फारबिसगंज (अररिया) : अग्रणी शैक्षणिक संस्थान श्री रानी सरस्वती विद्या मंदिर व गंगा सरस्वती शिशु मंदिर में चल रहे प्रधानाचार्य एवं व्यवस्थापक सम्मेलन के तीसरे दिन सोमवार को वर्तमान परिप्रेक्ष्य में विद्यालय की चुनौती एवं समस्याओं के समाधान के साथ विगत वर्ष के कार्यो की समीक्षा और आगामी वर्ष कार्य योजनाओं पर गहन विचार विमर्श किए गऐ।
सम्मलेन में उपस्थित विद्या भारती एवं लोक शिक्षा समिति के अधिकारीगण तथा भाग ले रहे प्रधानाचार्यगण व व्यवस्थापक प्रतिनिधियों ने नवीन शिक्षा पद्धति के साथ सतत एवं व्यापक मूल्यांकन पद्धति को लागू करने पर भी सहमति जताई। वहीं सह क्षेत्रीय मंत्री रमेन्द्र राय ने सम्मेलन में विद्यालय का स्वरूप एवं प्रधानाचार्यो की आदर्श स्थिति पर चर्चा करते हुए कहा कि एक प्रधानाचार्य को गतिशील, उर्जावान के अलावा सम्यक दृष्टि एवं कार्य क्षमता आदि गुणों से भी निपुण और दक्ष होना चाहिए।
इस अवसर पर आरएसएस के क्षेत्र प्रचारक स्वांत रंजन जी, क्षेत्रीय मंत्री रमाकांत राय, विद्या भारती के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री यतीन्द्र शर्मा, क्षेत्रीय संगठन मंत्री दिवाकर घोष आदि उपस्थित थे।
0 comments:
Post a Comment