। वर्षा के मौसम में गांव की सड़कों पर पानी भरा रहता है। स्वास्थ्य व्यवस्था नगण्य है। शिक्षा के नाम पर मात्र एक उत्क्रमित मध्य विद्यालय उपलब्ध है। रोजगार के अभाव में यहां की अधिकांश आबादी पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश व अन्य राज्यों में मजदूरी करते है। पेयजल के लिए आयरन युक्त चापाकल पर निर्भर रहते है। जिससे पेट संबंधी बीमारियों से ग्रसित रहते हैं। बिजली की बात तो दूर है। चूंकि इस गांव के पूरब बकरा नदी तथा पश्चिम रतवा नदी बहती है जिससे खरीफ फसल प्रतिवर्ष बाढ़ में नष्ट हो जाती है। इस कारण यहां के लोगों की मुख्य फसल रबी ही है।
इस बाबत ग्रामीण पूर्व मुखिया हरिहर मंडल, मो. अनवार, शिवचरण मंडल, पंचानंद मंडल काबुल सिंह आदि ने बताया कि मुख्यत: वे लोग यातायात की समस्या से परेशान है। बकरा नदी में कोढ़ैली घाट पर जनप्रतिनिधियों से पुल निर्माण की मांग वर्षो से की जा रही है। किंतु मात्र आश्वासन ही मिलता रहा है। लोगों ने जिला प्रशासन से पुल निर्माण की दिशा में ठोस पहल की मांग की है।

फैसला होने तक नहीं होगी निर्मल बाबा की गिरफ्तारी


अररिया : पूर्णिया के जिला एवं सत्र न्यायाधीश संजय कुमार ने चर्चित निर्मलजीत सिंह नरूला उर्फ निर्मल बाबा की दाखिल अग्रिम जमानत अर्जी के निष्पादन तक उनकी गिरफ्तारी पर रोक लगा दिया है। न्यायालय ने फारबिसगंज थानाध्यक्ष से उक्त लंबित मामले की केस डायरी की मांग की है। पूर्णिया के जिला न्यायाधीश श्री कुमार ने उक्त आदेश 26 जून को अपने अररिया स्थित संपन्न हुये कैंप कोर्ट के दौरान दिया है।
मिली जानकारी के अनुसार एक लंबित मामले में आरोपी बने निर्मलजीत सिंह नरूला उर्फ निर्मल बाबा की ओर से 15 मई 12 को अग्रिम जमानत अर्जी दाखिल हुआ था। जिसमें एबीपी नंबर 440/12 के तहत जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री कुमार ने सुनवाई की। 26 जून 12 को अररिया में कैंप कोर्ट में इस मामले को लेकर वरीय अधिवक्ता देव नारायण सेन, सत्यजीत राय आदि द्वारा जमानत अर्जी पर बहस के दौरान कानून के कई सूक्ष्म पहलुओं की चर्चा की गयी तथा निर्मल बाबा को अग्रिम जमानत के लिये गुहार लगायी गयी। वहीं लोक अभियोजक एलएन यादव ने केस डायरी की मांग करने की बात रखी थी।
ज्ञात हो कि फारबिसगंज के राकेश कुमार सिंह ने स्थानीय थाने में कांड संख्या 154/12 दर्ज कराया था। जिसमें अपनी तीन हजार आय का उल्लेख निर्मल बाबा का टीवी चैनलों में चलाये जा रहे प्रोग्राम व समागम से प्रभावित होने की बात कही तथा कमाई के दशवां हिस्सा दशवंत में देने से लाभ होने की बात से प्रभावित हुआ। इसी क्रम में फारबिसगंज स्थित पंजाब नेशनल बैंक में तीन किस्तों में कुल एक हजार रुपये जमा किये। लेकिन इसके बाद भी काई लाभ नही होने से अपने आस्था के साथ हुये खिलवाड़ व ठगी महसूस के बाद उक्त प्राथमिकी दर्ज कराया।
इसी बीच अनुसंधानकर्ता के अनुरोध तथा प्राप्त पर्यवेक्षण रिपोर्ट के बाद अररिया के सीजेएम ने वारंट जारी किया। तत्पश्चात निर्मल बाबा हाई कोर्ट पटना की शरण में गये जहां उनके विरुद्ध जारी वारंट पर निर्धारित समयावधि के लिये स्थगन आदेश दिया गया। इसी मामले से संबंधित अग्रिम जमानत अर्जी संख्या 440/12 में डीजे पूर्णिया ने कैंप कोर्ट अररिया में सुनवाई की तथा उक्त जमानत अर्जी के निष्पादन तक निर्मल बाबा की गिरफ्तारी पर रोक लगा दिया है। साथ हीं केस डायरी की मांग कर दी है।

पंसस की बैठक स्थगित

भरगामा (अररिया) : प्रखंड मुख्यालय में होने वाली पंचायत समिति सदस्यों की बैठक बीडीओ भरगामा के विभागीय अन्य कार्यो में लगे रहने के कारण स्थगित कर दी गई। प्रखंड प्रमुख दिव्य प्रकाश यादवेंदू ने जानकारी देते हुए बताया कि बैठक की लिखित सूचना ससमय बीडीओ भरगामा अरुण कुमार गुप्ता को तथा बांकी अधिकारियों को भी दे दी गई थी। किंतु विभागीय कार्यों में उलझे रहने के कारण बीडीओ बैठक में उपस्थित नहीं हो सके जिस कारण बैठक को तत्काल स्थगित कर दिया गया है।

बिजली की आंख मिचौली से उपभोक्ता परेशान

भरगामा (अररिया) : बिजली की कम आपूर्ति तथा बिजली के आंख मिचौली से उपभोक्ता परेशान हैं। उपभोक्ताओं का कहना है कि व्यवस्था में सुधार को लेकर उपाय किए जाने की मांग विभागीय अधिकारियों से लिखित व मौखिक रूप से भी कई बार की गई। बावजूद इसके स्थिति यथावत बनी हुई है। आरोप है कि ग्रिड से दूसरे क्षेत्रों में बिजली की बेहतर आपूर्ति की जाती है जबकि भरगामा में यह आपूर्ति 24 घंटे में केवल 3 से 4 घंटे की होती है। खासबात यह है कि यह आपूर्ति भी नियमित के जगह थोड़े-थोड़े अंतराल में की जाती है।

सपना ही रह गया भरगामा में रेल सेवा

भरगामा (अररिया) : भरगामा में रेल लाइन का सपना सपना ही रह गया। जबकि रेल सेवा बहाल होने से न केवल विकास की गति तेज हो सकती थी बल्कि यातायात का बेहतर विकल्प भी क्षेत्रवासियों के सामने होता। बतातें चलें कि उक्त क्षेत्रों में रेल सेवा बहाल करने की दिशा में पहल करते हुए पूर्व रेल मंत्री तथा सूबे के पूर्व मुखिया श्री लालू प्रसाद यादव ने कुछ वर्ष पूर्व रानीगंज प्रखंड में रेलवे लाइन का शिलान्यास भी किया था। शिलान्यास के साथ रेलमंत्री के रेल सेवा बहाल करने की दिशा में घोषणा को लेकर आम जन में काफी उत्साह था। क्षेत्र में जल्द हीं रेल सेवा बहाल होगी, इस चर्चा मात्र से लोग रोमांचित थे। वहीं एक वर्ग इसे संबंधित क्षेत्र के विकास से जोड़कर काफी उत्साहित भी थे। लेकिन गुजरते वक्त के साथ सबकुछ पूर्ववत सा हो गया। रेलवे लाइन बिछाने को लेकर कराया गया सर्वे हो, शिलान्यास या सुविधा बहाल करने की दिशा में किया गया घोषणा आमजन समक्ष काफी हद तक छलावा ही साबित हुआ।

अद्द पुल के अभाव में दहशत में जी रहे हैं मिलीकवासी


भरगामा (अररिया) : खजुरी पंचायत क बीच से निकलने वाली बिलौनियां नदी पर मिलीक टोलना खजुरी के समीप पुल नहीं होने से गांव वासी परेशान है।
ग्रामीणों के मुताबिक खूनी बन चुकी नदी ने पिछले करीब पांच वर्षो में आधा दर्जन लोगों की जिंदगियां निगल ली है। गांव निवासी मो. हनीफ बताते हैं कि लगातार मांग के बाद स्थानीय प्रशासन द्वारा पिछले वर्ष नदी पर वैकल्पिक तौर पर बांस के चचरी का पुल तैयार करवा दिया गया था। जो पूरे बरसात को भी नहीं झेल पाया। बाद में जिप सदय के द्वारा नाव की व्यवस्था करवाई गई लेकिन नाविकों के अभाव तथा अन्य कारणों से यह व्यवस्था भी नाकाफी ही साबित हुई। यहां बताते चलें कि नदी के तटबंध पर बसे मिलीक टोले की कुल आबादी साढ़े तीन हजार की है, जिसमें अधिकांश संख्या अल्पसंख्यक, महादलित आदि की है। चूंकि नदी में पानी का बहाव लगभग सालों भर रहता है इसलिए नदी तैरकर दैनिक उपयोग के लिए सामग्री की खरीदारी करना, या फिर चिकित्सा के लिए नदी को तैरकर सफर तय करना ग्रामीणों की लाचारी सी होती है। ग्रामीणों के मुताबिक वर्ष 2007 में नाव से नदी पार करने के क्रम में नाव पलट जाने से नाव पर सवार 35 लोगों में तीन की मौत पानी में डूबने से हो गई थी। इसी तरह 2009 और 10 मिलाकर अब तक छह लोगों की मौत नदी पार करने के क्रम में हो चुकी है। ग्रामीणों में मो. कमरूद्दीन आदि बताते हैं कि पुल निर्माण की मांग प्रशासन के साथ-साथ सक्षम प्रतिनिधियों समक्ष भी कई बार रखी गयी। क्षेत्र दौरे के बीच नेता, मंत्री व अन्य प्रतिनिधियों ने भी पुल निर्माण का आश्वासन दिया। लेकिन अज्ञात कारणों से निर्माण का कार्य आज भी प्रारंभ नही हों पाया है।

