Saturday, June 23, 2012

पचास हजार की आबादी को आज भी हाईस्कूल का इंतजार


बथनाहा (अररिया) : आजादी के 6 दशक बीतने के बाद भी नरपतगंज प्रखंड के सीमावर्ती बसमतिया एवं घुरना बाजार के लोग अब भी एक उच्च विद्यालय का इंतजार है। नेपाल सीमा पर स्थित इस क्षेत्र के पांच पंचायत बेला, बसमतिया, बबुआन, पद्यधारा एवं अंचरा पंचायत के विद्यार्थियों को माध्यमिक शिक्षा प्राप्त करने के लिए घोर कठिनाई का सामना करना पड़ता है।
उल्लेखनीय है कि नरपतगंज प्रखंड के उतरी भाग में एक मात्र उच्च विद्यालय फुलकाहा में है। जहां से बेला एवं बसमतिया की दूरी करीब 20 किमी है। हालांकि बेला एवं बसमतिया से सटा सुपौल जिला का वीरपुर अनुमंडल मुख्यालय पड़ता है। एक जिला से मिडिल पास छात्र को दूसरे जिला में जाकर उच्च वि. में नामांकन के लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी से प्रमाण पत्र चाहिए जो एक कठिन प्रक्रिया है। इस इलाके के कई अभिभावक ने बताया कि अररिया आने-जाने एवं जिला शिक्षा अधिकारी से प्रमाण पत्र निकलवाने में काफी समय एवं राशि खर्च हो जाती है। जबकि 20 किमी दूर फुलकाहा बाजार जाना भी आसन नहीं। इस कठिनाई की वजह से इस इलाके में बालिका शिक्षा प्रभावित हो रहा है। हालांकि इस क्षेत्र के लोग आजादी उपरांत से उच्च विद्यालय की स्थापना की मांग एवं संघर्ष करते आ रहे हैं। इसके लिए बबुआन पंचायत अंतर्गत महेशपट्टी गांव में आज 50 वर्ष पूर्व 1962 ई. में विद्यालय की स्थापना के लिए राजपाल के नाम से करीब 3 एकड़ जमीन भी पूर्व मुखिया स्व. गोनर झा के द्वारा दान में दिया गया। मगर आजतक इस इलाके में हाईस्कूल की स्थापना का सपना अधूरा है। क्षेत्र के नागरिक बसंत पासवान एवं निरंजन झा ने बताया कि बसमतिया एवं घुरना दोनों पुराना बाजार एवं दोनों स्थान पर पुलिस ओपी है। बावजूद इसके एक बड़ी आबादी माध्यमिक शिक्षा से वंचित है। गरीब एवं मजबूर वर्ग के लोग चाह कर भी अपनी बेटियों को मैट्रिक तक नही पढ़ा पा रहे हैं। इन दोनों ने बताया कि उच्च विद्यालय की स्थापना के लिए इस क्षेत्र के सांसद, विधायक एवं मंत्री से कई बार गुहार लगाया मगर अब तक निराशा ही मिली।

संघ ने दिया साधुवाद

अररिया : जिला प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने जिला शिक्षा पदाधिकारी तथा जिला कार्यक्रम पदाधिकारी प्राथमिक शिक्षा को प्राइवेट स्कूलों की सूची प्रकाशित करने पर साधुवाद दिया है। एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष सूर्य नारायण गुप्ता ने एक बयान जारी कर कहा है कि पूर्व घोषित तिथि के अनुसार ही डीईओ ने जांचे गये स्कूलों की सूची जारी की है। श्री गुप्ता ने स्कूल संचालकों से 30 जून तक अगर आपत्ति हो तो लिखित रूप से दर्ज करने की अपील की है।

बैरी भये बदरा, झुलस रहा पटुआ


अररिया : जूट इस जिले के किसानों की जीवन रेखा है। इसे कैश क्राप की संज्ञा प्राप्त है। यहां के किसान जूट बेच कर ही अपनी हर जरूरत पूरी करते हैं। लेकिन इस बार बारिश की कमी से खेत में खड़ी जूट की फसल झुलसने लगी है। वहीं, मूंग, गरमा धान व अन्य फसलों पर भी बुरा असर पड़ रहा है।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार विगत कई सालों में ऐसा पहली बार हुआ है कि मई महीने में नगण्य वर्षा हुई। वहीं, जून महीने का तीन सप्ताह बीत जाने के बाद भी पानी की एक बूंद तक नहीं पड़ी है। किसान मानसूनी बादलों की ओर टकटकी लगा कर देख रहे हैं, लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि इस बार बादल बैरी बन गये हैं।
वर्षा की कमी के कारण सर्वाधिक असर जूट की फसल पर पड़ रहा है। अधिकतर प्रखंडों में जूट की खड़ी फसल खेतों में ही झुलसने लगी है। जानकारों की मानें तो उमस भरी गर्मी जूट के लिए फायदेमंद जरूर होती है, लेकिन इसके लिए खेत में नमी होना जरूरी है। मई महीने में वर्षा नहीं होने के कारण खेतों में नमी बिल्कुल नहीं है और इसका असर जूट के अलावा मूंग, गरमा धान आदि पर भी पड़ रहा है।
इधर, जिले में कार्यरत सिंचाई संसाधन पूरी तरह नकारा बने हुए हैं। कोसी की नहरें पांच साल से बंद पड़ी हैं। 32 राजकीय नलूकपों में से मात्र दो काम कर रहे हैं। उद्वह सिंचाई योजनाएं लापता बनी हैं। किसान अपनी फसल की सिंचाई करें तो कैसे?

फारबिसगंज गोलीकांड की जांच दूसरे दिन भी जारी


अररिया, : फारबिसगंज के भजनपुर में पिछले साल 3 जून को पुलिस फायरिंग की न्यायिक जांच शुक्रवार को भी जारी रही। जांच के दूसरे दिन आयोग द्वारा गोलीकांड के दो गवाहों के बयान दर्ज किये गये।
समाहरणालय में बने न्यायिक जांच आयोग के परिसर में गहमागहमी भरा माहौल देखा गया तथा जांच प्रक्रिया से जुडे अधिवक्ता तथा गवाह मौके पर उपस्थित थे।
आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति माधवेंद्र सरन (सेवानिवृत) के सामने शुक्रवार को गोलीकांड के प्रमुख गवाह व कांड में मृत बच्चे के नाना रफीक अंसारी तथा फटकन अंसारी की पत्‍‌नी सहीरन खातून ने अपनी गवाही दर्ज करवायी।
मौके पर सेवानिवृत जिला न्यायाधीश सह आयोग के सचिव एसएम नसीमुद्दीन, आयोग की ओर से पटना हाईकोर्ट के वरीय अधिवक्ता विश्वनाथ प्र. सिंह व जूनियर्स, स्टेट आफ बिहार की ओर से पटना हाई कोर्ट के वरीय अधिवक्ता अखिलेश्वर प्र. सिंह व जूनियर्स तथा जिला प्रशासन की ओर से अररिया के वरीय अधिवक्ता अशोक कुमार वर्मा व कई अन्य अधिवक्ता उपस्थित थे। आयोग की कार्यवाही शुरू होने के बाद कचहरी परिसर में आम जन के बीच जिज्ञासा का माहौल देखा गया।

गुरुकुल के संस्थापक ने की शिकायत

अररिया  : स्थानीय सार्वजनिक ठाकुरबाड़ी में 2004 से संचालित नि:शुल्क शिक्षक संस्थान अररिया ठाकुरबाड़ी गुरुकुल के संस्थापक सह संचालक पंडित कृष्णकांत तिवारी ने डीईओ से शिकयत की है। श्री तिवारी ने डीईओ को प्रेषित पत्र में लिखा है कि कोई एनजीओ गुरुकुल को अपने नाम से जोड़कर निबंधन कराने का साजिश रच रहा है। उन्होंने आवेदन में दर्शाया है कि गुरुकुल किसी भी एनजीओ में समाविष्ट नहीं है। इसके बावजूद डीईओ कार्यालय में गुरुकुल के नाम से रजिस्ट्रेशन का आवेदन दिया गया है, जो गलत है। श्री तिवारी ने डीईओ से ऐसे आवेदन को अवैध मानते हुए खारिज करने की मांग की है। इधर डीईओ ने पूरे मामले की जांच कराने की बात कही है।

भवन निर्माण में बाधा, प्राथमिकी

कुर्साकांटा (अररिया) : प्रखंड मुख्यालय स्थित कन्या प्राथमिक विद्यालय में भवन निर्माण को लेकर अतिक्रमणकारियों एवं प्रधानाध्यापिका के परिवार के बीच जमकर शुक्रवार को मारपीट हुई जिसमें दोनों पक्षों के चार व्यक्ति गंभीर रूप से जख्मी हो गये। जिसका उपचार कुर्साकांटा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में किया गया। इस घटना को लेकर विद्यालय के प्रधानाध्यापिका पिंकी देवी के पुत्र विवेक साह के लिखित आवेदन पर बैद्यनाथ ठाकुर, उसकी पत्‍‌नी पद्मा देवी, पुत्र टुनटुन ठाकुर एवं मिथलेश झा के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गयी है। ज्ञात हो कि विद्यालय के भूमि बैद्यनाथ ठाकुर द्वारा वर्षो से अतिक्रमण किये जाने के कारण भवन निर्माण बाधित था।

जब्त ड्रग्स मामले में प्राथमिकी दर्ज


जोगबनी (अररिया), : नोमेन्स लैंड से सटे जोगबनी वार्ड संख्या 10 में छापेमारी के दौरान जब्त हुए नशीली दवा मामले में पुलिस ने थाना कांड संख्या 44/12 दर्ज किया है।
सनद रहे कि सीमावर्ती जोगबनी में ड्रग्स माफियाओं का एक बड़ा नेटवर्क सक्रिय है। इन माफियाओं द्वारा भारत-नेपाल सीमा से सटे जोगबनी के इंद्रानगर 10 को अपना मुख्य केंद्र बना रखा है। जहां से वे आसानी से ड्रग्स को तस्करों द्वारा नेपाल भेजा जा सके। एसएसबी सेनानायक द्वारा कई बार छापामार कर करोड़ों रुपये के ड्रग्स का पकड़ा गया है। फिर भी इन माफियाओं के नेटवर्क नहीं टूट पाया।

विधिक जागरूकता शिविर 23 से


अररिया : राष्ट्रीय विधि सेवा प्राधिकार नई दिल्ली के निर्देशानुसार स्थानीय अदालत प्रागंण में विभिन्न तिथियों को विधिक जागरूकता शिविर तथा विशेष लोक अदालत संपन्न किया जायेगा। इस संबंध में विधिक सेवा प्राधिकार, अररिया द्वारा सूचना निर्गत कर दिया गया है।
जानकारी के अनुसार स्थानीय व्यवहार न्यायालय प्रागंण में 23 जून को महिलाओं एवं बच्चों के देखभाल एवं सुरक्षा तथा स्वास्थ्य के देखभाल के बिंदु पर जागरूकता शिविर आयोजित होगा। वहीं 24 जून को प्रागंण में विशेष लोक अदालत आयोजित किया जायेगा। जहां बैंक से संबंधित वादों का निपटारा होगा। साथ ही उसी दिन लॉ आफ जेनरल इम्पोटेन्स से संबंधित विशेष लोक अदालत का कार्यक्रम रखा गया है। जहां सुलहनीय वादों के निपटारे के साथ बैंक से संबंधित वादों का भी निपटारा किया जायेगा।

