Wednesday, February 22, 2012

गायब हो रही खेल की परंपरा


नरपतगंज (अररिया) : प्रखंड क्षेत्र में प्रोत्साहन व संसाधन के अभाव में खिलाड़ियों की प्रतिभा दिन प्रतिदिन धूमिल होती दिख रही है। सरकारी द्वारा इस क्षेत्र में कई कार्यक्रम चलाये जा रहे है। लेकिन एक भी कार्यक्रम सरजमीन पर सही तरीके से नही उतर पाया है। खेल के नाम पर जैसे क्रिकेट, फुटबाल, वालीबाल, कबड्डी, खो-खो आदि जो इस क्षेत्र का प्रमुख खेल रहा है। जिसकी आज के समय में चर्चा तक नही हो पाती है। पांच वर्ष पूर्व ही सरकार ने अंचल पदाधिकारियों को पंचायतवार खेल मैदान के लिए भूमि अधिग्रहण का आदेश दिशा था जो सरकारी योजना आज भी फाइलों में बंद पड़ी है।
इतना ही नही मानव संसाधन विभाग द्वारा विद्यालयों में शारीरिक शिक्षा हेतु बड़े पैमाने पर शिक्षकों की नियुक्ति भी की गई है। छात्रों को खेल के नाम पर ठगी का शिकार होना पड़ा है।
हाईस्कूल के साथ-साथ प्राथमिक विद्यालय एवं मध्य विद्यालयों की भी स्थिति जस की तस बनी हुई है। सरकार द्वारा सभी मध्य विद्यालयों में 40,000 हजार रुपया बच्चों के खेल के संसाधन हेतु दिया गया पर सारा राशि का बंदर बाट हो गया। वहीं प्राथमिक विद्यालयों में भी राशि दी गई। खानापूर्ति के नाम पर कई विद्यालयों में गुणवत्ता विहिन खेल सामग्री खरीदे गए। इस कारण वह दो महीनों के अंदर ही बर्बाद हो गए। सभी प्राथमिक एवं मध्य विद्यालय में लगाए गए झूला आदि टूट चुके हैं।
वहीं प्रखंड क्षेत्र के उच्च विद्यालय में उच्च विद्यालय नरपतगंज, जनता उच्च विद्यालय पिठौरा कुनकुन देवी उच्च विद्यालय नवाबगंज के सभी विद्यालयों के पास अपना खेल का मैदान भी है जो रख रखाव के अभाव के कारण बर्बाद हो चुका है। इतना ही नही उच्च विद्यालय नरपतगंज की मैदान सड़क निर्माण को ठेकेदारों द्वारा अतिक्रमण के कारण धूमिल हो चुकी है। फिर भी खिलाड़ियों के लिए खेल का संसाधन मुहैया नही कराया जा रहा है।
उच्च विद्यालय नरपतगंज के छात्र अश्वमिनि कुमार, गुलशन कुमार, बाबुल कुमार, अमरजीत कुमार, संतोष कुमार, राकेश कुमार, प्रीतम कुमार, अमरेश कुमार, सुधांशु कुमार आदि का कहना था कि प्रत्येक वर्ष पीटी के नाम पर शुल्क वसूल किया जाता है। खेल के नाम पर कुछ भी नसीब नही होता है। खेल के मैदान के अतिक्रमण के बारे में पूछे जाने पर प्रधानाध्यापक बताते है कि मुझे कुछ पता नही है। विद्यालय खेल का संसाधन नही मिलने के कारण हम लोग आपस में चंदा इक्ट्ठा कर क्रिकेट आदि खले खेलते है।
वहीं नरपतगंज के वरिष्ठ खिलाड़ी सुरेन्द्र भगत, जय प्रकाश यादव, जय ना. राय, ललन झा, राजेश कुमार, मिठु साह, मो. सबीर, पूर्व मुखिया अब्दुल जब्बार आदि का आरोप है कि सरकार द्वारा जारी खेल की सारी योजना फाइलों में सिमट कर रह गई है।
नरपतगंज के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी आमीचंद राम से पूछे जाने पर बताया कि सभी प्राथमिक एवं मध्य विद्यालयों में खेल का सामान उपलब्ध करवाया गया है। भले ही उसकी गुणवत्ता खराब होने के कारण वह नष्ट हो गया है तथा श्री राम ने भी उच्च विद्यालय के अतिक्रमण की बात कही है।

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