संपूर्ण स्वच्छता अभियान, धरातल से कोसों दूर


भरगामा(अररिया) : भरगामा प्रखंड में संपूर्ण स्वच्छता अभियान अपने मूल उद्देश्य से कोसों दूर है। खास बात यह है कि योजना के प्रति दिलचस्पी न तो प्रतिनिधियों को है और न ही स्थानीय प्रशासन ही गंभीर है।
बीस पंचायत वाले प्रखंड में ऐसा एक भी पंचायत नहीं है जहां योजना सरजमीन पर दिखता हो। बुद्धिजीवी बताते हैं कि शौचालय निर्माण का सपना खासकर बीपीएल परिवारों के बीच आज भी एक सपना है। प्रशासनिक उदासीनता व कथित विचौलियों की सक्रियता के बीच यह योजना भी पूरी तरह फ्लाप साबित हुई। लिहाजा एक बड़ी राशि खर्च के बाद भी प्रखंड की अधिकांश आबादी खुले में शौच करने को विवश है। सबसे बुरा हाल गांवों के सड़कों की है जो खुला शौचालय बन कर रह गया है। स्थिति यह है कि लोग ऐसे रास्तों से सफर करने से कतराते हैं। जबकि कई तरह की बीमारियों से लोगों का स्वास्थ्य भी लगातार प्रभावित हो रहा है। खजुरी से चरैया जाने वाली मुख्य सड़क के साथ धनेश्वरी मुख्य सड़क तथा रघुनाथपुर जाने वाली सड़कें आदि उदाहरण है जो संपूर्ण स्वच्छता अभियान के दावों की पोल खोलती है।

शहर में दो दर्जन सड़कें जर्जर


अररिया : शहर का शिवपुरी मुहल्ला जिला मुख्यालय की सबसे बड़ी बसावट है। लेकिन जान कर ताज्जुब होगा कि मुहल्ले की एक दर्जन सड़कों पर आजतक एक छींटा मिट्टी तक नहीं पड़ा है। पक्कीकरण की बात तो दूर की है।
शहर में सड़कों के नाम पर खूब खेल हो रहा है। कहीं एक ही सड़क बार-बार बन रही है तो दो दर्जन से अधिक सड़कें ऐसी हैं, जिनकी हालत जर्जर व दयनीय बनी है। इतना ही नहीं इस शहर में ठेकेदारी करने के लिए सड़कों का बंटवारा होता है। कई जन प्रतिनिधि ऐसे हैं जो फुल टाइम ठेकेदार हैं।
इसमें संदेह नहीं कि अरसे बाद शहर की सड़कें चकाचक बनी, लेकिन प्लानिंग की कमजोरी व व्याप्त भ्रष्टाचार के कारण उनका कबाड़ा निकल गया है। विगत पांच वर्षो में शहर में सड़क बनाने के नाम पर करोड़ों की राशि व्यय की गयी है, लेकिन शुरूआती चमक-दमक के बाद स्थिति पुनर्मूषिको भव जैसी हो गयी है।
अररिया शहर में पीसीसी सड़क भी पांच साल नहीं चलती। मार्केटिंग गेट से शिवपुरी की ओर जाने वाली पीसीसी सड़क चूर-चूर हो गयी है। शिवुपरी मुहल्ले में एक दर्जन से अधिक सड़कें आज भी कच्ची ही हैं।
हीरा चौक से आजाद एकेडमी गेट तक की सड़क कुछ वर्ष पहले नप द्वारा बनायी गयी थी। अब उसे फिर डूडा के तहत बनाया गया है। हीरा चौक से टाउन हाल चौक तक जाने वाली पीसीसी सड़क छह साल में दो बार ढलाई हुई है।
पंचकौड़ी चौक से विजय शर्मा के आरा मिल होते हुए आश्रम पथ तक जाने वाली सड़क पर पांच लाख से अधिक खर्च हो चुका है। लेकिन आश्चर्य है कि पथ के एक हिस्से से पीसीसी कार्य भी लापता हो गया है। जिला मुख्यालय के मेन रोड शिलान्यास तत्कालीन पथ निर्माण मंत्री ने बड़े तामझाम के साथ किया था। चांदनी चौक पर शिलान्यास का पत्थर भी लगा है। लेकिन चार साल बीत गए अब तक सड़क नहीं बनी।
काली मंदिर चौक से महिला कालेज तक जाने वाली सड़क फारबिसगंज की ओर जाने वाले पीडब्लूडी पथ का एक हिस्सा है। किसी भी वीआइपी के आने की सूरत में इसे बनाया जाता है। लेकिन सड़क की मौजूदा स्थिति देख कर यही लगता है कि यह शहर की सबसे बेकार सड़क है।
शहर की सर्वाधिक जर्जर सड़कों की सूची
1. चांदनी चौक से जैन धर्मशाला पथ
2.एनएच 57 से कोर्ट स्टेशन पथ
3.पंचकौड़ी चौक से आश्रम रोड पथ
4.मार्केटिंग गेट के निकट से प्रो. एमपी सिंह के घर वाली पथ
5. भोजपुर मार्केट से रहिका टोला जाने वाली सड़क
6.काली मंदिर चौक से चांदनी चौक पथ
7.काली मंदिर चौक से महिला कालेज मोड़
8.चांदनी चौक से बर्मा सेल व आगे
9.हटिया रोड
10. हटिया से भगत टोला जाने वाली सड़क
11. पूर्व मंत्री तस्लीमुद्दीन के घर की ओर जाने वाली सड़क
12.जैन धर्मशाला के सामने से मारवाड़ी पट्टी जाने वाली पथ
13.बर्मा सेल से मुर्शीद रजा के घर जाने वाली सड़क
14.बर्मा सेल से इस्लामनगर जाने वाली सड़क

अज्ञात अपराधी के खौफ में रतजगा कर रहे लोग

भरगामा (अररिया) : इन दिनों भरगामा थाना क्षेत्र में अज्ञात अपराधी का खौफ प्रखंड वासियों के जेहन में बैठ गया है। जानमाल या परिवार जनों की सुरक्षा के लिए लोग यहां रतजगा कर रहे हैं। हालांकि भरगामा थानाध्यक्ष अनमोल कुमार ने इसे एक अफवाह बताया है। उन्होंने कहा कि इस तरह की शिकायत पर पुलिस काफी गंभीरता से काम कर चुकी है। अज्ञात अपराधी मात्र शरारती तत्व के दिमाग की उपज है जो अफवाह फैलाकर लोगों को दहशत में डाल रहे हैं। वहीं इससे उलट ग्रामीणों का कहना है कि अज्ञात अपराधी (मुरकट्टा) पूरे क्षेत्र में आतंक फैला रखा है।

जांच के नाम पर मदरसा शिक्षकों का हो रहा है आर्थिक दोहन: जाकिर



अररिया : जिले में संचालित प्रास्कीकृत मदरसा के जांच के नाम पर मदरसा कर्मियों का जमकर आर्थिक दोहन किया जा रहा है। ये बातें अररिया के विधायक जाकिर अनवर ने गुरुवार को अपने अररिया स्थित आवास पर पत्रकारों से कही। उन्होंने कहा कि बिहार मदरसा बोर्ड पटना एवं राज्य सरकार द्वारा जिले संचालित मदरसों का भौतिक सत्यापन कर अद्यतन स्थिति से सरकार को अवगत कराने का निर्देश प्राप्त हुआ था। उसी संदर्भ में जिला शिक्षा पदाधिकारी ने अपने स्तर से जांच प्रक्रिया प्रारंभ की। लेकिन सच्चाई यह है कि मदरसा की जांच कम लेकिन जमकर अवैध उगाही की गई। बेहतर रिपोर्ट भेजने के नाम पर प्रति मदरसा नहीं प्रति शिक्षक दस से पंद्रह हजार रुपया वसूले जाने की शिकायत प्राप्त हुई है। जिला शिक्षा पदाधिकारी को शिक्षा में सुधार से ज्यादा अपने आर्थिक स्थिति में सुधार की चिंता अधिक है। विधायक श्री अनवर ने कहा कि इस डीईओ के जिले में पदस्थापन के बाद शिक्षा में गिरावट की स्थिति ये है कि जिला आज पांचवे से सैतीसवें स्थान पर चला गया है। साथ ही विधायक जाकिर ने कहा कि अल्पसंख्यक विकास की योजना एमएसडीपी से भी अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को वंचित रखा गया। जिला प्रशासन से जैसे-तैसे 52 करोड़ रुपया बगैर सोचे समझे खर्च कर दिए। मदरसा में एक भी रुपया इस राशि से नही दिया जाना हास्यास्पद है।