बुझती नहीं प्यास फिर भी है फ‌र्स्ट क्लास


अररिया : बच्चों की बुझती नहीं प्यास फिर भी टेरा फिल्टर है फ‌र्स्ट क्लास। शिक्षा विभाग द्वारा टेरा फिल्टर मामले की जांच की यह कोरी हकीकत है। जांच के पहले चरण में तीन प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी ने टेरा फिल्टर को संतोषप्रद बताया है। जबकि नब्बे फीसदी टेरा फिल्टर में आज तक पानी पहुंचा ही नहीं। ऐसे में पूरी जांच ही सवालों के घेरे में है।
जानकारी अनुसार जिले में एमएसडीपी योजना के तहत 333 विद्यालयों में 33 हजार की लागत से शुद्ध पानी आपूर्ति के लिए टेरा फिल्टर लगाने की योजना बनी। इस योजना के तहत विद्यालय में सिनटैक्स का पानी टैंक और फिल्टर लगाया जाना था। परंतु पूरी योजना में बिचौलयागिरी हावी रही। सिनटैक्स की जगह लोकल कंपनी के पानी टैंक और घटिया क्वालिटी के टेरा फिल्टर विद्यालयों में लगवा दिए गये। इस पूरे खेल में शिक्षा विभाग के एक तत्कालीन अधिकारी और जिला मुख्यालय के तथाकथित आपूर्तिकत्र्ता की भूमिका रही। खैर विद्यालयों में लगे पानी टैंक तक पानी पहुंचाने की जिले में अद्भुत व्यवस्था रही। विद्यालय में मौजूद चापाकल को चलाकर छत पर मौजूद पानी टैंक को भरने की व्यवस्था थी। इस अजीबोगरीब व्यवस्था के कारण अधिकांश विद्यालय में पानी टैंक तक पहुंचा ही नहीं। इसको लेकर विद्यालय प्रधान, रसोईया और चपरासी के बीच तू-तू, मैं-मैं होती रही। अब सवाल उठता है कि जब पानी टैंक तक पहुंचता ही नहीं तो फिर टेरा फिल्टर संतोषप्रद किस प्रकार साबित हो गया। बता दें कि फारबिसगंज में 34 विद्यालय में लगे टेरा फिल्टर में 32 को संतोषप्रद बताया गया है। जबकि दो को आंधी में क्षतिग्रस्त बताया गया है। रानीगंज में 31 विद्यालय की जांच रिपोर्ट सौंपी गयी है। इसमें 30 में फिल्टर की गुणवत्ता संतोषप्रद तथा एक क्षतिग्रस्त बताया गया है। वहीं भरगामा में 26 विद्यालयों में 22 को संतोषप्रद तथा चार में चालू नहीं होने की रिपोर्ट सौंपी गयी है।

इंदिरा आवास शिविर में कागजों की सत्यापन

बथनाहा: शुक्रवार को ग्रामीण विकास विभाग के निर्देशानुसार बथनाहा में इंदिरा आवास का शिविर लगाकर कागजों की सत्यापन किया गया तथा लाभुकों की पहचान करने के उपरांत खाता खोला गया। इस अवसर पर दंडाधिकारी के रूप में महिला प्रसार पदाधिकारी वीणा मिश्रा, यूकों बैंक फारबिसगंज के शाखा प्रबंधक तापेश कु. राय, बथनाहा के पंचायत सचिव रामचन्द्र मंडल, न्याय सचिव मंजू कुमारी, मुखिया प्रतिनिधि असलम परवेज सहित कई वार्ड सदस्य मौजूद थे।

दो घर जले

पलासी: गुरुवार की रात प्रखंड के दिघली गांव में अचानक आग लगने से दो घर जलकर राख हो गये। इस अग्निकांड की घटना में घरेलू अनाज, कपड़ा, फर्नीचर सहित तीस हजार की संपत्ति जलकर स्वाहा हो गया। अग्नि पीड़ितों में मो. कालू, मसोमात परीमन शामिल हैं। यह जानकारी मुखिया प्रतिनिधि मो. समद अली ने दी।

मुखिया समेत करीब डेढ़ दर्जन परिवार को दुबारा इंदिरा आवास


अररिया : ग्राम पंचायत झिखा पछियारी के मुखिया समेत करीब डेढ़ दर्जन परिवार को दुबारा इंदिरा आवास आवंटित कर दिया गया। वहां के वार्ड सदस्यों द्वारा जनता दरबार में किए गए शिकायत पर अररिया के जिला पदाधिकारी ने गंभीरता से लिया है तथा फारबिसगंज के एसडीओ को 10 दिनों के अंदर जांच रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया है।
उक्त पंचायत के रीना देवी, राम विलास मेहता, अनवरी खातुन, कौशल्या देवी व संजय कुमार मंडल वार्ड सदस्यों ने संयुक्त रूप से जनता दरबार में इसकी शिकायत की। जिसमें पंचायत के मुखिया रंभा देवी द्वारा इंदिरा आवास आवंटन में किए गए अनियमितता का उल्लेख किया है।
शिकायत है कि मुखिया रंभा देवी के पति रमेश पासवान को वर्ष 2001 में इंदिरा आवास मिला। फिर भी मुखिया रंभा देवी को वर्ष 2011-12 में अपने नाम इंदिरा आवास दिया गया। जबकि तेरह वर्षीय खुशबू कुमारी को भी वर्ष 2011-12 में इंदिरा आवास मुहैया कराया गया। वहीं वित्तीय वर्ष 2000 से 2007 के बीच प्रमोद पासवान, गयानंद, किशन पासवान, उपेन्द्र, विद्यानंद, राजेश, श्री लाल, शंभू मल्लिक आदि को इंदिरा आवास मिला फिर वर्ष 11-12 में इन लोगों के पत्‍ि‌नयों के नाम से इंदिरा आवास आवंटित कर दिया गया।
साथ ही विद्यानंद पासवान की बाहर रहने वाली लड़की के नाम भी इंदिरा आवास दिया गया। इस मामले में जिलाधिकारी ने एसडीओ को जांच कर दस दिनों के अंदर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है।

देश की राजधानी तक फैला है गांजा तस्करों का नेटवर्क


अररिया : देश की राजधानी दिल्ली तक गांजा तस्करों का नेटवर्क फैला है। नेपाल में बैठे नशे के सौदागर इसे भारत के कोने-कोने तक फैलाने में जुटे हैं। सुपौल, अररिया, किशनगंज की सीमा से तस्करी के माध्यम से भारत के कोन-कोने तक नशे का सामान पहुंच रहा है। नेपाल की सीमा से सटे अररिया में गांजा के सौदागरों का मजबूत नेटवर्क चल रहा है। इस नेटवर्क में खास कर ग्रामीण क्षेत्रों के पांच हजार से अधिक युवक कार्यरत है।
गांजा के तस्कर आर्थिक रूप से कमजोर एवं बेरोजगार युवकों को लालच देकर इस धंधे में धकेल देते हैं। फिर यही युवाओं को तस्करी के कूरियर के रूप में प्रयोग करते हैं। हाल दिनों में इसके कई उदाहरण सामने आये हैं। पिछले दिनों तारावाड़ी पुलिस ने दभड़ा गांव में गुप्त सुचना के आधार पर एक नेपाली नागरिक समेत दो लोगों को गिरफ्तार करने में सफलता पायी थी। गिरफ्तारी के दौरान यह खुलासा हुआ था कि नेपाल के पहाड़ी इलाके से सैकड़ों लोग गांजा का गठ्ठर सीमा तक पहुंचाते हैं, फिर उसे छोटे छोटे तस्कर अररिया एवं आस पास के जिलों में पहुंचाने का काम करते हैं। जानकार सूत्रों की मानें तो कोसी के दियारा से भी बड़ी मात्रा में गाजा की आपूर्ति अररिया में की जाती है। बताया जाता है कि नेपाली एवं कोसी के दियारा के गांजा में अलग अलग की पहचान है। यही नहीं नेपाल का गांजा अररिया के रास्ते देश के कई बड़े बड़े शहरों में भेजे जा रहे हैं। तस्करों को मन माफिक व्यापार करने में कहीं न कहीं पुलिस का सहयोग भी प्राप्त होता है। गांजा तस्करों के मजबूत नेटवर्क ने अररिया में हर दशवें युवक को अपने गिरफ्त में ले रखा है। खास कर ग्रामीण इलाकों के युवकों की भागीदारी ज्यादा देखी जा रही है। सुबह हो या शाम हर गली नुक्कड़ में युवाओं की टोली गांजा का आनंद उठाते आसानी से मिल जायेंगे। गांजा के मुरीद पुलिसकर्मियों की भी भारी संख्या है।

अपराधियों का सेफ जोन बना भरगामा


भरगामा (अररिया) : विभिन्न जिलों के सीमावर्ती क्षेत्र होने के कारण भरगामा थाना क्षेत्र इन दिनों अपराधियों का सेफ जोन बना हुआ है। अपराधी सीमा का लाभ उठाकर घटना को अंजाम देकर भी सुरक्षित व पुलिस के गिरफ्त से दूर रहते हैं। एसपी शिवदीप लांडे ने इसके लिए विशेष सतर्कता बनाए रखने का निर्देश भरगामा थाना पुलिस को दिया है।
एसपी लांडे ने बताया कि इससे पूर्व भी मधेपुरा के हत्या, लूट, अपहरण जैसे मामलों में चर्चित अपराधी मिथलेश यादव की निशानदेही पर भरगामा थाना क्षेत्र से एक अपराधी को गिरफ्तार किया गया था। लल्टू यादव की गिरफ्तारी दूसरी बड़ी सफलता है जिसमें पुलिस ने दूसरे जिले के कुख्यात अपराधी को भरगामा थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया है। खुद एसपी ने लगातार दूसरी गिरफ्तारी को महत्वपूर्ण मानते हुए पुलिस की जबरदस्त सफलता बताई है। ऐसे अपराधियों की निशानदेही, गतिविधियों की पड़ताल, गिरफ्तारी आदि को लेकर रणनीति बनाए जाने की बात भी एसपी ने कही। साथ ही उन्होंने इस हेतु कई आवश्यक निर्देश भी भरगामा थाना पुलिस को दी। बताते चलें कि भरगामा-सुपौल के जदिया, मधेपुरा के श्रीनगर, पूर्णिया के बनमनखी आदि का सीमावर्ती क्षेत्र है। जिसका लाभ उठाकर अपराधियों को मिल जाता है।

मोटर साइकिल छिनी

फारिबसगंज/रेणुग्राम (अररिया) : फारबिसगंज प्रखंड के सिमराहा थाना क्षेत्र अंतर्गत मानिकपुर-सिमराहा कच्ची सड़क पर कोसी धार के निकट गुरुवार की देर संध्या चार अज्ञात सशस्त्र अपराधियों ने एक व्यक्ति की बजाज डिस्कवर मोटर साइकिल बीआर 38 डी/4084 लूट ली। अपराधियों ने बाइक सवार खास हलहलिया निवासी सुशील कुमार मंडल की मोबाइल, पंद्रह सौ रुपया नगद तथा कागजात रखे बैग भी छीन लिया। चारों अपराधी लूटी गयी मोटर साइकिल पर बैठकर फरार हो गये। घटना की सूचना पीड़ित श्री मंडल के द्वारा सिमराहा थाना को दी गयी है। सिमराहा थानाध्यक्ष नवीन कुमार ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि मामले की छानबीन की जा रही है। समाचार प्रेषण तक बाइक की बरामदगी नहीं हो सकी थी।

तस्करी का छह सौ लीटर डीजल जब्त

बथनाहा (अररिया) : शुक्रवार को कस्टम, एसएसबी एवं पुलिस ने संयुक्त पेट्रोलिंग अभियान में नरपतगंज प्रखंड के घुरना बाजार से करीब 600 लीटर डीजल लदा एक पिकअप वैन जब्त किया है। टीम को यह आशंका थी कि यह तस्करी की नीयत से जमा किया गया है। जब्ती अभियान में कस्टम के सहायक आयुक्त ज्योति आदित्य, कस्टम सुपरीटेंडेंट राकेश रंजन, निरीक्षक विनोद कुमार, एसएसबी के सहायक सेनानायक ओकेन्द्र सिंह, फारबिसगंज के एसडीपीओ विकास कुमार सहित कस्टम, पुलिस एवं एसएसबी के करीब दो दर्जन सिपाही शामिल थे। जब्त सामान सहित वैन को फारबिसगंज कस्टम कार्यालय ले आया गया है। गाड़ी घुरना निवासी मो. सकीत की बतायी जाती है जिसे संयुक्त पेट्रोलिंग के दरम्यान मो. आबिद के दरवाजे से जब्त किया गया।

राज्यस्तरीय कार्यशाला 30 से

फारबिसंज : आगामी तीस जून एवं एक जुलाई को प्रदेश कांग्रेस के मुख्यालय, सदाकत आश्रम पटना में प्रखंड कांग्रेस अध्यक्षों की दो दिवसीय राज्य स्तरीय कार्यशाला आयोजित होगी। जिसमें अररिया जिला के सभी प्रखंड और नगर अध्यक्ष भी भाग लेंगे।

