Tuesday, February 21, 2012

कवि निराला की जयंती आयोजित


फारबिसगंज (अररिया) : प्रसिद्ध कवि सूर्यकांत त्रिपाठी निराला की जयंती द्विजदेनी स्मारक उच्च विद्यालय परिसर में रविवार की शाम कर्नल अजीत दत्त की अध्यक्षता में संपन्न हुई।
जयंती के मौके पर आयोजित काव्य गोष्ठी में वक्ताओं ने बताया कि आधुनिक हिन्दी काव्य में मुक्त छंद के प्रवर्तक महाकवि निराला का पारिवारिक जीवन अत्यंत ही कष्टमय और संघर्षमय रहा। कम उम्र में ही पत्‍‌नी के गुजर जाने के बाद भी वे साहित्य साधना से विमुख नही हुए। उन्होंने आचार्य महावीर प्र. द्विवेदी के सहयोग से समन्वय और मतवाला का संपादन भी किया था। जबकि 'जूही की कली' वे तो साहित्य जगत में क्रांति ला दी थी। बताया कि पुत्री की अल्पायु में मृत्यु ने भी उन्हें काफी कष्ट दिया और उनकी कलम से निकला 'दुख ही जीवन की कथा रही' कथा कहे आज जो नही कही..
वक्ताओं में प्रमुख रूप से उमाकांत दास, मांगन मार्तड, हेमंत यादव शशि, सुनील कुमार दास, विनोद कुमार तिवारी, श्री कृष्ण, कृत्यानंद राय, भुवनेश्वर दास, मनोज तिवारी, गोविंद दास आदि शामिल थे।

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