एक साल बाद फिर चर्चा में आया दुष्कर्म व हत्या का मामला


अररिया : एक साल बाद एक बार फिर दुष्कर्म व हत्या का मामला चर्चा में है। पटना की एक नर्स के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या के करीब एक वर्ष पूर्व सिमराहा थाना क्षेत्र में मिले अज्ञात महिला के शव की घटना क्या एक-दूसरे से जुड़े है। यह बात मृतका नर्स उषा के चाचा द्वारा रविवार को दर्ज कराये गए प्राथमिकी के बाद चर्चा में है। जहां एक घटना को सत्य एवं सूत्रहीन दर्शाया गया तो दूसरे मामले में तीन वकील समेत सात लोग नामजद आरोपी बनाये गए हैं।
मिली जानकारी के अनुसार 09 जून 11 को सिमराहा थाना क्षेत्र के लक्ष्मीपुर में अज्ञात एक महिला का शव मिला था। जिसे अज्ञात अपराधकर्मियों द्वारा इस घटना को अंजाम दिए जाने की चर्चा हुई। तत्पश्चात वहां के चौकीदार 22/06 राम बहादुर ऋषिदेव के बयान पर प्राथमिकी दर्ज हुई थी। फारबिसगंज (सिमराहा), थाना कांड संख्या 287/11 भादवि की धारा 302/34 के तहत अज्ञात लोगों के विरुद्ध दर्ज कराया गया तथा अनुसधानकर्ता तारकेश्वर प्र. सिंह पुलिस अधिकारी बनाये गये। वहीं एक साल बाद फिर 24 जून 12 को फारबिसगंज (सिमराहा) थाना कांड संख्या 221/12 दर्ज हुआ। इस प्राथमिकी में भादवि की धारा 302, 201, 120 बी, 376, 420/34 के तहत आरोप लगाया गया तथा मृतका उषा के चाचा अनिल सिंह के बयान पर यह प्राथमिकी दर्ज हुई। इस मामले में अररिया सिविल कोर्ट के तीन वकील समेत सात लोग नामजद अभियुक्त बनाये गए, जिसमें सिविल कोर्ट अररिया के वकील व गैयारी निवासी आफताब, व मो. कमरूज्जमा, फरसाडांगी के सरफराज तथा बरदबट्टा के मोहन झा समेत पलासी के मुखिया मुर्शिद अबु बकर समेत डोरिया बलवा के मरगुब को आरोपी बनाया गया। जमुई जिले के सोनखार निवासी अनिल सिंह ने आरोप लगाया कि उसकी भतीजी उषा पटना स्थित पीएमसीएच में जब नर्स का कार्य कर रही थी तो उसी वक्त सरफराज अपना नाम सागर बताकर उसके संपर्क में आया तथा इस काम में मरगुब ने मदद किया। उसी दौरान शादी का झांसा देकर यौन शोषण जारी रहा।
परंतु जब दोनों वहां से गायब हो गये तो उषा उन लोगों की खोज करते अररिया पहुंची। जहां उसका नाम यही खातुन रखकर सरफराज से ब्याह करा दिया गया। परंतु उसके साथ जारी प्रताड़ना के बाद न्याय के लिये भटकती उषा को इंसाफ दिलाने के नाम पर आरोपियों ने उसके साथ यौन शोषण करते रहे तथा इसी क्रम में पंचायती में लिये 78 हजार हजम कर लेने को लेकर उसकी हत्या कर दिया गया। जिसका पता सूचक को सिमराहा थाना पहुंचा। जहां दिखाये गये एक मृतका के फोटो से उषा की हुई मौत की पुष्टि की गयी। जो पुरनदाहा खवासपुर सड़क किनारे मिले एक अज्ञात महिला के शव से की गयी। हालांकि इस मामले में वहां की पुलिस ने चौकीदार के बयान पर कांड संख्या 287/11 दर्ज किया था, जिसमें 30 सितंबर 11 को अनुसंधान भी पूरा हुआ तथा अनुसंधानकर्ता ने एफ आर नंबर 103/11 के तहत उस मामले को घटनाओं अज्ञात अपराधकर्मियों द्वारा अंजाम देने का उल्लेख भी किया है तथा घटना को सत्य एवं सूत्रहीन करार देते अररिया की अदालत में अंतिम प्रपत्र अक्टूबर 11 में ही दाखिल कर दिया।
फिर पटना की नर्स उषा के चाचा द्वारा सिमराहा थाने में दर्ज कांड संख्या 221/12 के बाद क्या सी मामले ने नया मोड़ ले लिया है? वहीं क्या उक्त दोनों प्राथमिकियां एक ही महिला की हुई हत्या से जुड़ा हुआ है? इन बातों की चर्चा जोर पकड़ने लगा है।

मोटर साइकिल चोरी

रेणुग्राम: फारबिसगंज शहर के रेफरल रोड स्थित डा. अजय कुमार सिंह के क्लिनिक के सामने से नरपतगंज प्रखंड के स्वालदह मझुआ निवासी मो. हसीबुर रहमान की हीरो होंडा मोटर साइकिल बीआर 38डी 2394 को अज्ञात चोरों ने चुरा लिया। इस बाबत पीड़ित के आवेदन पर स्थानीय थाना में अज्ञात चोरों के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है।

अपराधियों पर लगेगा लगाम, टीम गठित


भरगामा (अररिया) : अररिया पुलिस कप्तान शिवदीप लांडे ने भरगामा में अपराधिक घटनाओं पर विराम लगाने के उद्देश्य से पुलिस की दिनचर्चा के साथ कार्य निष्पादन के तौर तरीके आदि में भी व्यापक परिवर्तन किया। एसपी लांडे गुरुवार को भरगामा थाना निरीक्षण को आए थे। अपराधियों के लिए सेफ जोन बने भरगामा में पुलिस की निगहबानी बढ़ाने के उद्देश्य से उन्होंने पुलिस कर्मियों का अलग टीम का गठन करने की घोषणा की। जिससे प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से तमाम तरह की गतिविधियों पर निगाह रखी जा सके। इसके लिए सीमावर्ती सभी थानों से संबंध स्थापित कर अपराधियों के धड़पकड़ आदि की त्वरित व्यवस्था भी सुनिश्चित की।
उन्होंने कहा कि इससे महिलाओं के साथ छेड़खानी से लेकर आपराधिक लगभग सभी घटनाओं पर अंकुश लगेगा। उन्होंने संदेहावस्था में विचरण कर रहे अज्ञात चेहरों के साथ शराबियों आदि पर भी विशेष निगाह रखने की हिदायत पुलिस कप्तान शिवदीप लांडे ने थानाध्यक्ष अनमोल कुमार को दी। उन्होंने कहा कि अवैध कारोबार करने वाले या कानून से खिलवाड़ करने वाले तमाम चेहरों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जायेगी तथा अपराधी भले ही मजबूत व उंचे पहुंच के हो बक्शा नहीं जायेगा।

विधायक पर मारपीट का आरोप



रेणुग्राम (अररिया) : फारबिसगंज के भाजपा विधायक व उनके अंगरक्षकों पर एक टै्रक्टर चालक ने मारपीट का आरोप लगाया है। घायल चालक अस्पताल में भर्ती है। इधर विधायक ने मारपीट की बात से इंकार किया है। सिमराहा थाना अंतर्गत पूरवारी झिड़वा के मो. सईम ने विधायक पदम पराग वेणु व उनके अंगरक्षकों पर मारपीट का आरोप लगाते हुए एक आवेदन थाने को दिया है। आवेदन में ट्रैक्टर चालक ने आरोप लगाया कि वो अपने गांव से ट्रैक्टर बीआर 38 सी 8427 पर मकई लाद कर गुलाबबाग जा रहा था। रास्ते में 6 आरडी के पास पीछे से आ रहे विधायक ने साइड मांगा। परंतु सड़क खराब रहने के कारण साइड देने में विलंब हो गया। बाद में कुशहा चौक पहुंचने पर विधायक के दोनों अंगरक्षकों ने उसके साथ मारपीट की। वो उनसे बचकर गाड़ी में बैठे विधायक के समीप पहुंचे तो उन्होंने भी गाली देते हुए मारपीट की। इस बीच विधायक के गार्ड ने उसकी जेब से नकद 3500 तथा मोबाइल ले लिए। इधर विधायक ने कहा है कि वो बारात से लौट रहे थे। रास्ते में दो-तीन टै्रक्टर बीच सड़क पर खड़ी थी। इस पर गाड़ी से उनके अंगरक्षक उतरे और चालकों को खोजने लगे। यह देख सभी चालक भागने लगे। उन्हें भागते देख गार्ड ने उसका पीछा किया। विधायक ने मारपीट की घटना से इंकार किया है। एसपी शिवदीप लांडे ने कहा कि जांच के बाद विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी।

सम्मानित होंगे पुलिसकर्मी


भरगामा (अररिया) : पुलिस कप्तान शिवदीप लांडे ने भरगामा थानाध्यक्ष अनमोल कुमार अनि देवराज राय पुअनि शिवपूजन कुमार, अनि रामदेव यादव के साथ अन्य चिन्हित चौकीदारों को जल्द ही पुरस्कृत करने की घोषणा गुरुवार को की।
उन्होंने बैंक लूट के बाद अपराधियों की गिरफ्तारी लूटे गए रकम की बरामदगी के साथ अन्य बेहतर क्रियाकलापों के मद्देनजर उक्त पुलिस कर्मी के उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित करने की घोषणा की। एसपी लांडे ने कहा कि बेहतर कार्य कर दिखाने वाले तमाम जिम्मेवार पुलिस कर्मियों का आगे भी सम्मानित किया जायेगा। जिससे उसका मनोबल बना रहेगा।

चिकित्सक की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस ने की छापेमारी


रेणुग्राम (अररिया) : खैरखां की युवती विमला कुमारी के हत्यारोपी चिकित्सक आशुतोष कुमार एवं उनकी पत्‍‌नी की गिरफ्तारी के लिए फारबिसगंज पुलिस ने गुरुवार को कई जगहों पर छापेमारी की। लेकिन चिकित्सक दंपती पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ पाए। पुलिस के अनुसार आरोपी जहां भी रहेंगे उसे जल्द ही ढूंढ लिया जायेगा। इस संबंध में एसपी शिवदीप लांडे ने पूर्व में ही बता चुके हैं, जब तक चिकित्सक एवं उनकी पत्‍‌नी से पूछताछ नहीं हो जाती है तब तक हत्या का राज नहीं खुल सकता है। क्योंकि विमला वर्षो से चिकित्सक के घर ही दाई का काम करती है। वहीं पुलिस इस मामले में कई अन्य बिंदुओं पर भी जांच शुरू कर दी है। घटना के दिन हीं एसआई राजन कुमार एवं अन्य पुलिस बल जब उनके घर की तलाशी ली तो वहां सीसीटीवी कैमरा पाया गया। हालांकि चिकित्सक की अनुपस्थिति के कारण कैमरे से छेड़छाड़ नहीं की गयी और न ही यह पता चल पाया कि कैमरा चालू मोड में है या फिर बंद पड़ा है। पुलिस इस बिंदु को भी सुराग के लिए अहम मान रही है।
वहीं फारबिसगंज के डीएसपी विकास कुमार का कहना है कि युवती के साथ यौन शोषण से संबंधित जांच भी करायी जायेगी। श्री कुमार ने इस बात की संभावना से इंकार नहीं किया कि युवती का यौन शोषण हुआ और गर्भवती होने के बाद उसकी हत्या कर दी गयी।