अररिया में 35 किलो गांजा के साथ तीन युवक गिरफ्तार


अररिया : गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस अधीक्षक शिवदीप लांडे ने शुक्रवार को ठाकुरबाड़ी रोड हटिया में 35 किलो गांजा के साथ तीन युवकों को गिरफ्तार किया है। इस दौरान पुलिस ने एक युवक के घर से 3.50 लाख रुपये नकद राशि, आधा किलो चांदी एवं सोने का चेन व कर्णफुल भी बरामद की है। बरामदगी के बाद पुलिस ने तीनों युवक के विरुद्ध एनडीपीएस एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज कर लिया है।
मौके पर एसपी श्री लांडे ने बताया कि उन्हें लगातार इस बात की सूचना मिल रही थी कि नशे के सौदागर द्वारा चरस, गांजा, अफीम एवं ड्रग्स का कारोबार व्यापक पैमाने पर किया जा रहा है। इसी क्रम में उन्हें सूचना मिली कि हटिया रोड स्थित ठाकुरबाड़ी मंदिर में बड़े पैमाने पर गांजा की बिक्री की जा रही है। इस सूचना पर जब छापेमारी अभियान चलाया गया तो वहां गुमटी में खुले आम श्याम कुमार चौधरी नामक युवक गांजा बेचते पाया गया। गुमटी में कई बोरी में 35 किलो गांजा भी पाया गया। फिर इसी के निशानदेही पर मनोज कुमार गुप्ता एवं रंजीत कुमार की गिरफ्तारी हुई। एसपी ने बताया कि तीनों युवक वर्षों से पुलिस की आंखों में धूल झोंक कर यह करोबार चला रहे थे। एसपी ने बताया कि नेपाल के व्यापारी द्वारा बड़े पैमाने पर आज गांजा की आपूर्ति भी करने की सूचना थी। लेकिन वह पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ पाया।

भाजपाइयों ने दी थाने में गिरफ्तारी

कुर्साकांटा (अररिया) : बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने, विदेश से कालाधन वापसी, महंगाई, भ्रष्टाचार के विरुद्ध भाजपा मंडल कमेटी युवा मोर्चा के 17 सदस्यों ने भारतीय जनता पार्टी मंडल अध्यक्ष शिव शंकर राजभर के नेतृत्व में शुक्रवार को कुर्साकांटा थाना में अपनी गिरफ्तारी दी। गिरफ्तारी देने वाले लोगों में शिवशंकर राजभर, धर्मानंद विश्वास, धमेन्द्र गुलाब सिंह, मंदन मोहन झा, महेश झा, दिवानंद शुक्ल, चंद्र प्रकाश पासवान आदि अनेक लोग शामिल थे।

निबंधन के लिए 131 प्राइवेट स्कूलों की सूची प्रकाशित

अररिया  : शिक्षा का अधिकार कानून लागू होने के बाद प्राइवेट स्कूलों को निबंधन कराना अनिवार्य कर दिया गया है। इसी परिप्रेक्ष्य में जिला शिक्षा पदाधिकारी राजीव रंजन प्रसाद के निर्देश पर प्राथमिक शिक्षा डीपीओ ने 131 प्राइवेट स्कूलों की सूची शुक्रवार को प्रकाशित की गयी। डीईओ श्री प्रसाद ने बताया कि बीईओ द्वारा अब तक 131 स्कूलों की जांच कर रिपोर्ट दिया जा चुकी है। जांच रिपोर्ट को समेकित कर सार्वजनिक रूप से प्रकाशित किया गया। श्री प्रसाद ने बताया कि अररिया प्रखंड व शहरी क्षेत्र में 52, कुर्साकांटा में 4, भरगामा में 4, फारबिसगंज में 29, नरपतगंज में 18, जोकीहाट में 14, सिकटी में 5, पलासी से 5 स्कूलों का जांच रिपोर्ट प्राप्त है। जबकि रानीगंज से जांच रिपोर्ट अप्राप्त है। डीईओ ने बताया कि जांच रिपोर्ट पर आपत्ति 30 जून तक साक्ष्य सहित दिया जा सकता है।

घोटाले से जुड़े कागजात खंगालने पहुंची निगरानी टीम


अररिया : रानीगंज में महादलितों को दी जाने वाली जमीन में हुए घोटाले की जांच के लिए पहुंची निगरानी की टीम ने अररिया डीसीएलआर कार्यालय से भी घोटाले से जुड़े कागजात जब्त किया है। गुरुवार की देर शाम निगरानी टीम के सदस्यों ने अररिया पहुंचकर घोटाले से संबंधित संचिका का अवलोकन किया तथा कागजात साथ भी ले गये। इस बात की पुष्टि अररिया एसडीओ डा. विनोद कुमार ने की है।
जानकारी के अनुसार रानीगंज के कजरा में हुए जमीन घोटाले की जांच के लिए निगरानी विभाग की टीम पिछले दो-तीन दिन से रानीगंज में जांच कर रही है। कजरा की जमीन से जुड़े कुछ कागजात जिला मुख्यालय के डीसीएलआर कार्यालय में थे। बताया जाता है कि निगरानी की टीम ने गुरुवार को अपर समाहत्र्ता से मिलकर रानीगंज के बेलगच्छी में हुए जमीन आवंटन का कागजात खंगाले। सूत्रों के अनुसार टीम बेलगच्छी का जमीन भू-हदबंदी में है या फिर सैरात मुक्त इसकी भी जानकारी प्राप्त करने के लिए अररिया पहुंची थी।
ज्ञात हो कि रानीगंज के कजरा में 88 महादलित परिवारों के बीच जमीन आवंटन में भारी पैमाने पर गड़बड़ी की गई। इस मामले में डीएम के जांच रिपोर्ट पर विभाग ने रानीगंज सीओ को निलंबित भी कर दिया तथा पूरे मामले की जांच का जिम्मा निगरानी विभाग को सौंपा था।

बीस साल पुराने तीन मामलों में होगी प्राथमिकी


अररिया : जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में करीब दो दशक पूर्व हुई आपराधिक घटना में अब प्राथमिकी दर्ज होगी। अदालत के निर्देश बाद अररिया के पुलिस अधीक्षक ने संबंधित थानाध्यक्षों को इस संबंध में आदेश जारी किया है।
जानकारी अनुसार पलासी में 21 वर्ष पूर्व घटित घटना के मामले में टेढ़ा गाछ (किशनगंज) में कांड संख्या 04/88 दर्ज हुआ था। जिसमें 05 फरवरी, 91 को कोर्ट द्वारा पत्र जारी कर प्राथमिकी में कांड संख्या अंकित कर भेजे जाने का उल्लेख किया गया।
वहीं सुपौल जिले के छातापुर थाना में कांड संख्या 22/91 दर्ज हुआ था। हत्या के इस मामले में घटना स्थल भरगामा बड़ी नहर का उल्लेख है जिसे अररिया भेजा गया। सुपौल के एसडीजेएम ने अररिया सीजेएम को उक्त प्राथमिकी की अग्रतर कार्रवाई के लिए भेजा। जिसे स्थानीय कोर्ट द्वारा 14 नवंबर 92 को भेजते हुए प्राथमिकी संख्या अंकित करने का आदेश दिया गया। 19 वर्ष बीत गए, परंतु मामला ठंडे बस्ते में पड़ा रहा।
उधर सिमराहा में हुई एक घटना को लेकर कसबा (जलालगढ़) थाना कांड संख्या 227/06 दर्ज हुआ। यह मामला पूर्णिया की अदालत से अररिया भेजा गया। अररिया की अदालत ने 15 दिसंबर 08 को सिमराहा थानाध्यक्ष को पत्र जारी किया गया तथा प्राथमिकी संख्या उल्लेख कर इन कागजातों को वापस लौटाने का आदेश दिया गया।
बावजूद इतने वर्षों बाद उपरोक्त थानाध्यक्षों ने कोर्ट के आदेश की अवहेलना करते रहे। इस संबंध में अररिया के पुलिस अधीक्षक शिवदीप लांडे ने गंभीर रूख अपनाया है तथा थानाध्यक्षों के नाम जारी पत्र में इन सभी मामलों में प्राथमिकी संख्या अंकित कर अनुसंधान करने समेत अंतिम प्रतिवेदन कोर्ट में दाखिल करने का निर्देश दिया है।

अररिया-सुपौल मुख्य मार्ग पर भारी वाहनों की होगी चेकिंग


भरगामा (अररिया) : अररिया-सुपौल स्टेट हाईवे से अवैध सामानों की ढुलाई, तस्करी एवं सड़क दुर्घटनाओं से जुड़े कई पहलुओं पर विराम लगाने के उद्देश्य से एसपी शिवदीप लांडे ने भरगामा-जदिया सीमा के जेबीसी चौक के समीप बड़े व मालवाहक गाड़ियों की जांच की व्यवस्था बहाल करने का निर्देश शुक्रवार को भरगामा थानाध्यक्ष अनमोल कुमार को दी।
उन्होंने कहा कि वाहन चेकिंग को लेकर ट्रैफिक की यह व्यवस्था संध्या 05 से 08 बजे की की जानी है। इस बीच बड़े व मालवाहक सभी वाहनों का सड़कों पर परिचालन पूर्ण रूप से बंद रहेगा। एसपी लांडे ने आए दिन क्षेत्र में लगातार बढ़ रहे सड़क दुर्घटना के लिए भी इसे आवश्यक बताया। यहां उल्लेखनीय है कि पिछले कम से कम एक या डेढ़ माह में दर्जन से उपर सड़क दुर्घटना केवल भरगामा थाना क्षेत्र में हो चुकी है। जिसमें अबतक करीब आधे दर्जन लोग मारे जा चुके हैं। पुलिस का मानना है कि इस वाहन चेकिंग अभियान से अवैध सामग्रियों की ढुलाई के साथ तस्करी व आपराधिक अन्य गतिविधियों पर भी लगाम लगेगी। इस दौरान यात्री वाहन, दुपहिया व चार पहिया वाहनों के परिचालन की छूट एसपी ने दी है।

कोचगामा विवाद : अररिया अंचल के सीआई सहित दो कर्मचारी निलंबित

अररिया : अररिया अंचल अंतर्गत कुसियारगांव मौजा के कोचगामा गांव में 42 एकड़ की भूमि को लेकर उपजे विवाद का खामियाजा दो सरकारी कर्मी को भुगतना पड़ा। इस मामले में गलत रिपोर्ट देने तथा लगान रसीद काटने की गलत अनुशंसा करने के आरोप में जिला पदाधिकारी सह जिला समाहत्र्ता एम. सरवणन ने अररिया अंचल के प्रभारी अंचल निरीक्षक सह राजस्व कर्मचारी सूर्य नारायण यादव तथा हलका नं. 10 कुसियारगांव के तत्कालीन राजस्व कर्मचारी दयानंद साह (वर्तमान में पलासी में पदस्थापित) को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। श्री सरवणन द्वारा जारी आदेश के अनुसार निलंबन अवधि में श्री यादव का मुख्यालय कुर्साकांटा तथा श्री साह का मुख्यालय भरगामा अंचल में स्थिर किया गया है। डीएम ने अररयिा के अंचल पदाधिकारी को दोनों निलंबित राजस्व कर्मचारी के विरुद्ध प्रपत्र क में आरोप पत्र एसडीओ के माध्यम से 30 जून तक समर्पित करने का आदेश भी दिया है। कोचगामा विवाद सामने आने के बाद श्री सरवणन ने दोनों से स्पष्टीकरण पूछा था। लेकिन असंतोषप्रद जवाब पाये जाने के बाद डीएम ने प्रमंडलीय आयुक्त के निर्देश पर पूरे मामले की जांच करायी। जांच रिपोर्ट के आधार पर कोचगामा विवाद के जांच में तथ्य को छिपाने एवं विवादग्रस्त जमीन के संबंध में जमाबंदी पंजी बंदोबस्त धारियों के पक्ष में प्रविष्टि के बावजूद भी आवेदक के नाम से लगान रसीद निर्गत करने की अनुशंसा को डीएम ने प्रथम दृष्टया दोषी पाते हुए दोनों का निलंबित कर दिया।

.. और देखते ही देखते अबोध बन गए एसपी

भरगामा (अररिया) : ड्यूटी से फारिग होकर पुलिस कप्तान शिवदीप लांडे जैसे ही भरगामा थाना से निकलकर गाड़ी की ओर बढ़े कि वाहन के पास पूर्व से खड़े सैकड़ों की भीड़ जिसमें अधिकांश संख्या में अबोध, अंधनंगे बच्चों की थी ने एसपी को घेर लिया। यही वह क्षण था जब देखते ही देखते एसपी लांडे भी अबोध बन गये। उन्होंने न केवल अर्धनग्न दुधमुहों से उनकी ही तरह तोतली जुबान में बातचीत करते हुए हाल-चाल पूछा बल्कि बच्चों से हाथ मिलाकर उन्हें जीवन में आगे बढ़ने की भी प्रेरणा दी। गाड़ी पर सवार होने से पहले एसपी ने बांकी पुलिस कर्मी को नसीहत देते हुए कहा कि कर्तव्य पालन के साथ यह सोचना भी जरूरी है कि हम मानव हैं और मानवता की सेवा हमारा दायित्व।

