Saturday, February 25, 2012

लीड: होमियोपैथ से किया जा सकता है विकलांगता मुक्त


फारबिसगंज (अररिया)  स्थानीय जेपी सभा भवन में शुक्रवार को डेवलपमेंट आफ एड्वांसड साइंटीज्म इन क्लासिकल होमियोपैथी संस्था के प्रथम स्थापना दिवस पर एक सेमिनार का आयोजन किया गया। वयोवृद्ध चिकित्सक सुभाष चन्द्र तरफदार उर्फ इनु बाबू के अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एसएसबी के सेनानायक एकेसी सिंह थे। जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में मुख्य पार्षद वीणा देवी, कर्नल अजीत दत्त, राम कुमार केसरी, डा. जीवन प्रकाश आदि मंच पर आसीन थे।
संस्था के अध्यक्ष सह मंच संचालक डा. एमएल शर्मा ने संस्था के उद्देश्यों पर विस्तृत प्रकाश डाला। वहीं डीएएससीएच संस्था के संस्थापक सचिव डा. डीएल दास 'दिव्यांशु' ने सेमिनार को संबोधित करते हुए बताया कि विश्व-पटल पर मानव एवं जीव कल्याण हेतु होमियो पैथी एक आधुनिक और सर्वश्रेष्ठ चिकित्सा पद्धति के रूप में उभरकर सामने आया है। उन्होंने कहा कि राडार आधारित हेयर इनफ्यूजमेंट विधि से कई गंभीर एवं ला-इलाज बिमारियों की चिकित्सा संभव हो पायी है। उसी प्रकार गर्भवती महिलाओं को होमियोपैथी चिकित्सा प्रणाली से ना सिर्फ प्रसव में आसानी होती है बल्कि जन्म लेने वाले ऐसे बच्चे कभी विकलांगता के शिकार नही होंगे। इस प्रकार दुनियां को विकलांगता मुक्त बनाना संभव है। डा. दास ने बताया कि इसके अलावा भी महामारी समेत पीड़ित मानवता के कल्याण हेतु संस्था द्वारा सेवा भाव से कार्यक्रम चलाने की योजना है।
वहीं मुख्य अतिथि श्री सिंह सहित व अन्य अतिथियों ने भी डा. दास एवं उनकी अवधारणों की सराहना की एवं साधुवाद दिया। जबकि सेमिनार के दूसरे सत्र में सभागत चिकित्सकवृन्द एवं छात्र-छात्राओं द्वारा होमियोपैथिक चिकित्सा प्रणाली की नयी खोजें एवं आधुनिकतम पद्धति में अनुभवों का आदान-प्रदान किया।
सेमिनार में डा. हलधर प्रसाद, डा. वीके भगत, डा. एसके नायक, डा. आरएल दास, प्रो. साबिर इद्रीश, डा. नाजिया प्रवीण, डा. नीलोफर, डा. रूखसार बानो, डा. मधु कुमारी, नरेन्द्र पांडेय, डा. शंभू गुप्ता, अजय राय आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।

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