विधानसभा समिति ने की योजनाओं की समीक्षा


अररिया : बिहार विधानसभा की आंतरिक संसाधन एवं केंद्रीय सहायता समिति गुरुवार को अररिया पहुंची। समिति ने स्थानीय परिसदन के सभागार में जिले के वरीय अधिकारियों के साथ बैठक कर योजनाओं की समीक्षा की। समिति में अध्यक्ष सह सुल्तानगंज के विधायक सुबोध राय, समस्तीपुर के विभूतिपुर विधायक रामबालक सिंह, पूर्णिया के बायसी विधायक संतोष कुमार कुशवाहा, बनमनखी विधायक कृष्ण कुमार ऋषि शामिल थे।
बैठक में समिति सदस्यों ने विगत तीन वर्षों के दौरान राजस्व एवं संसाधन उपलब्धि, केंद्रीय सहायता राशि का विनियोजन, परिसम्पतियों का सृजन, स्थापना व्यय तथा अनुत्पादक व्यय आदि की समीक्षा की। साथ हीं योजना एवं गैर योजना मदों में किए गए व्यय व उपलब्धि पर भी चर्चा हुई। इस बैठक में डीआरडीए निदेशक जफर रकीब, डीटीओ सदनलाल जमादार डीईओ राजीव रंजन प्रसाद, उत्पाद अधीक्षक डा. आनंद, सिंचाई विभाग के कार्यपालक अभियंता मंजर आलम, डीसीओ संजय कुमार मंडल, डीएसपी बदरे आलम, डीपीओ अमरदीप तिवारी सहित सभी सीडीपीओ मौजूद थीं। समिति के लायजन आफिसर में जिला प्रोग्राम पदाधिकारी चन्द्रप्रकाश थे।

छात्रा के साथ यौन शोषण, मेडिकल जांच


कुसियारगांव (अररिया) : शादी का प्रलोभन देकर एक स्कूली छात्रा के साथ यौन शोषण का मामला प्रकाश में आया है। युवक द्वारा शादी से इंकार करने पर पीड़िता द्वारा थाना में बयान कलमबद्ध कराया गया है। गुरुवार को पीड़िता को मेडिकल जांच के लिए अस्पताल लाया गया।
जानकारी के अनुसार सिकटी थाना क्षेत्र के उफरैल गांव निवासी रमेश मंडल की पुत्री (काल्पनिक नाम) अनिता कुमारी के आधार पर सिकटी कांड संख्या 85/12 दिनांक 27.6.12 दर्ज करते हुए पुलिस द्वारा मेडिकल जांच के लिए गुरुवार को सदर अस्पताल लाया गया।

दो जख्मी

कुसियारगांव : जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में बिजली प्रभावित तार से दो युवक जख्मी हो गये। जिन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल अररिया में भर्ती कराया गया। जहां डा. शरद कुमार ने एक को बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया। घायलों में जोकीहाट निवासी मो. अनीस व गैयारी निवासी रेजानुर शामिल हैं।

मारपीट में आधा दर्जन से अधिक लोग जख्मी

कुसियारगांव (अररिया) : जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में विगत 24 घंटे के दौरान दो पक्षों के बीच जमकर मारपीट में कई महिला सहित आधा दर्जन से ज्यादा लोग बुरी तरह जख्मी हो गये। जिन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल अररिया में भर्ती कराया गया। जानकारी के अनुसार नगर थाना क्षेत्र के बेलवा रहिका टोला में बच्चे द्वारा एक अनार तोड़ लेने के कारण नाबालिग फरहना सहित महिला बीबी शैमुन को पीट जख्मी कर दिया गया। इसी थाना क्षेत्र के पेकटौला देवरिया गांव में कल्भर्ट निर्माण में स्थानीय लोगों द्वारा पुल बनाने की मांग पर अड़ गये। जिस कारण मजदूर ठेकेदार मो. फरजन, जहीर, दूसरी घटना में मानिकपुर की सबिया, अख्तर आलम पीटी डुमरिया महलगांव, इरशाद आदि लोग जख्मी हो गये।

अनियमितता के विरुद्ध पंसस पहुंचे जनता दरबार

अररिया : पलासी प्रखंड के ग्राम पंचायत मजलिसपुर के एक पंचायत समिति सदस्य मंजू देवी अपने ही पंचायत के मुखिया के विरुद्ध गुरुवार को जिला पदाधिकारी के जनता दरबार पहुंची। जिला पदाधिकारी को आवेदन सौंपकर पंसस सदस्य श्रीमती मंजू देवी ने आरोप लगाया है कि मुखिया रामानंद मंडल बिना कमीशन के लाभुकों को इंदिरा आवास की राशि का भुगतान नहीं होने दे रहे हैं। मुखिया प्रत्येक लाभुकों से कमीशन के तौर पर छह हजार रुपये की मांग कर रहे हैं जबकि कई लाभुक 2 हजार रुपये का भुगतान कर चुके हैं। समिति सदस्य का यह भी कहना है कि कमीशनखोरी के कारण ही उनके पंचायत में मनरेगा एवं सोलर लाइट का बुरा हाल है।

नोडल आंगनबाड़ी केंद्र बनेगा रिसोर्स सेंटर



अररिया : डीएफआइडी के तत्वावधान में आत्मन कक्ष में जारी दो दिवसीय कार्यशाला के दूसरे दिन गुरुवार को पांच प्रखंड के सीडीपीओ व महिला पर्यवेक्षिकाओं ने भाग लिया। कार्यशाला को संबोधित करते हुए जिला प्रोग्राम पदाधिकारी चन्द्र प्रकाश ने बताया कि उद्दीपन के तहत नोडल आंगनबाड़ी केंद्र को चिन्हित करना है। चिन्हित केंद्र रिसोर्स सेंटर के रूप में कार्य करेगा। वहीं सुपौल के डीएफआईडी डीपीओ शांतिलाल परमार ने बताया कि उद्दीपन एक प्रक्रिया है। पंचायत स्तर पर आंगनबाड़ी केंद्रों का समूह बनाया जायेगा। वहीं अररिया के डीएफआई कहा कि उद्दीपन प्रक्रिया आंगनबाड़ी केंद्रों द्वारा दी जाने वाली सेवाओं में गति प्रदान करेगी। कार्यशाला में भरगामा व नरपतगंज सीडीपीओ राजकुमारी, फारबिसगंज सीडीपीओ नीता साहा, महिला पर्यवेक्षिका अनिता वर्मा सहित कई एलएस मौजूद थे।

सड़क हादसे में तीन घायल

कुसियारगांव : राष्ट्रीय राज मार्ग 57 कुसियारगांव पेट्रोल पंप समीप गुरुवार को मोटर साइकिल व मारुति वैन की भिड़ंत में मोटर साइकिल सवार सरपंच पति बागनगर निवासी, जुगेश्वर पासवान व शमशाद निवासी चिल्हनिया निवासी बुरी तरह जख्मी हो गये। जिन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल अररिया में भर्ती कराया गया। वहीं डा. विमल कुमार ने सरपंच पति को बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया।

मुखिया पर वार्ड सदस्य ने लगाया मनमानी का आरोप

अररिया : अररिया प्रखंड के पोखरिया पंचायत के मुखिया पर वार्ड सदस्यों ने योजनाओं के क्रियान्वयन में मनमानी करने का आरोप लगाया है। पंचायत के नौ वार्ड सदस्य इसराइल, सकीना, रघुनाथ, दयानंद, जुबैर, अनवरी, दुखानी, जय प्रकाश, मो. मोफीज ने जिला पदाधिकारी को हस्ताक्षरयुक्त आवेदन देकर आरोप लगाया है कि मुखिया ने इंदिरा आवास बीआरजीएफ, मनरेगा एवं 13वें वित्त में भारी अनियमितता बरती है। बगैर कार्यकारिणी की बैठक कराए मनमाने ढंग से मुखिया कार्य करती है। इस आरोप के संबंध में पूछे जाने पर मुखिया असगरी ने बताया कि सारा आरोप बेबुनियाद है। वार्ड सदस्य हर काम में कमीशन मांगते हैं। मुखिया ने कहा कि काम करें या कमीशन दें।

गिरोह की एकजुटता बन सकती सिरदर्द


अररिया : नरपतगंज डकैती कांड के उद्भेदन के दौरान कई चौंकाने वाले तथ्यों का खुलासा हुआ है। गिरफ्तार अपराधियों ने एसपी के समक्ष खुलासा किया है कि घटना में तीन गिरोह के 35 सदस्य शामिल थे। घटना से पूर्व सुपौल के मोकीम मियां गिरोह के सदस्यों ने एक दर्जन बम बनाया, फिर उसका प्रयोग दहशत फैलाने के उद्देश्य से किया गया। वहीं बिदो पासवान गिरोह ने घटना को अंजाम देने वाले गांव की रैकी की। अपराधियों ने एसपी के समक्ष यह भी खुलासा किया कि झाबड़ मरीक महेश यादव गिरोह के सदस्य मोकीम मियां गिरोह के कहने पर ही घटना को अंजाम देने पहुंचा था। तीन गिरोहों के सदस्य एकजूट होकर डकैती की घटना को अंजाम दिए, फिर अपने-अपने गंतव्य स्थान पर चले गये।
किसी भी घटना को अंजाम देने के लिए तीन गिरोहों की एकजूटता आने वाले समय में पुलिस के लिए सिरदर्द बन सकती है। ऐसी एकजूटता जिले में चार साल बाद देखी जा रही है। कभी जिले में डकैतों का बादशाह माने जाने वाले रज्जाक मियां गिरोह, नरपतगंज के बिकरू पासवान गिरोह एवं जगता खरसाही के सैफुल्लाह गिरोह की तूती बोलती थी। पहले इस गिरोह के सदस्य संगठित होकर अलग-अलग आपराधिक घटनाओं को अंजाम देते थे। लेकिन बाद में ऐसा भी आया कि तीनों गिरोह एकजुट होकर नेपाल के रंगेली, इटहरी, अररिया के फारबिसगंज, सिमराहा, जोगबनी, जलालगढ़ एवं अन्य क्षेत्रों में दो दर्जन से अधिक डकैती, लूट जैसे आपराधिक घटनाओं को अंजाम दिया। इस गिरोह की सक्रियता से पुलिस की नींद उड़ गयी थी। दो वर्ष पूर्व जब अररिया पुलिस ने रज्जाक की गिरफ्तारी की थी उस समय उन्होंने पुलिस के समक्ष स्वीकार किया था कि उसके गिरोह ने दो दर्जन डकैती की घटना को अंजाम दिया है। जबकि नरपतगंज के बिकरू पासवान ने भी दर्जनों घटना को अंजाम दिया था। दोनों सरगना हाल ही में जेल से रिहा हो गये। जेल से रिहा होने के बाद अब तक किसी भी घटना में उनकी संलिप्तता सामने नहीं आयी है। लेकिन वर्षो बाद गिरोहों की एकजुटता फिर से सामने आने लगी है। अपराधियों की एकजुटता पर लगाम नहीं लगाया गया तो आने वाले समय में पुलिस ही नहीं आम जनों के लिए समस्या खड़ी हो सकती है। हालांकि पुलिस अधीक्षक शिवदीप लाडे का कहना है कि ऐसी नौबत नहीं आने दी जाएगी। एसपी ने बताया कि किसी भी आपराधिक गिरोह की एकजुटता तो दूर कोई बदमाश फन भी उठाने का प्रयास किया तो उसे कुचल दिया जायेगा