एसओ ने की भू-विवाद सुलझाने की अपील


रूपौली (पूर्णिया) : टीकापट्टी थाना में पदस्थापित नए थानाध्यक्ष ने क्षेत्र में जमीन विवाद को सुलझाने के लिए बुद्धिजीवियों की एक बैठक का नेतृत्व किया तथा बुद्धिजीवियों से जमीन से जुड़ी समस्याओं के निदान के लिए उपाय सुझाने की अपील की। इस बैठक में सैंकड़ों बुद्धिजीवियों ने भाग लिया।
बैठक में उपस्थित बुद्धिजीवियों से अपील करते हुए थानाध्यक्ष प्रवीण कुमार ने कहा कि यहां की सबसे बड़ी समस्या जमीन विवाद है। कुछ जानकारी के अभाव में तो कुछ लालचवश जमीन विवाद में उलझ रहे हैं। जिससे विधि-व्यवस्था बिगड़ जाती है। प्राय: हर गांव-टोले में जमीन विवाद है तथा लोग इस विवाद को सुलझाने के लिए थाना आते हैं। सभी जानते हैं कि पुलिस को जमीन से मतलब नहीं है, बावजूद पुलिस का प्रयास होता है कि वह बुद्धिजीवियों को साथ लेकर जमीन की समस्याओं को जड़ से ही खत्म कर दें ताकि लोगों में शांति एवं भाईचारा बना रहे। जब तक आम बुद्धिजीवी उनका साथ नहीं देंगे वे सफल नहीं हो सकते। खासकर जमीन विवाद यहां धीरे-धीरे बड़ी समस्या बनती जा रही है। इसके लिए भी लोगों को जागरूक करने की जरूरत है, उन्हें समझाने की जरूरत है। जो जिसकी जमीन है वह उन्हें मिलनी चाहिए। इसके लिए जब तक लोग सहयोग नहीं करेंगे वे सफल नहीं हो पाएंगे।
इस अवसर पर जुटे क्षेत्र के सभी सरपंच, मुखिया, जनप्रतिनिधि, बुद्धिजीवियों ने भरोसा दिलाया कि वे उनका सहयोग करने को तैयार हैं।

मानदेय भुगतान की मांग

श्रीनगर : प्रखंड क्षेत्र के पंचायत व प्रखंड शिक्षकों को मानदेय नहीं मिलने से उसमें घोर निराशा व्याप्त है। शिक्षकों का कहना है कि हमलोगों को समय पर मानदेय का भुगतान नहीं किया जाता है जबकि हमलोग इतने कम मानदेय में नियमित शिक्षकों जितना कार्य करते है। शिक्षकों ने जिलाधिकारी से अविलम्ब मानदेय भुगतान के दिशा में सार्थक पहल की मांग की है।

पचास हजार की आबादी को हाईस्कूल का इंतजार


बथनाहा (अररिया) : आजादी के 6 दशक बीतने के बाद भी नरपतगंज प्रखंड के सीमावर्ती बसमतिया एवं घुरना बाजार के लोग अब भी एक उच्च विद्यालय का इंतजार है। नेपाल सीमा पर स्थित इस क्षेत्र के पांच पंचायत बेला, बसमतिया, बबुआन, पद्यधारा एवं अंचरा पंचायत के विद्यार्थियों को माध्यमिक शिक्षा प्राप्त करने के लिए घोर कठिनाई का सामना करना पड़ता है।
उल्लेखनीय है कि नरपतगंज प्रखंड के उतरी भाग में एक मात्र उच्च विद्यालय फुलकाहा में है। जहां से बेला एवं बसमतिया की दूरी करीब 20 किमी है। हालांकि बेला एवं बसमतिया से सटा सुपौल जिला का वीरपुर अनुमंडल मुख्यालय पड़ता है। एक जिला से मिडिल पास छात्र को दूसरे जिला में जाकर उच्च वि. में नामांकन के लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी से प्रमाण पत्र चाहिए जो एक कठिन प्रक्रिया है। इस इलाके के कई अभिभावकों ने बताया कि अररिया आने-जाने एवं जिला शिक्षा अधिकारी से प्रमाण पत्र निकलवाने में काफी समय एवं राशि खर्च हो जाती है। जबकि 20 किमी दूर फुलकाहा बाजार जाना भी आसन नहीं। इस कठिनाई की वजह से इस इलाके में बालिका शिक्षा प्रभावित हो रहा है। हालांकि इस क्षेत्र के लोग आजादी उपरांत से उच्च विद्यालय की स्थापना की मांग एवं संघर्ष करते आ रहे हैं। इसके लिए बबुआन पंचायत अंतर्गत महेशपट्टी गांव में आज 50 वर्ष पूर्व 1962 ई. में विद्यालय की स्थापना के लिए राजपाल के नाम से करीब 3 एकड़ जमीन भी पूर्व मुखिया स्व. गोनर झा के द्वारा दान में दिया गया। मगर आज तक इस इलाके में हाईस्कूल की स्थापना का सपना अधूरा है। क्षेत्र के नागरिक बसंत पासवान एवं निरंजन झा ने बताया कि बसमतिया एवं घुरना दोनों पुराना बाजार एवं दोनों स्थान पर पुलिस ओपी है। बावजूद इसके एक बड़ी आबादी माध्यमिक शिक्षा से वंचित है। गरीब एवं मजबूर वर्ग के लोग चाहकर भी अपनी बेटियों को मैट्रिक तक नही पढ़ा पा रहे हैं। इन दोनों ने बताया कि उच्च विद्यालय की स्थापना के लिए इस क्षेत्र के सांसद, विधायक एवं मंत्री से कई बार गुहार लगाया मगर अब तक निराशा ही मिली।

पचास हजार की आबादी को हाईस्कूल का इंतजार


बथनाहा (अररिया) : आजादी के 6 दशक बीतने के बाद भी नरपतगंज प्रखंड के सीमावर्ती बसमतिया एवं घुरना बाजार के लोग अब भी एक उच्च विद्यालय का इंतजार है। नेपाल सीमा पर स्थित इस क्षेत्र के पांच पंचायत बेला, बसमतिया, बबुआन, पद्यधारा एवं अंचरा पंचायत के विद्यार्थियों को माध्यमिक शिक्षा प्राप्त करने के लिए घोर कठिनाई का सामना करना पड़ता है।
उल्लेखनीय है कि नरपतगंज प्रखंड के उतरी भाग में एक मात्र उच्च विद्यालय फुलकाहा में है। जहां से बेला एवं बसमतिया की दूरी करीब 20 किमी है। हालांकि बेला एवं बसमतिया से सटा सुपौल जिला का वीरपुर अनुमंडल मुख्यालय पड़ता है। एक जिला से मिडिल पास छात्र को दूसरे जिला में जाकर उच्च वि. में नामांकन के लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी से प्रमाण पत्र चाहिए जो एक कठिन प्रक्रिया है। इस इलाके के कई अभिभावकों ने बताया कि अररिया आने-जाने एवं जिला शिक्षा अधिकारी से प्रमाण पत्र निकलवाने में काफी समय एवं राशि खर्च हो जाती है। जबकि 20 किमी दूर फुलकाहा बाजार जाना भी आसन नहीं। इस कठिनाई की वजह से इस इलाके में बालिका शिक्षा प्रभावित हो रहा है। हालांकि इस क्षेत्र के लोग आजादी उपरांत से उच्च विद्यालय की स्थापना की मांग एवं संघर्ष करते आ रहे हैं। इसके लिए बबुआन पंचायत अंतर्गत महेशपट्टी गांव में आज 50 वर्ष पूर्व 1962 ई. में विद्यालय की स्थापना के लिए राजपाल के नाम से करीब 3 एकड़ जमीन भी पूर्व मुखिया स्व. गोनर झा के द्वारा दान में दिया गया। मगर आज तक इस इलाके में हाईस्कूल की स्थापना का सपना अधूरा है। क्षेत्र के नागरिक बसंत पासवान एवं निरंजन झा ने बताया कि बसमतिया एवं घुरना दोनों पुराना बाजार एवं दोनों स्थान पर पुलिस ओपी है। बावजूद इसके एक बड़ी आबादी माध्यमिक शिक्षा से वंचित है। गरीब एवं मजबूर वर्ग के लोग चाहकर भी अपनी बेटियों को मैट्रिक तक नही पढ़ा पा रहे हैं। इन दोनों ने बताया कि उच्च विद्यालय की स्थापना के लिए इस क्षेत्र के सांसद, विधायक एवं मंत्री से कई बार गुहार लगाया मगर अब तक निराशा ही मिली।

29 वार्ड, 72 सफाई कर्मी, फिर भी शहर बना नारकीय


अररिया : करीब पांच माह पूर्व नगर परिषद में कर्मियों की छंटनी के बाद से ही शहर की स्थिति नारकीय बन गयी है। जगह-जगह कूड़े, कचरे का अंबार, नालों से निकलते बदबूदार पानी एवं फुटपाथी दुकानों के मलबे ने शहर को प्रदूषित कर दिया है। वहीं नगर प्रशासन साफ-सफाई की दिशा में चुप्पी साधे बैठा है।
नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी राकेश कुमार झा का कहना है कि सफाई कर्मियों की कमी से शहर को स्वच्छ रखने में परेशानी हो रही है, लेकिन इस कमी को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है।
अररिया नगर परिषद में 29 वार्ड है। छंटनी के बाद भी इन वार्डो के लिए 18 स्थायी और संविदा पर बहाल 54 सफाई कर्मी कार्यरत हैं। सफाई कर्मी की मानीटरिंग के लिए एक स्थायी एवं 2 संविदा पर बहाल सफाई जमादार प्रतिनियुक्त हैं। इसके बावजूद शहर को स्वच्छ व प्रदूषण से मुक्त कराने को नप प्रशासन का दावा खोखला साबित हो रहा है। ग्रामीण इलाकों से सटे शहर में आधा दर्जन ऐसे वार्ड हैं जहां के लोगों ने आज तक किसी सफाई कर्मी को नहीं देखा है। आधा दर्जन चुनिंदा वार्डो को छोड़ दें तो अन्य की स्थिति भी बदतर ही बनी है। नगर परिषद का नव गठित बोर्ड भी साफ-सफाई से अब तक दूर ही नजर आता है।
वहीं सड़क बनने के दौरान कई जगहों पर पीएचडी द्वारा वाटर सप्लाई वाली पाईप फट गया है। फटे हुए पाइप से मार्गो पर जगह-जगह पानी जम जाती है। जिससे लोगों को आवागमन में दिक्कत का सामना करना पड़ता है। विडंबना यह है कि सड़कों पर जमे पानी को नाला ढोने में नाकामयाब साबित हो रही है। अधिकांश नालों में मिट्टी जमी है। इस मिट्टी को हटाने के लिए नप प्रशासन मौन है। यही हाल चांदनी चौक से हटिया जाने वाली मार्ग का है। अतिक्रमण के शिकार इस सड़क पर जगह-जगह कचरे कब किसको गंदा कर देगा यह कहना मुश्किल है।

Friday, June 22, 2012

कचरा बना कचरा पेटी


अररिया : गली नुक्कड़ एवं घरों से कचरा निस्तारण के लिए लगाए गए डस्टबीन छह माह में ही कचरा हो गये। ये डस्टबीन अब कचरे की तरह ही यत्र-तत्र नजर आ रहे हैं। कहीं कहीं डस्टबीन लगे हुए भी हैं तो उससे कचरा निस्तारण का कार्य ठप्प पड़ा है।
कचरा निस्तारण की जमीन के अभाव में एक वर्ष पूर्व बोर्ड ने जगह-जगह डस्टबीन लगाने का प्रस्ताव लिया। उस प्रस्ताव पर सर्वसम्मति से मुहर भी लगी। नौ लाख की लागत से पांच दर्जन डस्टबीन की खरीद हुई। जब डस्टबीन की आपूर्ति हुई तो उसमें एक दर्जन टूटे फूटे एवं पुराने पाए गये। नप कार्यपालक पदाधिकारी राकेश कुमार झा ने आपूर्ति कर्ता को पत्र लिखकर डस्टबीन वापस करने का निर्देश दिया। डस्टबीन वापस भी हुई, लेकिन उस को नये ढंग से रंग पेंट करके कुछ दिन बाद हीं सभी डस्टबीन को स्टैंड पर खड़ा भी किया गया। लेकिन जल्द ही सबके सब बेकार नजर आने लगे हैं। कहीं स्टैंड सहित उखड़ कर बिखरा पड़ा है तो कहीं से डस्टबीन ही गुम हो गये। कहीं उसमें भरा पड़ा कचरा साफ कराने के लिए नप प्रशासन मौन है।

