अररिया : भवन निर्माण विभाग ने वह कारनामा कर दिखाया है जो भ्रष्टाचार की मिसाल बनी हुई है। कुछ येाजनाएं एक माह पहले पूरी कर ली गई है और कुछ का कार्य जारी है लेकिन विभाग ने उसका निविदा अब निकाला है। भवन प्रमंडल अररिया इससे पहले भी कई ऐसे मामले को अंजाम दे चुका है। सूचना जनसंपर्क विभाग द्वारा जारी विज्ञप्ति सं. 13565 में जो भी दस योजनाओं का टेंडर निकाला गया है उसमें अधिकांश योजना पहले ही पूर्ण करा ली गई है। कुछ वर्तमान में प्रगति पर है। दिलचस्प पहलू तो यह है कि भवन प्रमंडल द्वारा प्रकाशित कराये गये निविदा में सभी योजनाओं के परिमाण विपत्र की बिक्री की तिथि 21 मार्च व निविदा प्राप्त की तिथि 23 मार्च रखी गई है जबकि कार्य समाप्ति की अवधि मात्र 6 दिन बाद अर्थात 29 मार्च निर्धारित की गई है। जो विभाग की मंशा को जाहिर करता है। हालांकि भवन प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता इस संबंध में गोल मटोल जवाब देते हुए बताया कि एक योजना में दो हेड की राशि खर्च की जायेगी।
जारी किये गये निविदा में मंडल कारा अररिया के ध्वस्त चारदीवारी का मरम्मत कार्य पिछले 15 दिनों से जारी है। कार्य लगभग पूर्ण होने पर है। वहीं व्यवहार न्यायालय परिसर में कम्प्यूटर कक्ष रूम का पहुंच पथ एवं सीजेएम कोर्ट के पहुंच पथ का जीर्णोद्धार कार्य 5 मार्च से पूर्व ही कराया गया है। इसके अतिरिक्त मुसिंफ कोर्ट के छज्जा एवं पोर्टिको का जीर्णोद्धार कार्य पिछले एक माह से जारी है। मंडल कारा में बैरक, अधीक्षक आवास की मरम्मत आदि कार्य भी पहले ही चुके हैं। सूत्रों की मानें तो भवन निर्माण विभाग में कुछ रसूख वाले संवेदकों के दबाव पर पहले काम फाइनल कर बाद में टेंडर निकाला जाता है और उसे मैनेज किया जाता है। वर्तमान में भी व्यवहार न्यायालय में हो रहे चारदीवारी निर्माण कार्य प्राक्कलन व प्रस्ताव के विरोध में होने की शिकायत जदयू नेता नसीम अहमद गाजी ने की थी। छह माह व एक वर्ष पूर्व बने चारदीवारी को तोड़कर प्राक्कलन को मैनेज करने के लिए उस पर बैंड व लिंटर बांधा जा रहा है। कार्यपालक अभियंता का कहना है कि इमर्जेसी में दूसरे हेड से निर्माण कार्य कराया गया है। निविदा डालने वाले संवेदकों को नियमानुसार निविदा प्राप्त होगी।