हुजूर! गर्भवती हूं, नहीं सुन रही है पुलिस



अररिया : एसपी के जनता दरबार में गुरुवार को प्रेम में धोखा खायी युवतियों का मामला छाया रहा। सिमराहा, फारबिसगंज की तीन युवती ने जनता दरबार में एसपी के बदले सुनवाई कर रहे डीएसपी मो. कासिम के समक्ष न्याय की गुहार लगाते हुए बताया कि हुजूर प्रेम प्रसंग में वो गर्भवती हो गयी है। प्रेमी पर शादी दवाब बनायी तो वे मुकर गये। स्थानीय पुलिस भी उनकीं नही सुन रही है। हालांकि ऐसे मामलों में डीएसपी ने संबंधित थाने की पुलिस को प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया है। डीएसपी ने बताया कि ऐसे मामलों में यदि पुलिस पीड़ित की नहीं सुनती है तो यह गंभीर मामला है।
डीएसपी ने बताया कि आज के जनता दरबार में लगभग 100 मामले आये। जिसमें तीन युवती के गर्भवती होने का भी मामला शामिल था। इसके बाद अधिकांश मामले भूमि विवाद से जुड़े थे। जिन थाना क्षेत्रों से विवाद जुड़ा था उन थाना क्षेत्र की पुलिस को निष्पादन का आदेश दिया गया है।

कटिहार से भटकी युवती अररिया पहुंची


अररिया : शादी समारोह में भाई के साथ दिल्ली से कटिहार आयी एक युवती बीते बुधवार को भटक कर अररिया पहुंची। गुरुवार को स्वयं सेवी संस्था टीप इंडिया के साकेत कुमार ने युवती को अपने साथ लेकर सीडब्ल्यूसी के अध्यक्ष रीता घोष के पास पहुंचाया। जहा से युवती को स्टे होम भेज दिया गया है।
अध्यक्ष के पास युवती ने बताया कि वह अपने भाई दीपक कुमार वर्मा के साथ दिल्ली स्थित लाल किला के पास रहती है। पांच दिन पूर्व वह भाई के साथ कटिहार के आजमनगर में एक शादी समारोह में आयी थी। दो दिन पूर्व दिल्ली जाने के क्रम में वह कटिहार रेलवे स्टेशन से भटक गयी। इसी बीच कटिहार में ही अररिया के संजीव नामक युवक ने उसे दिल्ली पहुंचाने का आश्वासन देकर अररिया ले आया। लेकिन संजीव उसे किसी होटल में ले जाने का प्रयास किया। होटल जाने के क्रम में ही वह वहा से भाग निकली। भागकर वह कटिहार जाने के लिए पुन स्टेशन पहुंची। स्टेशन पर भी वह कई युवकों से घिर गई। तब तक संस्था के सदस्य वहां पहुंच गये।

मुख्य पार्षद के साथ दु‌र्व्यवहार, प्राथमिकी दर्ज


अररिया : नगर परिषद अररिया के मुख्य पार्षद स्वीटी दास गुप्ता एवं उनके पति के साथ बुधवार की रात चांदनी चौक के निकट कुछ युवकों ने अभद्र व्यवहार करते हुए रंगदारी की मांग की। अभद्र व्यवहार एवं रंगदारी मांगे जाने की घटना से आहत पार्षद पति ने नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी है।
दर्ज प्राथमिकी में पार्षद पति टुबलु दास गुप्ता ने कहा कि वह अपनी पत्‍‌नी के साथ जैन धर्मशाला में आयोजित एक शादी समारोह में जा रहे थे। चांदनी चौक के निकट उज्जवल कुमार सिंह नामक युवक के नेतृत्व में एक दर्जन युवकों ने जबरन उनकी गाड़ी रुकवायी और भद्दी-भद्दी गालियां देने लगा। पीड़ित दास ने बताया कि उज्जवल एवं उनके सहयोगी ने उनसे पचास हजार रुपये बतौर रंगदारी की मांग की। रंगदारी नहीं देने पर अंजाम भुगतने की धमकी युवकों ने दी है।

मदरसा में विधायक ने किया प्रोत्साहन राशि वितरित


जोकीहाट (अररिया) : अल्पसंख्यक कल्याण योजनान्तर्गत प्रखंड के मदरसा असरफुल उलूम इदगाह, कजलेटा में गुरुवार को विधायक सरफराज आलम ने विद्यार्थियों के बीच प्रोत्साहन राशि एवं छात्रावास भत्ता राशि का वितरण किया। प्रोत्साहन राशि का वितरण फोकानियां पास विद्यार्थियों के बीच वितरित किया गया। इस मौके पर विद्यार्थियों एवं अभिभावकों को संबोधित करते हुए विधायक ने तालिम की ताकत को प्राथमिकता देने का आग्रह किया। विधायक श्री आलम ने कहा कि तालिम इज्जत, जरूरत व दौलत है। उन्होंने नारी शिक्षा को अधिक महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि अल्पसंख्यक समुदाय में नारी शिक्षा को और तवज्जो देने की जरूरत है।
विधायक श्री आलम ने कहा कि 80 प्रतिशत कुल्हैया मुस्लिम को शैक्षिक, आर्थिक सरकारी मदद मिलनी चाहिए। उन्होंने कुल्हैया जाति के पिछड़ेपन को दूर करने के लिए एनक्सर वन में शामिल करने की बात कही। इस दौरान मदरसे के विकास के लिए हर संभव मदद का आश्वासन उन्होंने मदरसा के शिक्षकों को दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता हेड मौलवी शकील एवं मंच संचालन मास्टर अहमद ने किया। मौके पर मास्टर कासिम, सुबहान, अलीम, मोजीब, मुखिया मोहीउद्दीन एवं मास्टर साबिर आलम, तैयब, जफर मोजीबुर्रहमान, डा. सलीमुद्दीन, विधायक प्रतिनिधि रफीक आलम आदि मौजूद थे।

सोलर लाइट प्रकरण: प्रखंडवार होगा जांच टीम का गठन

अररिया : रोशनी चुराने वालों की अब खैर नहीं। सोलर लाइट लगाने के नाम पर लाखों रुपये बनाने वालों पर जल्द ही कार्रवाई होगी। दैनिक जागरण द्वारा लगातार सोलर लाइट घोटाले की खबर छापने के बाद जिला प्रशासन की नींद टूटी। जिला पदाधिकारी एम. सरवणन ने पूरे मामले की जांच का आदेश दिया है। गुरुवार को डीएम श्री सरवणन ने बताया कि जांच के लिए प्रखंडवार जांच टीम का गठन किया जा रहा है। प्रत्येक प्रखंड में वरीय उप समाहत्र्ता के नेतृत्व में टीम का गठन किया जायेगा। उन्होंने बताया कि 12वीं वित्त, बीआरजीएफ मद से पंचायतों में लगाये गए सोलर लाइट का भौतिक सत्यापन भी कराया जायेगा। उन्होंने बताया कि जांच के दौरान लाइट की कंपनी, उसकी बाजार कीमत व लगाने के बाद निकासी की गई राशि का ब्यौरा भी एकत्र किया जायेगा। डीएम के अनुसार जांच बिल्कुल पारदर्शी होगा तथा जांच में दोषी पाये जाने वालों को बख्शा नहीं जायेगा। सूत्रों की मानें तो सोलर लाइट लगाने के नाम पर जिले में करीब 20 करोड़ से अधिक का घोटाला किया गया है। पंचायतों में सोलर लाइट बिना निविदा निकाले ही आपूर्ति हुई। वो भी ब्रेडा जैसे कंपनी से नहीं बल्कि लोकल कंपनी के लगा दिए गये। डीएम के द्वारा जांच का आदेश देने के बाद मलाई मारने वालों की नींद उड़ गयी है।

चौकीदार ने एसपी से की कार्रवाई की मांग


जोकीहाट (अररिया) : महलगांव थानाध्यक्ष द्वारा चौकीदार की पिटाई मामले में चौकीदार ने एसपी को आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की है।
चौकीदार नित्यानंद ततमा ने एसपी शिवदीप लांडे को लिखित आवेदन देकर थानाध्यक्ष मनुप्रसाद एवं गार्ड रविन्दर सिंह एवं चौकीदार गोनर लाल ततमा के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है। एसपी श्री लांडे को सौंपे आवेदन के अनुसार पीड़ित चौकीदार ने लिखा है कि घटना के तीन दिन पूर्व यानि 23 जून को देहरादून की एक लड़की भंसिया में पुलिस द्वारा पकड़ी गई थी। थानाध्यक्ष श्री प्रसाद के आदेशानुसार चौकीदार श्री ततमा भंसिया में ही लड़की की रखवाली कर रहे थे। इस दौरान 26 जून को थानाध्यक्ष भंसिया पहुंचकर लड़की को छोड़ देने की बात चौकीदार को कही। श्री ततमा ने थानाध्यक्ष से बताया कि मैं तीन दिनों से भूखा प्यासा इस लड़की की रखवाली कर रहा हूं मुझे खाने के लिए कुछ पैसे दीजिए इस पर थानाध्यक्ष गाली-गलौज करने लगे। इस बात पर नाराज होकर चौकीदार ने एसपी को मामले की जानकारी देने की बात कही। इस पर भड़के थानाध्यक्ष मनुप्रसाद एवं गार्ड रविन्दर सिंह एवं गोनर ततमा ने बुरी तरह मारपीट कर जख्मी कर दिया। बेहोशी की हालत में उसे सदर अस्पताल लाया गया। घटना से पीड़ित चौकीदार एवं उनके परिजन सहमे हुए हैं।