बुझती नहीं प्यास फिर भी है फ‌र्स्ट क्लास


अररिया : बच्चों की बुझती नहीं प्यास फिर भी टेरा फिल्टर है फ‌र्स्ट क्लास। शिक्षा विभाग द्वारा टेरा फिल्टर मामले की जांच की यह कोरी हकीकत है। जांच के पहले चरण में तीन प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी ने टेरा फिल्टर को संतोषप्रद बताया है। जबकि नब्बे फीसदी टेरा फिल्टर में आज तक पानी पहुंचा ही नहीं। ऐसे में पूरी जांच ही सवालों के घेरे में है।
जानकारी के अनुसार जिले में एमएसडीपी योजना के तहत 333 विद्यालयों में 33 हजार की लागत से शुद्ध पानी आपूर्ति के लिए टेरा फिल्टर लगाने की योजना बनी। इस योजना के तहत विद्यालय में सिनटैक्स का पानी टैंक और फिल्टर लगाया जाना था। परंतु पूरी योजना में बिचौलियागिरी हावी रही। सिनटैक्स की जगह लोकल कंपनी के पानी टैंक और घटिया क्वालिटी के टेरा फिल्टर विद्यालयों में लगवा दिए गये। इस पूरे खेल में शिक्षा विभाग के एक तत्कालीन अधिकारी और जिला मुख्यालय के तथाकथित आपूर्तिकत्र्ता की भूमिका रही। खैर विद्यालयों में लगे पानी टैंक तक पानी पहुंचाने की जिले में अद्भुत व्यवस्था रही। विद्यालय में मौजूद चापाकल को चलाकर छत पर मौजूद पानी टैंक को भरने की व्यवस्था थी। इस अजीबोगरीब व्यवस्था के कारण अधिकांश विद्यालय में पानी टैंक तक पहुंचा ही नहीं। इसको लेकर विद्यालय प्रधान, रसोईया और चपरासी के बीच तू-तू, मैं-मैं होती रही। अब सवाल उठता है कि जब पानी टैंक तक पहुंचता ही नहीं तो फिर टेरा फिल्टर संतोषप्रद किस प्रकार साबित हो गया। बता दें कि फारबिसगंज में 34 विद्यालय में लगे टेरा फिल्टर में 32 को संतोषप्रद बताया गया है। जबकि दो को आंधी में क्षतिग्रस्त बताया गया है। रानीगंज में 31 विद्यालय की जांच रिपोर्ट सौंपी गयी है। इसमें 30 में फिल्टर की गुणवत्ता संतोषप्रद तथा एक क्षतिग्रस्त बताया गया है। वहीं भरगामा में 26 विद्यालयों में 22 को संतोषप्रद तथा चार में चालू नहीं होने की रिपोर्ट सौंपी गयी है।

बिजली की बदहाली से उपभोक्ताओं का धरना


बथनाहा(अररिया) : विद्युत अवर प्रमंडल वीरपुर के सहायक अभियंता की मनमानी एवं विभागीय अनियमितता से त्रस्त नरपतगंज प्रखंड के सीमावर्ती बसमतिया बाजार के नागरिकों ने गुरुवार से आंदोलन का रूख अख्तियार कर लिया है। बसमतिया के मुखिया मदन मोहन गुप्ता के नेतृत्व में गुरुवार को बाजारवासियों ने कारोबार बंद कर विद्युत विभाग की कार्यशैली एवं सहायक अभियंता के मनमानी के खिलाफ बसमतिया ओपी के सामने धरना दिया।
इस बाबत बसमतिया ओपी अध्यक्ष मनेश्वर राम को नागरिकों द्वारा एक आवेदन भी दिया गया। मामले की जानकारी मिलने के बाद जिला पदाधिकारी के निर्देश पर धरना स्थल पर नरपतगंज के बीएओ राम प्रवेश यादव को दंडाधिकारी के रूप में प्रतिनियुक्त कर भेजा गया।
मौके पर नागरिकों ने दंडाधिकारी के माध्यम से डीएम अररिया को भी आवेदन दिया। दंडाधिकारी के माध्यम से डीएम द्वारा आश्वासन के बाद देर शाम धरना समाप्त किया गया। धरना में मुखिया मदन मोहन गुप्ता, सरफुद्दीन अंसारी, शमसरेज, सुधिर भगत, संजय पासवान, सिराज खान, प्रकाश गुप्ता सहित दर्जनों की संख्या में स्थानीय नागरिक एवं व्यवसायी उपस्थित थे।
क्या है मामला
डीएम के नाम दिए आवेदन में बसमतिया के नागरिकों ने कहा है कि बसमतिया बाजार का ट्रांसफार्मर विगत 15 जून से खराब है। जिस कारण पूरे बाजार में विद्युत आपूर्ति ठप है। नागरिकों ने कहा कि वर्ष 2008 में क्षेत्र में आई प्रलयंकारी बाढ़ के बाद से विद्युत आपूर्ति ठप्प पड़ा हुआ था। इसके बाद विद्युत प्रमंडल कार्यालय वीरपुर (सुपौल) में पदस्थापित सहायक अभियंता नवीन कुमार एवं कनीय अभियंता जावेद अशरफ के द्वारा कथित रूप से 'शुल्क' लेकर 100 केबी का यह ट्रांसफार्मर दिया गया। मगर कुछ दिनों बाद सहायक अभियंता नवीन कुमार द्वारा ट्रांसफार्मर वापस मांगा जाने लगा कि यह दूसरे जगह के लिए आया हुआ था। आपलोगों को दूसरा ट्रांसफार्मर दूंगा। मगर नागरिकों ने उनकी मांग को खारिज कर दिया। मुखिया मदन मोहन गुप्ता एवं नागरिकों का कहना है कि इसके आवेश में आकर सहायक अभियंता ने विद्युत कर्मियों के द्वारा 14 जून को ट्रांसफार्मर का एलटी वायर छोड़ाकर ट्रांसफार्मर के उपर रखवा दिया जिससे ट्रांसफार्मर उड़ गयी। इसके बाद से पूरे बाजार का लाइन ठप पड़ा हुआ है तथा विभाग द्वारा कोई सुनवाई नही की जा रही है।

बुझती नहीं प्यास फिर भी है फ‌र्स्ट क्लास


अररिया : बच्चों की बुझती नहीं प्यास फिर भी टेरा फिल्टर है फ‌र्स्ट क्लास। शिक्षा विभाग द्वारा टेरा फिल्टर मामले की जांच की यह कोरी हकीकत है। जांच के पहले चरण में तीन प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी ने टेरा फिल्टर को संतोषप्रद बताया है। जबकि नब्बे फीसदी टेरा फिल्टर में आज तक पानी पहुंचा ही नहीं। ऐसे में पूरी जांच ही सवालों के घेरे में है।
जानकारी के अनुसार जिले में एमएसडीपी योजना के तहत 333 विद्यालयों में 33 हजार की लागत से शुद्ध पानी आपूर्ति के लिए टेरा फिल्टर लगाने की योजना बनी। इस योजना के तहत विद्यालय में सिनटैक्स का पानी टैंक और फिल्टर लगाया जाना था। परंतु पूरी योजना में बिचौलियागिरी हावी रही। सिनटैक्स की जगह लोकल कंपनी के पानी टैंक और घटिया क्वालिटी के टेरा फिल्टर विद्यालयों में लगवा दिए गये। इस पूरे खेल में शिक्षा विभाग के एक तत्कालीन अधिकारी और जिला मुख्यालय के तथाकथित आपूर्तिकत्र्ता की भूमिका रही। खैर विद्यालयों में लगे पानी टैंक तक पानी पहुंचाने की जिले में अद्भुत व्यवस्था रही। विद्यालय में मौजूद चापाकल को चलाकर छत पर मौजूद पानी टैंक को भरने की व्यवस्था थी। इस अजीबोगरीब व्यवस्था के कारण अधिकांश विद्यालय में पानी टैंक तक पहुंचा ही नहीं। इसको लेकर विद्यालय प्रधान, रसोईया और चपरासी के बीच तू-तू, मैं-मैं होती रही। अब सवाल उठता है कि जब पानी टैंक तक पहुंचता ही नहीं तो फिर टेरा फिल्टर संतोषप्रद किस प्रकार साबित हो गया। बता दें कि फारबिसगंज में 34 विद्यालय में लगे टेरा फिल्टर में 32 को संतोषप्रद बताया गया है। जबकि दो को आंधी में क्षतिग्रस्त बताया गया है। रानीगंज में 31 विद्यालय की जांच रिपोर्ट सौंपी गयी है। इसमें 30 में फिल्टर की गुणवत्ता संतोषप्रद तथा एक क्षतिग्रस्त बताया गया है। वहीं भरगामा में 26 विद्यालयों में 22 को संतोषप्रद तथा चार में चालू नहीं होने की रिपोर्ट सौंपी गयी है।

वार्डवासियों ने सड़क निर्माण की मांग उठाई


फारबिसगंज (अररिया  : शहर के वार्ड संख्या 7 के रेफरल रोड से दक्षिण के लोगों ने नगर परिषद प्रशासन से मुख्य मार्ग तक सड़क निर्माण की मांग उठाई है। वार्ड वासियों ने कार्यपालक पदाधिकारी को आवेदन प्रेषित करते हुए बताया है कि शिव मंदिर से नृपेन्द्र सिन्हा के घर से रेफरल रोड पक्की सड़क तक पहुंचने में उन्हें काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। हल्की बारिश में भी वर्तमान सड़क चलने के अयोग्य हो जाता है। यहां तक कि मरीज या जरूरी काम के कारण अस्पताल एवं अन्य स्थान जाना भी मुश्किल हो जाता है। जबकि वार्ड वासियों ने नगर परिषद का होल्डिंग टैक्स का भुगतान भी समय पर किया जाता रहा है। सड़क निर्माण की गुहार लगाने वालों में टुन-टुन पासवान, पिंकी देवी, देव प्रसाद राय, उदय यादव, विजय पासवान, भुवनेश्वर यादव, रीना देवी, मालती देवी, सुकदेव साह, राम अवतार वर्मा आदि दर्जनों वार्ड वासी शामिल हैं।

रीतेश, पारस व अंजुम आरा बने सशक्त स्थायी समिति के सदस्य


अररिया : वार्ड संख्या 17 के पार्षद रीतेश कुमार राय, वार्ड 28 के पारस कुमार भगत तथा वार्ड 26 की पार्षद अंजुम आरा को अररिया नगर परिषद की सशक्त स्थायी समिति का सदस्य बनाया गया है। इस संबंध में नप के कार्यपालक पदाधिकारी राकेश कुमार झा ने गुरुवार को सूचना जारी कर दी। तीनों वार्ड पार्षदों का मनोनयन मुख्य पार्षद स्वीटी दासगुप्ता व उपमुख्य पार्षद संजय कुमार के संयुक्त हस्ताक्षर से जारी आदेश के द्वारा किया गया है।
इधर, रीतेश के मनोनयन पर वार्ड वासियों ने उन्हें बधाई दी है।

मुखिया व पंस के विरुद्ध एकजुट हुए वार्ड सदस्य


अररिया : पंचायत में सरकारी योजनाओं की राशि में बंदरबाट का आरोप लगाते हुए फारबिसगंज प्रखंड अंतर्गत झिरूवा पुरवारी पंचायत के सभी वार्ड सदस्य मुखिया व सचिव के विरुद्ध एकजुट हो गये हैं। वार्ड सदस्यों ने गुरुवार को डीएम एम. सरवणन के समक्ष जनता दरबार में पंचायत के मुखिया तथा पंचायत सचिव के विरुद्ध शिकायत की। डीएम श्री सरवणन ने प्राप्त शिकायती आवेदन पर ही फारबिसगंज बीडीओ को जांच कर 10 दिनों के भीतर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है।
डीएम को दिए गए आवेदन में वार्ड सदस्यों ने मुखिया व सचिव पर ग्राम सभा पंजी में जाली हस्ताक्षर कर बैठक दिखाने का भी आरोप लगाया है। साथ हीं इंदिरा आवास स्वीकृति कैंप भी मनमाना स्थल पर आयोजित कराने का आरोप लगाया गया है। शिकायती आवेदन पर हस्ताक्षर करने वाले वार्ड सदस्यों में मेहलूद्दीन, मो. सलाउद्दीन रहीम, नाजमीन खातुन, शाहजहां, साबरी देवी, मींजा देवी, उर्मिला देवी, मो. मुख्तार बिजली देवी आदि शामिल हैं। इधर झिरूआ पुरवारी के मुखिया व सचिव ने अपने उपर लगे आरोपों को गलत बताया है।

