Thursday, March 17, 2011

सिर चढ़ कर बोलने लगी होली की मस्ती


रेणुग्राम (अररिया) : ज्यों-ज्यों होली की तिथि नजदीक आ रही है। होली की मस्ती लोगों के सर चढ़ कर बोलने लगी है। यूं तो वसंत आगमन के बाद से ही गांव की चौपालों पर होली के गीतों की फुहारें बरसने लगती है। जोगीरा, फगुआ, चैता आदि गीतों से गांव की गलिया गुलजार होने लगती है। सिमराहा थाना क्षेत्र के बेलई गांव में भी पिछले एक पखवारे से होली के गीत गुंजायमान हो रहे हैं।
बेलई के श्री चंडी महेश्वरी धाम मंदिर परिसर में प्रतिदिन गोधुली बेला से ही ग्रामीण जुट जाते हैं और ढ़ोलक की थाप पर जब सुर परवान चढ़ता है तो फिर देर रात को ही यह महफिल समाप्त होती है। होली आई रे कन्हाई.. से लेकर सदा आनंद रहे यही द्वारे, मोहन खेले होली हो..जैसे होली गीतों के फव्वारे देर रात तक बरसते रहते हैं। सामाजिक कुरितियों पर चोट करते हुए एक से बढ़कर एक जोगिरा भी लोगों को काफी भाता है। होली से पूर्व बुधवार की शाम भी यहां जमकर होली के गीत गाये गये। जमकर लोगों ने एक दूसरे पर रंग गुलाल डाले तथा कमर भी लचकाये।http://arariatimes.blogspot.com/

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