सर! मेरे भवन से कब हटेगा फुलका थाना



अररिया : गुरुवार को जनता दरबार में एक बार फिर फुलकाहा के गणेश प्रसाद गुप्ता डीएम के समक्ष फरियाद लेकर पहुंचे। श्री गुप्ता ने कहा कि सर! हाईकोर्ट का फैसला तथा पुलिस महानिदेशक का आदेश का एक वर्ष बीत गया, पर अब तक मेरे भवन से फुलकाहा थाना को अन्यत्र शिफ्ट नहीं किया गया। फारबिसगंज एसडीओ इस मामले में टाल मटोल कर रहे हैं। डीएम एम सरवणन ने इस मुद्दे पर फौरन फारबिसगंज डीसीएलआर से बात कर सीओ से प्रतिवेदन लेने का निर्देश दिया तथा पुलिस अधीक्षक को अपने स्तर से भी कार्रवाई के लिए पत्र लिखा। वहीं डीआरडीए के कर्मी श्री लाल यादव मार्च माह से लंबित वेतन भुगतान की मांग को लेकर पहुंचे थे। रानीगंज की एक महिला यूबीजीबी का इंदिरा आवास, पासबुक लेकर पहुंची थी। उनकी शिकायत थी कि पासबुक में राशि प्रविष्ट नहीं किया गया है। इसके अतिरिक्त गुरुवार को करीब 150 शिकायती आवेदन प्राप्त हुआ। इस मौके पर एडीएम कपिलेश्वर विश्वास भी मौजूद थे।

प्यास बुझाने के नाम पर बहाया गया एमएसडीपी का पैसा


अररिया : जिले में स्कूली बच्चों के प्यास बुझाने के नाम पर एमएसडीपी का पैसा बहा दिया गया। स्कूली बच्चों की प्यास तो नहीं बुझी लेकिन ठेकेदार की पौ बारह जरूर हो गयी। वित्तीय वर्ष 2010-11 में जिले के 373 स्कूलों में बच्चों को प्यूरीफाइड पानी पिलाने के लिए टेरा फिल्टर लगाने का आदेश निर्गत किया गया। यह कार्य एमएसडीपी योजना से कराया गया।
सूत्रों की मानें तो टेरा फिल्टर लगाने का काम विद्यालय शिक्षा समति को करना था, परंतु शिक्षा विभाग के एक तत्कालीन अधिकारी ने बात कर सभी विद्यालय में फिल्टर सामग्री आपूर्ति कराई। जाहिर सी बात है जिले से आपूर्ति के नाम पर कमीशन का भी पूरा खेल हुआ। घटिया कंपनी का पाइप, टंकी आदि लगाकर बिल पास तो करा लिया गया, लेकिन बच्चों को आज तक एक बूंद पानी नसीब नहीं हुई। डीएम एम. सरवणन के निर्देश पर डीईओ साहब जांच करवा रहे हैं, लेकिन जांच रिपोर्ट देखने से स्पष्ट होता है कि जांच कागज पर ही हुआ। एक भी बीईओ स्कूल जाकर टेरा फिल्टर का भौतिक सत्यापन नहीं किया। लेकिन सारे फिल्टर को संतोषप्रद करार जरूर दे दिया। 373 स्कूलों में 33 हजार की दर से फिल्टर लगाने के लिए दिया गया था। सारे टेरा फिल्टर 'टेढ़ा फिल्टर' साबित हो गए हैं।

भारत का माल, सोना उगा रहा नेपाल


अररिया : भारत के माल पर सोना उगा रहा है नेपाल। सीमांचल में सक्रिय खाद तस्करों का सिंडिकेट इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। दरअसल नेपाल के तराई इलाके में होने वाली खेती तस्करी के खाद पर निर्भर करती है। तस्करों के इस खेल को नो मैंस लैंड और जिले के खाद कारोबारी मदद पहुंचा रहे हैं।
मानसून के प्रवेश के साथ ही सीमांचल में खाद तस्करों का सिंडिकेट सक्रिय हो गया है। तस्करों के इस सिंडिकेट का जाल बंगाल और नेपाल तक फैला है। नेपाल का तराई इलाका सोना उगलता है। परंतु इस जमीन को सोना बनाने के लिए भारतीय खाद की आपूर्ति इस इलाके के तस्कर करते हैं। तस्करों की मदद यहां के खाद कारोबारी और नो मैंस लैंड व उसके आसपास बने छुपे गोदामों से होता हैं।
फिलहाल इंडो-नेपाल सीमा से सटते भारतीय क्षेत्र में खाद माफियाओं द्वारा कई छुपे गोदामों का निर्माण किया गया है। इन गोदामों में तस्करों व कारोबारियों द्वारा खाद का भंडारण किया जाता है। सीमा पार पहुंचाने के लिए तस्करों द्वारा कई तरीके इस्तेमाल में किये जाते हैं। नेपाल के तराई इलाके के आमगाछी, मधुबनी, डैनिया, बघवान, दानापट्टी, टकुआ, आमबाड़ी, कोढैली, खरर्रबाड़ी, कल्याणपुर, चोपराहा, नेपाल सिकटी आदि तराई का गांव सोना उगलता है। इन इलाकों में धान की खेती बड़े पैमाने पर होती है। टकुआ के इंद्र नारायण मंडल बताते हैं कि यहां धान मुख्य फसल है। बहुआन के देव नारायण मंडल के अनुसार भारतीय खाद के बिना उनके खेतों में फसल की कल्पना बेमानी है। वो बताते हैं कि जो खाद भारती में तीन सौ रुपये उपलब्ध है वो खाद नेपाल में पांच से छह सौ रुपये बोरी मिलता है। बावजूद इसके भारतीय खाद की मांग काफी है। हाल के दिनों में परवाहा में पांच सौ बोरा तथा सिकटी में सीमावर्ती गांव में 162 बोरा बंगाल का खाद पकड़ा गया। बताते हैं कि फारबिसगंज के कुछ खाद कारोबारी तस्करों की सांठगांठ से भारतीय खाद नेपाल पहुंचाने में जुटे हैं। ऐसे कारोबारियों के तार बंगाल से जुडे़ हैं।
कहते हैं अधिकारी
''विभाग की नजर खाद तस्करी पर है। विभाग द्वारा सीमावर्ती इलाके के कारोबारियों पर नकेल कसी जा रही है ताकि जिले के किसानों को दिक्कत का सामना नहीं करना पड़े।''
नईम अशरफ, जिला कृषि पदाधिकारी

श्री विधि की दी जानकारी


रेणुग्राम: फारबिसगंज प्रखंड के बोकड़ा पंचायत में विषय वस्तु विशेषज्ञ कैलाश कुमार क द्वारा किसानों को श्री विधि से खेती की जानकारी दी गई। इसको लेकर प्रशिक्षण भी दिया गया। इस मौके पर मुखिया प्रतिनिधि मो. मुश्ताक, पं. समिति सदस्य मो. अशरफ, जहरूल, डा. एकराम, महीउद्दीन, मो. हासिम सहित दर्जनों किसान उपस्थित थे।
शिविर में समुचित व्यवस्था की मांग
रेणुग्राम (अररिया), जाप्र: फारबिसगंज प्रखंड के पछियारी झिरुआ पंचायत में मंगलवार को आयोजित इंदिरा आवास शिविर में मजिस्ट्रेट एवं गवाह के अनुपस्थिति में बैंक कर्मी द्वारा खाता नही खोले जाने के मामले को लेकर मुखिया एवं ग्रामीणों ने एक आवेदन प्रखंड विकास पदाधिकारी को दिया है। ग्रामीणों ने बीडीओ से शिविर में समुचित व्यवस्था की मांग की है ताकि हंगामा नही हो।

जिंदगी-मौत से जूझ रही महिला

कुसियारगांव (अररिया) : एक अज्ञात महिला सदर अस्पताल अररिया में कई दिनों से जिंदगी और मौत के बीच झुल रही है। चिकित्सक के मुताबिक महिला का माथे पर घाव रहने के कारण किटाणु भारी मात्रा में पल रहा है। जिसे सफाई व इलाज के माध्यम से बचाया जा सकता है। इस संबंध में अस्पताल प्रबंधक विकास कुमार आनंद ने बताया कि इलाज तो चल रहा है जिसे चिकित्सक ने बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया है। कोई परिजन नही रहने के कारण संबंधित सहायता केन्द्र को सूचना कर दिया गया है।

लोजपा नेता खालिद लौटे कांग्रेस में

अररिया : पूर्व जिला पार्षद मो. खालिद हुसैन लोजपा से नाता तोड़कर दोबारा कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। यह जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि लोजपा में जाने के बाद से ही वे घुटन महसूस कर रहे थे। लोजपा पर गलत नीति एवं कार्यकर्ता की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए श्री हुसैन ने कहा कि लोजपा में संगठन नाम का कोई चीज नही है। पार्टी कार्यकर्ता का चुनाव के समय इस्तेमाल कर उसे छोड़ दिया जाता है।

शिविर आयोजित कर बांटे पेंशन : डीएम


अररिया : जिलाधिकारी के कार्यालय कक्ष में बुधवार को सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी तथा प्रखंड कल्याण पदाधिकारी के साथ डीएम ने अलग-अलग बैठक की। डीएम एम. सरवणन ने कल्याण विभाग की समीक्षा क्रम में छात्रवृति योजना, भाड़ा योजना, सामुदायिक रेडिया योजना, दशरथ मांझी कौशल विकास योजना आदि की बारी-बारी से समीक्षा की। श्री सरवणन ने सभी बीडब्ल्यूओ को प्रखंड मुख्यालय में रहकर महादलित हितार्थ सभी योजनाओं को सुचारू रूप से मानीटरिंग करने का निर्देश दिया।
वहीं बीडीओ के साथ आयोजित बैठक केक संबंध में मिली जानकारी के अनुसार सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना की समीक्षा की गई। डीएम ने सभी बीडीओ को हरेक तीन माह पर प्रखंड मुख्यालय में शिविर आयोजित कर पेंशन राशि भुगतान करने का निर्देश दिया। साथ ही सभी सात पेंशन स्कीमों का पेंशन पासबुक शीघ्र लाभार्थियों को उपलब्ध कराने को कहा गया है।