नाबालिग के साथ दुष्कर्म, मामला दर्ज


पलासी (अररिया) : प्रखंड के कुजरी गांव में एक किशोर द्वारा नाबालिग बच्ची (काल्पनिक नाम) खुशबू के साथ दुष्कर्म करने का एक मामला प्रकाश में आया है। इस बाबत पीड़िता बच्ची की मां मोसोमात बीबी तबस्सुम ने किशोर सोमा पिता मो. शमशाद के विरुद्ध पलासी थाना में एक नामजद प्राथमिकी गुरुवार (21 जून) को दर्ज करायी है। घटना बीते मंगलवार की देर संध्या की बतायी गयी है।
दर्ज मामले में वादिनी ने कहा है कि मंगलवार संध्या करीब सात बजे बगल के किराना दुकान में सामान खरीदने उनकी नौ वर्षीय पुत्री खुशबू गयी थी। किंतु एक घंटा बीत जाने के पश्चात भी जब वह लौटकर नहीं आयी। खोजबीन के क्रम में बच्ची शमशाद के पुआल घर में बेहोशी अवस्था में पायी गयी। तत्पश्चात बच्ची को उपचार के लिए पीएचसी पलासी लाया गया। जहां प्राथमिक उपचार कराया गया, किंतु रक्त फिर भी नही रूका। तत्पश्चात चिकित्सक ने बेहतर उपचार के लिए अररिया भेज दिया। अररिया में उपचार के दौरान चिकित्सक ने बच्ची के साथ दुष्कर्म की बात बतायी। इस क्रम में बच्ची जब होश में आयी तो पूछने पर उसने बताया कि जब वह सामान खरीदने दुकान जा रही थी तो रास्ते में ही सोमा पिता शमशाद ने उन्हें जबरदस्ती पकड़कर अपने पुआल घर में ले गया तथा दुष्कर्म किया। इस क्रम में वह बेहोश हो गयी। वह सदर अस्पताल अररिया में ही होश में आयी। इस बाबत थानाध्यक्ष आरबी सिंह ने बताया कि बच्ची को स्वास्थ्य परीक्षण के लिए अररिया भेज दिया गया है।

पोशाक योजना में गड़बड़ी को लेकर प्रदर्शन



अररिया : जोकीहाट प्रखंड अंतर्गत योगेन्द्र पंचायत वार्ड 10 के ग्रामीणों व स्कूली बच्चों ने गुरुवार को समाहरणालय परिसर व डीईओ कार्यालय पहुंचकर जमकर प्रदर्शन किया। जोकीहाट के उत्क्रमित मवि योगेन्द्र बालक के प्रधानाध्यापक अजहर हुसैन के विरुद्ध जमकर नारेबाजी भी की। स्कूली बच्चों व अभिभावकों ने कहा कि प्रधान ने पोशाक राशि वितरण में काफी गड़बड़ी की है। ग्रामीणों का आरोप था कि हेडमास्टर से इस बात की शिकायत करने पर बच्चों व अभिभावकों के साथ अमर्यादित बात करते हैं। स्कूल पोषक क्षेत्र के ग्रामीणों ने डीएम व डीईओ को आवेदन देकर प्रअ पर कार्रवाई की मांग की है। डीईओ आफिस में बच्चों ने दो घंटे तक धरना भी दिया। वहीं गुरुवार को जोकीहाट के ही एक महिला उत्क्रमित मवि सतगड़ा की शिकायत लेकर डीएम के पास पहुंच गई। महिला का आरोप था कि स्कूल के प्रधानाध्यापक महादलित परिवार के बच्चों का पोषाक राशि नही देना चाहते हैं। इधर इन दोनों मामले को डीएम एम. सरवणन ने गंभीरता से लेते हुए दोनों स्कूल के प्रधानाध्यापक को पोषाक वितरण पंजी, कैश बुक व छात्र उपस्थिति पंजी के साथ तलब किया है। उन्होंने कहा कि दोषी को बख्शा नहीं जायेगा।

महादलितों की जमीन पर काटी गई मिट्टी, प्राथमिकी दर्ज

फारबिसगंज (अररिया) : प्रखंड के सिमराहा थाना क्षेत्र अंतर्गत मानिकपुर हलहलिया में महादलितों को बसाने के लिए सरकार द्वारा खरीदी गई जमीन से अवैध तरीके से मिट्टी काट लेने तथा मिट्टी बेचने को लेकर हलका कर्मचारी केशव प्रसाद सिंह के द्वारा थाना में नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है। फारबिसगंज-सिमराहा थाना कांड संख्या 216/12 में हलका कर्मचारी श्री सिंह ने फारबिसगंज अंचल कार्यालय के पत्रांक 1034 दिनांक 06.06.12 के आलोक में फारबिसगंज निवासी कृत्यानंद कौशिक पर महादलितों के लिए क्रय की गयी जमीन से अवैध तरीके से मिट्टी काटने का आरोप लगाया गया है। दर्ज प्राथमिकी के अनुसार मानिकपुर हलहलिया खाता सं. 207, खेसरा 1476, रकबा 1.50 डिसमील जमीन महादलित को बसाने के लिए क्रय किया गया है जिसकी मिट्टी अवैध तरीके से काटी गयी है तथा इस काटी गयी मिट्टी को बेच दिया गया है।

कैदी ने की पुलिस की पिटाई, प्राथमिकी


अररिया/कुशियारगांव : केस की सुनवाई में कोर्ट पहुंचे विचाराधीन कैदी दिनेश राठौर ने गुरुवार को कैलाश पासवान नामक पुलिस कर्मी की पिटाई कर दी। पिटाई में पुलिस कर्मी गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल अवस्था में ही श्री पासवान एसपी शिवदीप लांडे के पास पहुंचकर घटना की जानकारी दी। एसपी ने सिपाही की गंभीर स्थिति को देखते हुए डीएसपी मो. कासिम एवं एसएचओ रामशंकर सिंह को आवश्यक कार्रवाई का निर्देश दिया। इसके बाद उसे चिकित्सा के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। इलाज कर रहे डा. डीएनपी साह ने सिपाही को गंभीर चोट लगने की बात कही है।
इस संबंध में एसपी शिवदीप लांडे ने बताया कि न्यायालय परिसर में पुलिस की पिटाई गंभीर अपराध है। इस मामले में त्वरित कार्रवाई करायी जायेगी। उन्होंने बताया कि इस मामले को स्पीडी ट्रायल में भेजा जायेगा। घटना के संबंध में डीएसपी कासिम ने बताया कि सिपाही कैलाश पासवान कैदी को गवाही दिलाने के लिए सीजीएम एवं डीजीएम के न्यायालय ले गये। गवाही के बाद लौटने के क्रम में कैदी ने वकील के पास जाने का जिक्र किया लेकिन सिपाही उसके इस जिद को मानने के लिए तैयार नहीं हुआ। इसी बात पर कैदी ने पुलिस के नाक पर मुक्के बरसा दिए।

आशा कार्यकर्ताओं की बैठक


पलासी (अररिया) : प्रखंड मुख्यालय पीएचसी में गुरुवार को आशा दिवस के अवसर पर आशा कार्यकर्ताओं की बैठक की गयी। बैठक की अध्यक्षता प्रभारी डा. जहांगीर आलम ने की। बैठक में मुख्य रूप से प्रभारी श्री आलम ने आशा कार्यकर्ताओं को बंध्याकरण के लिए महिला व पुरुषों को प्रोत्साहित करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि जुलाई में ज्यादा से ज्यादा इच्छुक बंध्याकरण लोगों का निबंधन करावें। इस क्रम में सुरक्षित प्रसव, नियमित टीकाकरण, साफ-सफाई, एड्स व अन्य रोगों से संबंधित विस्तृत जानकारी दी गयी।
मौके पर डा. एपी सिंह, डा. इकबाल हुसैन, स्वास्थ्य प्रबंधक मो. श्वतीब अहमद, कमलानंद मंडल, पवन बजरंग आदि मौजूद थे।

हूजूर! आखिर कब तक होगा मेरा भुगतान


अररिया : हूजूर! मैं विकलांग व्यक्ति हूं। चलने-फिरने में असमर्थ हूं। पिछले तीन वर्षो से जिला भू-अर्जन कार्यालय का चक्कर लगाकर थक चुका हूं। आपके आदेश का भी अनुपालन नहीं हो पा रहा है। यह व्यथा शिवनंदन पासवान नामक विकलांग व्यक्ति ने गुरुवार को जनता दरबार में डीएम एम. सरवणन के समक्ष सुनाई। श्री पासवान की जमीन एनएच 57 सड़क निर्माण में अधिग्रहित की गयी परंतु मुआवजा राशि का भुगतान नहीं हो पाया है।
गुरुवार को डीएम जनता दरबार में एक बार फिर विघटित हुए अनौपचारिक शिक्षा विभाग के कर्मी राजस्व विभाग में नियुक्ति के लिए पहुंचे। इस मामले में डीएम श्री सरवणन ने राजस्व शाखा के प्रधान सहायक अनंत झा को कड़ी फटकार लगाते हुए तुरंत दूसरे शाखा में तबादले का निर्देश दे डाला। डीआरडीए कार्यालय के अनुसेवक जो नेपाल के मूल निवासी है कर्ण बहादुर लिम्बो अपने नाम से जाति प्रमाण पत्र की मांग को लेकर डीएम के समक्ष पहुंचे। इसके अलावा और से जुड़ी शिकायतें प्राप्त हुई। इसमें कई मामले फौरन सुलझा भी लिए गये।

जब्त ड्रग्स मामले में प्राथमिकी दर्ज


जोगबनी (अररिया) : नोमेन्स लैंड से सटे जोगबनी वार्ड संख्या 10 में छापेमारी के दौरान जब्त हुए नशीली दवा मामले में पुलिस ने थाना कांड संख्या 44/12 दर्ज किया है।
सनद रहे कि सीमावर्ती जोगबनी में ड्रग्स माफियाओं का एक बड़ा नेटवर्क सक्रिय है। इन माफियाओं द्वारा भारत-नेपाल सीमा से सटे जोगबनी के इंद्रानगर 10 को अपना मुख्य केंद्र बना रखा है। जहां से वे आसानी से ड्रग्स को तस्करों द्वारा नेपाल भेजा जा सके। एसएसबी सेनानायक द्वारा कई बार छापे मारकर करोड़ों रुपये के ड्रग्स का पकड़ा गया है। फिर भी इन माफियाओं के नेटवर्क नहीं टूट पाया।

वेतन को लेकर सफाई कर्मियों ने किया कार्य ठप्प

अररिया : वेतन विसंगति के विरोध में गुरुवार को सफाई कर्मियों ने कार्य ठप्प रखा। वेतन काटने एवं हाजिरी नहीं बनाने को लेकर सफाई कर्मियों का हंगामा दो दिन पूर्व से जारी था। सुनवाई नहीं होने से नाराज कर्मियों ने आखिरकार काम बाधित कर दिया। बाद में कार्यपालक ने कर्मियों की मांग पर विचार का आश्वासन दिया। सफाई कर्मियों का कहना था कि वे लोग पूरे महीने कड़ी मेहनत करते हैं लेकिन उनके वेतन में कटौती कर दी गयी। कभी-कभी सफाई कर्मियों के हाजिरी भी काट दी जाती है।

कार्यकर्ता वेबवजह हल्ला कर रहे है: सांसद

फारबिसगंज (अररिया) : भाजपा अररिया सांसद प्रदीप सिंह ने कहा है सुशील कुमार मोदी और नीतीश कुमार एक है। लेकिन कार्यकर्ता और कुछ बड़े नेता बेवजह का हल्ला मचाए हुए हैं। भाजपा-जदयू नेताओं में प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार को लेकर चल रहे बयान पर सांसद ने कहा कि नीतीश कुमार अथवा जदयू के विरोध में बिहार के बड़े नेताओं का बयान उनकी अपनी राय हो सकती है। भाजपा का शीर्ष नेतृत्व ही अंतिम निर्णय लेता है तथा भाजपा-जदयू में कोई मतभेद नही है। पत्रकारों से वार्ता में सांसद ने यह भी कहा कि इस मामले में कार्यकर्ताओं और कुछ बड़े नेताओं के हल्ला करने को गलत बताया। कहा कि प्रधानमंत्री का उम्मीदवार उनकी पार्टी के शीर्ष नेता तय करेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा राष्ट्रीय विचार धारा की पार्टी है जबकि जदयू क्षेत्रीय सोच की क्षेत्रीय पार्टी है। इस मौके पर बिनोद सरावगी, प्रो. गणेश ठाकुर, रितेश चौधरी, गोविंद चौधरी, जगदीश झा, प्रदीप कनौजिया, मो. मुस्तफा, संतोष मंडल, दिलीप वर्मा आदि मौजूद थे।

फारबिसगंज गोलीकांड की न्यायिक जांच शुरू


अररिया : फारबिसगंज के भजनपुर गोलीकांड को लेकर गठित न्यायिक आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) माधवेंद्र सरन ने गुरुवार को समाहरणालय परिसर में पीड़ितों की गवाही की सुनवाई की। इस दौरान आयोग, सरकार तथा प्रशासन की ओर से नियुक्त अधिवक्ता उपस्थित थे।
पहले दिन गोलीकांड में पीड़ित फटकन अंसारी की गवाही हुई। गोलीकांड में फटकन के पुत्र मुस्तफा की मौत हो गई थी।
सुनवाई से पूर्व न्यायमूर्ति सरन ने उपस्थित लोगों से जांच के सही निष्कर्ष पर पहुंचने के लिए समुचित सहयोग करने को कहा। उन्होंने जांच प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी देते हुए विचारणीय बिंदुओं के बारे में भी बताया। इस दौरान परिसर में भारी चहल-पहल रही।
इन बिंदुओं पर होनी है जांच
सरकारी अधिसूचना के मुताबिक आयोग के सामने विचारणीय बिंदु निम्नलिखित हैं-
1. घटना की पृष्ठभूमि और उन परिस्थितियों की जांच जिनके कारण घटना घटित हुई।
2. घटनाक्रम और संबद्ध लोगों की भूमिका की जांच व उत्तरदायित्व का निर्धारण।
3. गोली चलाने के औचित्य की जांच
जांच प्रक्रिया में शामिल अधिवक्ता
आयोग के सचिव रिटायर्ड डीजे एसएम नसीमुद्दीन के अनुसार जांच प्रक्रिया में स्टेट का प्रतिनिधित्व पटना हाई कोर्ट के वरीय अधिवक्ता अखिलेश्वर प्रसाद सिंह व उनके जूनियर्स करेंगे। जबकि जिला प्रशासन की ओर से वरीय अधिवक्ता अशोक कुमार वर्मा तथा आयोग की ओर से वरीय अधिवक्ता विश्वनाथ प्रसाद सिंह और मुरारी नाथ चौधरी व अन्य का ्रप्रतिनिधित्व रहेगा।
189 लोगों ने दिया है गवाही के लिए शपथ पत्र
सेवानिवृत्त डीजे एसएम नसीमुद्दीन के अनुसार जांच प्रक्रिया तीन दिन चलेगी। छह गवाहों को सम्मन जारी हुए हैं। सारी प्रक्रिया को पूरा होने में लंबा वक्त लग सकता है। आयोग के समक्ष गवाही के लिए 189 लोगों ने शपथ पत्र दाखिल किए हैं। प्रत्येक शपथ पत्र में 20-20 लोगों के नाम हैं। सबकी गवाही होगी। पहले दिन फटकन की गवाही हुई। अगले दिन फटकन की पत्‍‌नी व एक अन्य गवाह रफीक अंसारी की गवाही होगी। तीसरे दिन तीन गवाहों को सुना जाएगा।
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क्या हुआ था भजनपुर में?
फारबिसगंज के भजनपुर में बियाडा की जमीन पर रास्ते को लेकर ग्रामीणों के साथ हुए विवाद में पुलिस ने गोली चलाई थी। इसमें एक बच्चे व एक महिला सहित चार ग्रामीण मारे गए थे। ग्रामीण बियाडा कैंपस में बन रही स्टार्च फैक्ट्री के निकट से रास्ते की मांग कर रहे थे। उनका कहना था कि वे लंबे अरसे से इसी राह से बाजार व अन्य स्थानों को जाते रहे हैं। फैक्ट्री संचालकों द्वारा इस मांग की अनसुनी करने पर वहां विवाद हुआ।

जमीन विवाद को लेकर मारपीट में एक जख्मी

बसैटी : बौसी थाना क्षेत्र के बौसी गांव में जमीन संबंधी विवाद को लेकर दो पक्षों के बीच मारपीट हुई जिसमें एक व्यक्ति जख्मी हुए। गुरुवार को जख्मी रघो ऋषिदेव ने आवेदन पर चार लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गयी। थानाध्यक्ष टुनटुन पासवान ने जख्मी को इलाज के लिए रानीगंज रेफरल अस्पताल भेज दिया। पुलिस ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।

मेडिकल जांच को लायी गई युवतियां

कुसियारगांव : जोकीहाट थाना क्षेत्र के कजलेटा गांव में एक सप्ताह पूर्व शादी का प्रलोभन देकर भगायी गयी दो युवतियों को गुरुवार को मेडिकल जांच के लिए सदर अस्पताल अररिया लाया गया। बताया जा रहा है कि वे गांव में हो रहे नाच को देखने गयी थी। जहां उन्हें प्रेम जाल में फांस कर दो युवक ले उड़े। लेकिन उन्हें जब यह मालूम चला कि प्रेमी उसे बेचने जा रहा है तो वे भाग निकली।

मम्मी हमें भी डीएम सर से कहकर छुट्टी दिला दो न

जोकीहाट(अररिया)  : सरकारी विद्यालयों में आजकल गर्मी की छुट्टियां चल रही है। शहरी क्षेत्र के अलावा ग्रामीण क्षेत्र के स्कूली बच्चे भी मौज मस्ती कर रहे हैं। सिसौना के साजिद छुट्टी मनाने कोलकाता तो जोकीहाट बाजार के सोनू काठमांडू गए हुए हैं। दर्जनों स्कूली बच्चे कोई माता पिता के साथ दार्जिलिंग तो कोई दिल्ली की सैर करते हुए शापिंग कर रहे हैं। लेकिन आंगनबाड़ी केंद्रों में पढ़ने वाले छोटे छोटे मासूम बच्चे केंद्रों मे गर्मी की छुट्टी नहीं मिलने से निराश अपनी मां से कहता है मम्मी हमें भी डीएम अंकल से कहकर छुट्टी दिला दो न। हम भी नानी के घर घूमने जाएंगे और खूब मजे करेंगे। सिमरिया, केसर्रा,चकई,महलगांव,कुर्सेल आदि पंचायतों के कई केंद्रों पर बच्चे आंगनबाड़ी सेविकाओं से पूछते हैं दीदी आखिर हमारे स्कूलों में छुट्टी क्यों नहीं होती है? लेकिन दीदी के पास नन्हें बच्चों के इन सवालों का कोई जबाब नहीं होता। दीदी तो कुछ बहाना लगाकर बच्चों को टाल देती है। क ई सेविकाओं ने भी बताया कि छुट्टी नहीं मिलने से हम अपने मायके भी नहीं जा पाते हैं। बच्चों के माता पिता का कहना है कि इतनी गर्मी में हमारे बच्चे आंगनबाड़ी केंद्रों में जाते आते काफी थक जाते हैं। बच्चों के अभिभावकों का कहना है कि स्कूली तर्ज पर आंगनबाड़ी केंद्र के बच्चों को भी गर्मी की छुट्टी होनी चाहिए ।

बैरी भए बदरा, झुलस रहा पटुआ



अररिया : जूट इस जिले के किसानों की जीवन रेखा है। इसे कैश क्राप की संज्ञा प्राप्त है। यहां के किसान जूट बेचकर ही अपनी हर जरूरत पूरी करते हैं। लेकिन इस बार बारिश की कमी से खेत में खड़ी जूट की फसल झुलसने लगी है। वहीं, मूंग, गरमा धान व अन्य फसलों पर भी बुरा असर पड़ रहा है।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार विगत कई सालों में ऐसा पहली बार हुआ है कि मई महीने में नगण्य वर्षा हुई। वहीं, जून महीने का तीन सप्ताह बीत जाने के बाद भी पानी की एक बूंद तक नहीं पड़ी है। किसान मानसूनी बादलों की ओर टकटकी लगाकर देख रहे हैं, लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि इस बार बादल बैरी बन गए हैं।
वर्षा की कमी के कारण सर्वाधिक असर जूट की फसल पर पड़ रहा है। अधिकतर प्रखंडों में जूट की खड़ी फसल खेतों में ही झुलसने लगी है। जानकारों की मानें तो उमस भरी गर्मी जूट के लिए फायदेमंद जरूर होती है, लेकिन इसके लिए खेत में नमी होना जरूरी है। मई महीने में वर्षा नहीं होने के कारण खेतों में नमी बिल्कुल नहीं है और इसका असर जूट के अलावा मूंग, गरमा धान आदि पर भी पड़ रहा है।
इधर, जिले में कार्यरत सिंचाई संसाधन पूरी तरह नकारा बने हुए हैं। कोसी की नहरें पांच साल से बंद पड़ी हैं। 32 राजकीय नलूकपों में से मात्र दो काम कर रहे हैं। उद्वह सिंचाई योजनाएं लापता बनी हैं। किसान अपनी फसल की सिंचाई करें तो कैसे?

कार्यकारिणी समिति के गठन को लेकर तैयारी शुरू

फारबिसगंज(अररिया) : स्थानीय मारवाड़ी अतिथि सदन की सत्र 2012-15 का 15 सदस्यीय कार्यकारिणी समिति के गठन के लिए चुनाव आगामी 15 जुलाई को होगा। यह जानकारी चुनाव संचालन समिति के सदस्य विनोद सरावगी तथा मोती लाल शर्मा ने दी। बताया कि इस समिति के सदस्यों की बैठक के उपरांत निर्णय लिया गया कि सदस्यता नवीकरण का कार्य 25 जून तक जारी रहेगा और चुनाव की अधिसूचना 28 जून को जारी होगी। नामांकन प्रक्रिया एक से छह जुलाई तक नामांकन वापसी की तिथि 7 जुलाई तय की गयी है। सदस्य द्वय ने बताया कि 27 वर्षो के बाद हो रहे इस चुनाव को लेकर मारवाड़ी समाज में उत्साह व्याप्त है।

सार्वजनिक रेणु पुस्तकालय पर गहराया विवाद


फारबिसगंज (अररिया) : सार्वजनिक रेणु पुस्तकालय परिसर विवादों में घिर गया है। कथा शिल्पी फणीश्वर नाथ रेणु के नाम पर वर्षों पूर्व बने सार्वजनिक रेणु पुस्तकालय परिसर में तीन अलग-अलग समूहों का कब्जा है। जिस कारण परिसर में नोक-झोंक, मारपीट हो रही है और मामले थाना तक पहुंच रहा है। फारबिसगंज थानाध्यक्ष ने पुस्तकालय परिसर से जुड़े लोगों सहित नगर परिषद की मुख्य पार्षद वीणा देवी को आपस में बैठक कर एक ठोस निराकरण करने को कहा है और कमेटी सदस्यों की जानकारी मांगी है।
दरअसल वर्षो पुराने इस परिसर में एक सभा भवन, एक मंदिर और एक पुस्तकालय है। इन तीनों की कथित तौर पर अलग-अलग कमेटियां हैं जिनके अलग-अलग दावेदार हैं। इन तीनों कमेटियों में सबसे पुराने और आधारभूत पुस्तकालय कमेटी वर्षो पूर्व भंग हो चुकी है। परिसर के दक्षिण भाग में दो मंजिला सभा भवन है जिसे करीब चार वर्ष पूर्व विधायक मद से तत्कालीन स्थानीय विधायक लक्ष्मी नारायण मेहता के द्वारा बनवाया गया था। सभा भवन की देखभाल के लिए कथित तौर पर एक कमेटी गठित की गयी थी। पूर्व विधायक श्री मेहता ने पुलिस को जानकारी दी कि वर्तमान में वे ही इस सभा भवन कमेटी के अध्यक्ष है। हालांकि अभी तक इस संबंध में पुलिस द्वारा मांगे जाने के बावजूद कोई कागजात प्रस्तुत नहीं किया गया है। बीते दिनों थानाध्यक्ष के समक्ष सभा भवन की देख-रेख करने वाले राजू ने बताया कि भवन हो किराया पर लगाने संबंधी लेन-देन का कोई ब्यौरा उपलब्ध नहीं है। इधर परिसर में ही एक दुर्गा मंदिर भी स्थापित है। उद्योगपति मूलचंद गोलछा ने दावा किया है कि इस दुर्गा पूजा समिति के वे अध्यक्ष हैं।
जानकारों की मानें तो विवाद की वजह परिसर के भवन व जमीन है। जिसे शादी-विवाह में किराए पर लगाने को लेकर कुछ दिन पूर्व सभा की देख-रेख करने वाले युवक तथा स्थानीय युवक में नोक-झोंक हो गयी और बात पुलिस तक पहुंच गयी। दोनों पक्षों द्वारा पुलिस को बताया गया कि भवन का कोई लेखा-जोखा नहीं है। बंद पड़े पुस्तकालय भवन में अवैध तरीके से छात्र रह रहे हैं। सभा भवन मनमाने तरीके से चलाया जाता है। शाम होते ही परिसर में जुआड़ियों, शराबियों की गतिविधि बढ़ जाती है। यहां आए दिन मारपीट होती रहती है। दोनों अलग-अलग कमेटियां अपने काम भर से मतलब रखती है। लेकिन पुस्तकालय कमेटी नहीं रहने के कारण परिसर पर सीधा किसी का नियंत्रण नही है। वर्तमान विधायक रेणु के पुत्र पद्म पराग राय वेणु से भी स्थानीय लोगों द्वारा पुस्तकालय को जीवित करने का मुद्दा कई बार उठाया गया लेकिन हुआ कुछ नहीं। फारबिसगंज थानाध्यक्ष सुबोध कुमार ठाकुर ने कहा कि विवाद पुलिस के समक्ष आने के बाद सभी पक्षों को एक सप्ताह का समय दिया गया है। समाधान नहीं होने पर आगे की समुचित कार्रवाई की जायेगी।