20 करोड़ के सोलर लाइट घोटाले की खुलेगी परत


अररिया : सूरज की गर्मी से मिलने वाली रोशनी के 'चोरों' की अब खैर नहीं। दैनिक जागरण में सोलर लाइट लगाने में कमीशन के खेल व घोटाला किये जाने की खबर छपने के बाद जिलाधिकारी एम सरवणन ने पूरे मामले की जांच के आदेश दिये हैं।
डीएम श्री सरवणन ने बुधवार को बताया कि यह मामला गंभीर है और डीडीसी प्रभात कुमार महथा इसकी जांच कर अपनी रिपोर्ट देंगे और उसके बाद दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जायेगी।
विदित हो कि जिले में पंचायतों के माध्यम से जरूरत वाले स्थानों पर सोलर लाइट लगायी जानी थी। जिन योजनाओं के तहत सोलर लगनी थी, उनमें बारहवीं वित्त आयोग व बीआरजीएफ आदि शामिल थे, लेकिन पूरी योजना में जम कर कमीशनखोरी का खेल हुआ। हेवी कमीशन लेकर घटिया सोलर लगाये गये। जानकारों की मानें तो कमीशनखोरी के खेल में कई पीआरआई प्रतिनिधि, सरकारी अधिकारियों व बाबुओं ने जमकर मलाई उड़ाई। ब्रेडा जिस सोलर के लिए सोलह हजार रुपये लेता है, कई स्थानों पर वैसे ही सोलर की खरीद साठ हजार रुपये तक में की गयी। इतना ही नहीं कई मुखियों व पंचायत सचिवों ने घटिया व लोकल स्तर पर मिलने वाले सोलर भी खरीद लिए। वहीं, 13 वीं वित्त आयोग की राशि से सोलर खरीद पर रोक के बावजूद जोकीहाट व अररिया की कई पंचायातों में सोलर लाइट की आराम से खरीद की गयी। इतना ही नहीं सोलर खरीद के मामलों में न तो निविदा निकाली गयी और न ही सरकारी नियमों का पालन किया गया।
जोकीहाट में इसी वर्ष कई मुखियों ने तेरहवीं वित्त की राशि से कई मुखियों ने जब सोलर की खरीद कर ली तो वहां के बीडीओ ने उन्हें राशि वापसी का आदेश दिया। इसी तरह अररिया के बीडीओ ने सभी पंचायत सचिवों से सोलर लाइट के संबंध में स्टेटस रिपोर्ट मांगी है। लेकिन सूत्रों की मानें तो अधिकतर पंचायत सचिव इस आदेश का पालन करने में विफल रहे हैं।
जानकारों के मुताबिक इस पूरे घोटाले में कम से कम बीस करोड़ रुपये का खेल हुआ हे। बहरहाल डीएम के आदेश के बाद अब संदेह नहीं कि इस घोटाले की परत दर परत निश्चित रूप से खुलेगी।

मानसून की दस्तक के साथ उड़ी जिलावासियों की नींद


अररिया : मानसून की दस्तक के साथ नदियों की गोद में बसे अररिया जिलवासियों की नींद उड़ने लगी है। कटाव, बाढ़, खेतों में सिल्टिंग व प्रशासन की उपेक्षा के कारण जिले में मानसून का आगमन खुशी कम पीड़ा अधिक लाता है। इस बार के हालात भी पुराने जैसे ही हैं।
इस जिले में एक दर्जन बड़ी तथा दो दर्जन छोटी नदियां हैं, जो मानसून की बौछारों के साथ उफनाने लगती हैं। इनमें परमान, बकरा, कनकई, रतवा, नूना, लोहंदरा आदि प्रमुख हैं। मानसून का आगमन इन नदियों के किनारे बसे गांवों में हर साल तबाही का संदेश लेकर आता है। बकरा और परमान कटाव के मामले में कुख्यात है। इन दोनों नदियों ने अब तक पचास गांवों में कटाव का तांडव मचाया है। परमान के किनारे बसे फारबिसगंज प्रखंड के घोड़ाघाट, रमई, अम्हारा, चिकनी, फकरिना, कौआचार, महिसाकोल, गुरमी, खवासपुर, कमता, बलियाडीह, खमकोल, बांसबाड़ी, बसंतपुर सहित जिले के दो दर्जन गांव इस नदी के अभिशाप से हर साल पीड़ित होते हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से उनकी तकलीफ को दूर करने का कोई उपाय नहीं हो रहा है। परमान तटबंधों की मरम्मत अब तक नहीं की गयी है। लिहाजा, बाढ़ आने की स्थिति में इस साल भी जिले के ये गांव पीड़ा झेलने को विवश होंगे। इसी तरह बकरा की तबाही का दंश सिकटी, अररिया, पलासी व जोकीहाट प्रखंडों में चरम पर रहता है। इस नदी ने विगत पांच वर्षो में आधा दर्जन पक्का स्कूल भवन तथा दो हजार से अधिक घरों को लील लिया है। विडंबना है कि कटाव पीड़ित परिवारों को पुनर्वास के लिए पक्के इंदिरा आवास देने के स्पष्ट प्रावधान के बावजूद उन्हें अब तक यह सहायता नहीं मिली है। जोकीहाट प्रखंड के रामराय, मझुआ, तारण, सतबिट्टा, रहरिया आदि गांवों में बकरा नदी ने सैकड़ों परिवारों को गृहविहीन बना दिया है। ये परिवार नदी के प्रकोप से बार-बार उजड़ कर बसने को विवश हैं।
सर्वाधिक चिंता की यह बात है कि प्रशासन नदी तट पर बसे लोगों की सुरक्षा के लिए अब तक कोई ठोस नीति या पहल नहीं कर पाया है। बाढ़ से जंग के नाम पर लाखों रुपये खर्च किए गए हैं और शायद इस बार भी खर्च किए जायेंगे, लेकिन जब तक कटाव को रोकने के लिए कोई ठोस नीति नहीं बनायी जायेगी तब तक जिलावासियों की पीड़ा कम नहीं होगी।

शराब ने शरीफों का जीना किया मुहाल


भरगामा (अररिया) : व्यापक पैमाने पर अनुबंधित शराब दुकान खोले जाने से राजस्व के रूप में विभाग या सरकारी को फायदा अवश्य मिला है। किंतु एक सच्चाई यह भी है कि शराब की ताबड़तोड़ बिक्री व इसके सार्वजनिक स्थलों पर धड़ल्ले से किए जा रहे उपयोग ने प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से शरीफों को घर से बाहर निकलने पर प्रतिबंध सा लगा दिया है।
शहरों या वैसे तमाम क्षेत्र जहां नियमित पुलिस की गश्ती की जाती है वहां एक हद तक माहौल अभी भी नियंत्रण में है लेकिन वैसे तमाम क्षेत्र जो पुलिस की निगरानी से दूर है वहां स्थिति काफी चिंताजनक बनी हुई है। केवल भरगमा प्रखंड में पान, चाय, किराना आदि की दुकान दर्जनों में है जहां अवैध रूप से देशी व इंगलिश शराब बेची जा रही है। गंभीर बात यह है कि पीने-पिलाने पर भी कोई खास अंकुश नहीं है। सार्वजनिक या भीड़-भाड़ वाले इलाकों में भी उन्मुक्त रूप से शराब सेवन कर रहे लोगों को सुबह से लेकर शाम तक देखा जा सकता है। शराब पीकर आपस में गाली-गलौज करते आने-जाने वालों पर फब्बियां कसते लोगों से त्रस्त शरीफ लोग व महिलाएं घर से निकलने से परहेज करती हैं। वैसे स्थानीय पुलिस द्वारा ऐसे अपसंस्कृति पर विराम लगाने के उद्भेदन से लगातार कार्रवाई की गई तथा कई लोगों को हिरासत में लेकर दंडात्मक कार्रवाई भी चलाई गई लेकिन यह कार्रवाई भी नाकाफी ही साबित हुई।

बीपीएल एपीएल से वंचित लोग कैसे जलायें ढिबरी


पलासी (अररिया) : प्रखंड के बीपीएल/एपीएल से वंचित परिवारों के लिए किरासन तेल हेतु वैकल्पिक व्यवस्था नहीं किये जाने से आमजनों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। घर में रोशनी जलाना भी समस्या हो गयी है।
इस बाबत हारुण रशिद, मो. रजानूर, बबलू, मुखिया वकीला खातुन, मुखिया रूखसाना खातुन आदि ने बताया कि बीपीएल/एपीएल से वंचित परिवारों के लिए सरकार द्वारा अबतक वैकल्पिक व्यवस्था नहीं किया गया है। बिना कूपन डीलर द्वारा वंचितों को किरासन नही मिल रहा है। बाध्य होकर बीपीएल, एपीएल से वंचित परिवार खुले बाजार में औने-पौने दामों पर किसी तरह किरासन खरीदकर अंधेरे को मिटा रहे हैं। उन्होंने प्रशासन से इस दिशा में ठोस पहल की मांग की है।

लीड -चिकित्सक पर लड़की की हत्या का आरोप


रेणुग्राम (अररिया) : फारबिसगंज शहर के एक प्रसिद्ध चिकित्सक के घर चार वर्षो से दाई का काम कर रही एक सोलह वर्षीय किशोरी की लाश चिकित्सक आवास से महज सौ मीटर की दूरी पर स्थित सुल्तान पोखर से बुधवार की सुबह पुलिस ने बरामद की। मृत लड़की का नाम विमला कुमारी बतायी गयी है जो फारबिसगंज प्रखंड के खैरखां गांव के वार्ड न. नौ निवासी भुटाय मंडल की पुत्री है। इस संबंध में मृतका के पिता के बयान पर फारबिसगंज थाना में कांड संख्या 226/12 प्राथमिकी दर्ज की गयी है दर्ज प्राथमिकी में मृतका के पिता ने चिकित्सक आशुतोष कुमार उनकी पत्‍‌नी एवं कंपाउंडर बीरेन्द्र मंडल पर गला दबाकर हत्या करने का आरोप लगाया है। दर्ज प्राथमिकी में बताया गया है कि उनकी पुत्री विमला करीब 4 वर्ष से डाक्टर के यहां रह रही थी। उन्होंने बताया कि गांव के ही एक आदमी एवं कंपाउंडर वीरेन्द्र के कहने पर चिकित्सक के यहां अपनी बच्ची को खाना बनाने के लिए रखी थी। दो-तीन माह में बेटी से मुलाकात करने वे आते थे। उन्होंने बताया कि विगत 26 तारीख को बेटी से मुलाकात करने आया था लेकिन डा. एवं उनकी पत्‍‌नी ने कहा कि आपकी लड़की कही गई हुई।
इस बीच बुधवार को बेटी की लाश मिली। इधर पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम हेतु अररिया भेज दिया है। वहीं घटना की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक शिवदीप लांडे थाना पहुंचे तथा लाश का मुआयना किया तथा वहां से सुल्तान पोखर स्थित चिकित्सक के आवास पर पहुंचे तथा मुख्य द्वार का ताला तोड़कर आवास का निरीक्षण किया। एसपी ने बताया कि मामला हत्या का लगता है। चाइल्ड लेवरिंग का भी मामला है। उन्होंने मामले की गहन जांच की बात बताई। वहीं चिकित्सक अपने आवास से परिवार अनुपस्थित थे। इसको लेकर फारबिसगंज पुलिस ने उनके क्लिनिक पर भी पहुंचे जहां वे नही थे।

बकरा नदी किनारे बसे गांव को कटाव का खतरा



सिकटी (अररिया) : बरसात के दस्तक से प्रखंड क्षेत्र के पश्चिमी भाग में बहने वाली बकरा नदी के किनारे बसा गांव को कटान का भय सताने लगा है। कटान के संबंध में भाजपा के प्रखंड अध्यक्ष राम कुमार झा उर्फ मुन्ना झा ने अररिया के सांसद के द्वारा उप विकास आयुक्त को बकरा नदी से कटाव को रोकने हेतु आवेदन दिया है। उन्होंने कहा है कि ठेंगापुर पंचायत के पड़रिया, तीरा खारदह, नेमुआ, पिपरा, आमगाछी, पीरगंज आदि आधा दर्जन से अधिक गांव कटान के कगार पर है यदि बाढ़ से पूर्व ही बकरा नदी के कटान को नही रोका गया तो सरदार टोला, अमात टोला, ब्राह्माण टोला एवं केवट टोला पूर्ण रूप से बकरा नदी से विलीन हो जायेगा। ज्ञात हो कि बकरा नदी में पड़रिया धार पर 11 करोड़ की लागत पुल का निर्माण किया जाना है। यदि कटाव को नहीं रोका गया तो बकरा नदी कटान कर बस्ती में बहना चालू हो जायेगा। श्री झा ने बताया कि अभी तक बकरा नदी के कटान से 500 से ज्यादा घर बकरा नदी विलीन हो गया है तथा बाढ़ ने प्रति वर्ष हजारों एकड़ मं लगे धान व पटुआ को बर्बाद कर देता है। उन्होंने बताया कि बकरा नदी 1987 से प्रखंड के तीन दर्जन गांवों को प्रभावित करता आ रहा है जिससे प्रति वर्ष दर्जनों गरीबों का घर बकरा में विलीन हो जाता है। यदि समय रहते उक्त कटान को नहीं रोका गया तो आने वाले दिनों में बकरा नदी एक बार फिर विनाश की कहानी इस इलाके के लिए लिखेंगे।

आग में प्रति वर्ष करोड़ों की संपत्ति हो रही राख


भरगामा (अररिया) : आग की विनाशलीला भरगामा प्रखंड क्षेत्र में थमने का नाम नहीं ले रही है। प्रत्येक वर्ष करोड़ों की संपत्ति आग के हवाले हो रही है। इन हादसों में अच्छे खासे लोग दो पल में फुटपाथ पर आ जाते हैं।
आग से उत्पन्न तबाही की कुछ छोटी-मोटी घटना को छोड़ भी दें तो केवल भरगामा में चालू वर्ष में आग के विनाशलीला की कम से कम डेढ़ दर्जन भयावह घटनाएं घटित हो चुकी है। जिसमें जान-माल के साथ करोड़ों का नुकसान अग्निपीड़ितों को उठाना पड़ा है। वीरनगर तपड़ा, धनेश्वरी, खुटहा बैजनाथपुर, महथावा, खजुरी आदि गांवों की अगलगी की घटना इसी कड़ी का एक ऐसा दुखद उदाहरण है जहां देखते हीं देखते सैकड़ों लोग सड़कों पर आ गए। जिंदगी की गाढ़ी कमाई आग ने नष्ट कर दिया और राख के ढे़र पर बैठकर अग्निपीड़ित नसीब कोसते रह गए। कहना गलत न होगा कि अब यह रोज-रोज की आम जीवन में घटित होने वाली मानों सामान्य घटना सी बन गई है। दिलचस्प यह है कि इस तरह के घटना को रोक पाने के उपायों पर विचार करने की जगह प्रशासन के साथ प्रतिनिधि भी अग्निपीड़ितों के बीच कंबल, दिया सलाई, मोमबत्ती तथा कुछ नगदी रिलीफ के रूप में वितरण कर जिम्मेदारी से अपना पल्ला झाड़ ले रहें हैं।

आंगनबाड़ी केन्द्रों को उद्दीपन से जोड़ा जायेग


-उद्दीपन से जुड़ेंगे आंगनबाड़ी केंद्र
अररिया : समाहरणालय स्थित आत्मन कक्ष में बुधवार को डीएफआरइडी व आइसीडीएस के तत्वावधान में आंगनबाड़ी केन्द्रों को उद्दीपन से जोड़ने को ले दो दिवसीय कार्यशाला का आयेाजन किया। कार्यशाला के पहले दिन चार प्रखंडों के सीडीपीओ व महिला पर्यवेक्षिकाओं ने भाग लिया।
कार्यशाला का उद्घाटन जिला पदाधिकारी एम. सरवणन ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर डीएम ने सर्व प्रथम उद्दीपन के क्रियाकलाप व कार्यो के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने सभी सीडीपीओ व महिला पर्यवेक्षिका को इस कार्यक्रम के तहत उद्दीपन केन्द्र के चयन प्रक्रिया में सहयोग करने का निर्देश दिया। वहीं उप विकास आयुक्त प्रभात कुमार महथा ने कहा कि उद्दीपन के तहत सभी आंगनबाड़ी केंद्र सुदृढ़ हो जायेगा। वहीं पटना से आए डीएफआईडी के डिप्टी टीम लीडर डा. सुजीत रंजन ने उद्दीपन के प्रस्तावना को विस्तारपूर्वक बताया। डा. रंजन ने बताया कि उद्दीपन के तहत प्रत्येक पंचायत व प्रखंड में सर्वे के उपरांत एक नोडल आंगनबाड़ी केन्द्र घोषित किया जायेगा जहां से अन्य केन्द्रों तक जानकारी पहुंचाई जायेगी। वहीं आसीडीएस के जिला प्रोग्राम पदाधिकारी चन्द्र प्रकाश, डीएचएस के डीपीएम रेहान अशरफ, प्रभारी डीईओ सह डीपीओ विद्यानंद ठाकुर, डीएफआईडी के अररिया डीपीओ परिमल कुमार झा ने भी विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर मुख्य रूप से सीडीपीओ पलासी सावित्री दास, सिकटी रंजना सिन्हा, कुर्साकांटा वीणा झा, अररिया की महिला पर्यवेक्षिका मंजू कुमारी, सत्यम कंचन, सदारत खानम, शिशु कुमारी, परमजीत सारथी, निर्मला देवी सहित कई लोग मौजूद थे।

बरसात के आते ही सहमने लगे शहरवासी


अररिया : बरसात का मौसम आते ही शहर वासी सहमने लगे हैं। पूर्व की तरह इस बार भी शहर वासियों को बजबजाते कीचड़ एवं जल जमाव से जूझना पड़ेगा। खास कर शहर के गोढ़ी चौक से जीरोमाईल तक निर्माणाधीन मुख्य मार्ग को लेकर जलजमाव की समस्या विकराल होगी। सड़क टूटने के कारण दोनों किनारे मुख्य नाले भी जगह जगह टूट कर बिखर गये हैं। नाले की गंदगी अभी से सड़कों पर जमना शुरू हो गया है। सड़क निर्माण पुरा होने तक इस समस्या से निजात पाने के लिये नप प्रशासन न तो सक्रिय हैं और न कोई संसाधन।
चार वर्ष पूर्व जल जमाव की समस्या से निजात पाने के लिये नगर विकास विभाग के तत्वावधान में चार सदस्यीय टीम अररिया पहुंच कर पूरे शहर का ले आउट किया था। ले आउट होने के बाद सीवरेज के लिये करीब 50 करोड़ की लागत वाली प्रस्ताव विभाग को भेजी गयी थी। लेकिन भेजी गयी प्रस्ताव को आज तक स्वीकृति नहीं मिल पायी है। इस दौरान गली मोहल्ले एवं मुख्य मार्गो से जल जमाव हटाने के लिये करोड़ों खर्च की गयी, लेकिन शहर की स्थिति क्या है इसका आकलन शहर के किसी भी कोने से किया जा सकता है। तीन वर्ष पूर्व ही एडीबी चौक से पंचकौड़ी चौक तक 22 लाख की लागत से नाला का निर्माण कराया गया। इस निर्माण में दिलचस्प पहलू यह है कि आश्रम चौक पर दोनों ही छोर से तीन फीट उंचा जमीन का लेवल है। इस परिस्थिति में नाला निर्माण की स्थिति और जल निकासी की क्या स्थिति होगी यह सहज ही अनुमान लगाने की बात है। कई वार्डो में बनाये नाले की स्थिति यह है कि उससे पानी की निकासी दोनो ओर हो रही है। मुख्य बाजार से जल निकासी करने के लिये चांदनी चौक से दो मुख्य नाला बनाये गये हैं। एक नाला कोसी धार में तो दूसरा परमान नदी में गिराया गया है। लेकिन इस नाले की सफाई नहीं होने से पानी शहर कई स्थानों में फैल जाती है। यह क्रम तब तक चलता रहता है जब तक शहर प्रदूषण की समस्या नहीं फैल जाती है। इन दोनों नालों मे करीब एक दर्जन छोटे छोटे नालों का जोड़ा गया है। लेकिन सबके के सब मिट्टी से भरे पड़े हैं। नाले की सफाई के लिये आज भी मेन पावर के अलावे नप प्रशासन के पास को तकनीकि संसाधन नहीं है। बरसात आते ही शहर के आधा दर्जन वार्ड जल मग्न हो जाते हैं। परमान नदी किनारे डम्हैली, मरिया टोला, खरैया बस्ती, कोसी धार किनारे आजाद नगर, जहांगीर टोला एवं बीन टोला के लोगों को घरों से भी निकलना मुश्किल हो जाता है। बाढ़ की समस्या पैदा होते ही प्रशासन राहत सामग्री बांटकर अपने कर्तव्यों का निर्वहन तो कर लेती है, लेकिन स्थायी निजात पाने के लिये प्रशासन आज तक कोई उचित पहल नहीं कर पायी है।