इंदिरा आवास प्राप्त लाभुकों का आवेदन भेजा गया बैंक

फारबिसगंज (अररिया) : बैंक आफ इंडिया की फारबिसगंज शाखा में इंदिरा आवास आवंटन के लिए लाभुकों के खाते खोलने में विलंब होने के मामले में नया मोड़ आ गया है। फारबिसगंज प्रखंड से विभिन्न पंचायतों से ऐसे लाभुकों का भी आवेदन बैंक में भेजा गया था जिसे पूर्व में या तो इंदिरा आवास मिल चुका था या फिर आवेदन पूर्व में भी दिया गया था। हैरत की बात तो यह है कि इन आवेदनों पर संबंधित पंचायत के पंचायत सचिव द्वारा जांच कर यह भी लिख दिया गया है कि लाभुक का आवेदन पूर्व में भी प्राप्त है। इससे भी बड़ी बात यह है कि बैंक को जांच-पड़ताल के बाद इंदिरा आवास ले चुके लाभुकों का नाम भी भेज दिया गया। इससे सरकारी राशि की लूट-खसोट की तैयारी की आशंका बनी हुयी थी। गुरुवार को फारबिसगंज बीडीओ किशोर कुमार दास बैंक आफ इंडिया पहुंचकर आवेदनों की जांच की तथा सही आवेदनों के आधार पर ही खाते खोलने को शाखा प्रबंधक से कहा। बीडीओ श्री दास ने माना कि ऐसे आवेदनों को भी बैंक में खाते खोलने भेजा गया जिसे पूर्व में इंदिरा आवास मिल चुका है जिसकी जवाबदेही पंचायत सेवक तथा मुखिया की है। इन आवेदनों को दो-तीन माह पूर्व पंचायतों में लगे शिविर के दौरान ग्रामीणों से प्राप्त किया गया था। शाखा प्रबंधक दिवाकर साह ने कहा कि इन आवेदनों में मुखिया द्वारा अभिप्रमाणित कागजात, फोटो युक्त पहचान पत्र नहीं होना, पंचायत सचिव का हस्ताक्षर नहीं होना, गलत कागजात आदि त्रुटियों के साथ आवेदन दिया गया था जिस कारण खाते नहीं खोले गए। गलत आवेदनों की जानकारी पूर्व में बीडीओ को दी गयी थी। शाखा प्रबंधक दिवाकर साह ने कहा कि 219 आवेदन ऐसे थे जिस पर पूर्व में आवेदन प्राप्त होने की बात लिखी गयी थी जिसकी जानकारी चार फारवरी 2012 को ही पत्र में विस्तृत ब्यौरा के साथ बीडीओ को दी गयी थी। मालूम हो कि एक दिन पूर्व इसी मामले में एसडीओ द्वारा बैंक में जांच की गयी थी।

बंदोबस्ती रोकने की मांग

अररिया: नरपतगंज प्रखंड के पिठौरा निवासी मो सफीक ने गलत तरीके से बंदोबस्त की जा रही सरकार के गैर मजरूआ आम को रोकने की मांग पुलिस अधीक्षक से की है। उन्होंने यह फरियाद जनता दरबार में भी सुनायी। सफीक ने बताया कि हल्का कर्मचारी शंकर राम अवैध उगाही कर महादलितों को 3 डिसमिल जमीन के बदले एक से दो एकड़ जमीन बंदोबस्त कर रहे हैं।

निगरानी के निरीक्षण के उपरांत भू-माफियाओं में हड़कंप

रानीगंज (अररिया) : प्रखंड क्षेत्र में महादलितों के लिए जमीन खरीदारी में विभिन्न स्तर पर बरती गयी अनियमितता की जांच के लिए बुधवार को आयी निगरानी की टीम के द्वारा कजरा गांव में स्थल निरीक्षण के उपरांत भू-माफियाओं में हड़कंप मच गया है। स्थल पर लाभुकों एवं अंचल कार्यालय में दस्तावेजों के अवलोकन के बाद उससे कईयों के होश उड़ने लगे हैं। बता दें कि 928 महादलितों के लिए 27.84 एकड़ जमीन की खरीदगी में 1 करोड़ 67 लाख 29 हजार 4 सौ 43 रुपये की सरकारी राशि खर्च की गयी है। कजरा मौजा में 88 महादलितों के लिए 2.64 एकड़ जमीन के लिए 17 लाख 60 हजार रुपये का भुगतान किया गया। निगरानी टीम के मुखिया पुलिस उपाधीक्षक अश्वनी कुमार ने अपने टीम के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर जांच के उन बिंदुओं को रेखांकित किया है जिससे वित्तीय अनियमितता उजागर होती है। जांच दल ने अनिल पंजियार नामक व्यक्ति की भी तलाश की जिसने 2.64 एकड़ जमीन के एवज में 17 लाख 60 हजार रुपये प्राप्त किए। अनिल पंजियार के उपलब्ध नहीं रहने के कारण जांच दल उसके पक्ष को नहीं जान पायी। कजरा की भूमि सीधे जमीन के मूल मालिक से नहीं खरीद कथित अनिल पंजियार नामक बिचौलिया से खरीदना एवं जमीन के वास्तविक मूल्य से चार गुणा राशि का भुगतान को जांच का मुख्य बिंदु बनाया गया है। विशनपुर, विस्टोरिया, पहुंसरा, परसाहाट आदि स्थानों पर खरीदी गई जमीन का दस्तावेजों का अवलोकन निगरानी टीम ने किया। महादलितों के लिए भूमि खरीद की जांच को आयी निगरानी टीम के दौरा से भूमि माफियाओं में हड़कंप है। विदित हो कि महादलितों की भूमि खरीद के मद में 9 लाख 37 हजार 357 रुपये की राशि रानीगंज में विभाग के पास शेष है जिस पर बिचौलियों की गिद्ध नजर टिकी है।

नहीं मिली मजदूरी, एसपी ने दिया जांच का आदेश


सिकटी (अररिया) : पंचायतों में चलने वाले मनरेगा योजना में काम करने के बावजूद मजदूरों को उनकी मजदूरी का भुगतान महीनों बाद भी नहीं किया जा रहा है। ताजा मामला प्रखंड के डेढुआ पंचायत का है। इस संबंध में डेढुआ के मजदूरों की गुहार पर एसपी ने मामले की जांच का आदेश बरदाहा थानाध्यक्ष को दिया है। बरदाहा के प्रभारी थानाध्यक्ष ने बताया कि जांच की जा रही है।
डेढुआ पंचायत के मजदूरों ने आरोप लगाया था कि बिचौलिया व संबंधित पोस्ट मास्टर के मिलीभगत से यह सब हो रहा है। उन्होंने बताया कि उनलोगों द्वारा सभी का पासबुक अपडेट नहीं रहने के नाम पर रख लिया जाता है। आरोप है कि मनरेगा से पोखर निर्माण में 142 मजदूरों द्वारा कार्य किया गया जबकि सिर्फ 70 मजदूरों का भुगतान किया गया। अभी तक बांकी मजदूरों का भुगतान नहीं हो सका है। वर्ष 2010 में डेढुआ पंचायत के वार्ड नं. 6 में मिट्टी का कार्य मजदूरों द्वारा किया गया प्रति मजदूरी का हिसाब 740 रुपया होता है जिनमें प्रति मजदूर को 200 रुपया की दर से भुगतान किया गया। आरोप लगाया है कि पोस्टमास्टर व बिचौलिया की मिली भगत से वार्ड नं. 6 में बिना काम के ही मजदूरों से पासबुक लेकर पैसा का उठाव कर लिया गया है। इस मामले को लेकर एसपी ने बरदाहा थानाध्यक्ष को जांच कर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है।

Thursday, June 21, 2012

इंदिरा आवास प्राप्त लाभुकों का आवेदन भेजा गया बैंक

फारबिसगंज (अररिया) : बैंक आफ इंडिया की फारबिसगंज शाखा में इंदिरा आवास आवंटन के लिए लाभुकों के खाते खोलने में विलंब होने के मामले में नया मोड़ आ गया है। फारबिसगंज प्रखंड से विभिन्न पंचायतों से ऐसे लाभुकों का भी आवेदन बैंक में भेजा गया था जिसे पूर्व में या तो इंदिरा आवास मिल चुका था या फिर आवेदन पूर्व में भी दिया गया था। हैरत की बात तो यह है कि इन आवेदनों पर संबंधित पंचायत के पंचायत सचिव द्वारा जांच कर यह भी लिख दिया गया है कि लाभुक का आवेदन पूर्व में भी प्राप्त है। इससे भी बड़ी बात यह है कि बैंक को जांच-पड़ताल के बाद इंदिरा आवास ले चुके लाभुकों का नाम भी भेज दिया गया। इससे सरकारी राशि की लूट-खसोट की तैयारी की आशंका बनी हुयी थी। गुरुवार को फारबिसगंज बीडीओ किशोर कुमार दास बैंक आफ इंडिया पहुंचकर आवेदनों की जांच की तथा सही आवेदनों के आधार पर ही खाते खोलने को शाखा प्रबंधक से कहा। बीडीओ श्री दास ने माना कि ऐसे आवेदनों को भी बैंक में खाते खोलने भेजा गया जिसे पूर्व में इंदिरा आवास मिल चुका है जिसकी जवाबदेही पंचायत सेवक तथा मुखिया की है। इन आवेदनों को दो-तीन माह पूर्व पंचायतों में लगे शिविर के दौरान ग्रामीणों से प्राप्त किया गया था। शाखा प्रबंधक दिवाकर साह ने कहा कि इन आवेदनों में मुखिया द्वारा अभिप्रमाणित कागजात, फोटो युक्त पहचान पत्र नहीं होना, पंचायत सचिव का हस्ताक्षर नहीं होना, गलत कागजात आदि त्रुटियों के साथ आवेदन दिया गया था जिस कारण खाते नहीं खोले गए। गलत आवेदनों की जानकारी पूर्व में बीडीओ को दी गयी थी। शाखा प्रबंधक दिवाकर साह ने कहा कि 219 आवेदन ऐसे थे जिस पर पूर्व में आवेदन प्राप्त होने की बात लिखी गयी थी जिसकी जानकारी चार फारवरी 2012 को ही पत्र में विस्तृत ब्यौरा के साथ बीडीओ को दी गयी थी। मालूम हो कि एक दिन पूर्व इसी मामले में एसडीओ द्वारा बैंक में जांच की गयी थी।

बंदोबस्ती रोकने की मांग

अररिया: नरपतगंज प्रखंड के पिठौरा निवासी मो सफीक ने गलत तरीके से बंदोबस्त की जा रही सरकार के गैर मजरूआ आम को रोकने की मांग पुलिस अधीक्षक से की है। उन्होंने यह फरियाद जनता दरबार में भी सुनायी। सफीक ने बताया कि हल्का कर्मचारी शंकर राम अवैध उगाही कर महादलितों को 3 डिसमिल जमीन के बदले एक से दो एकड़ जमीन बंदोबस्त कर रहे हैं।

निगरानी के निरीक्षण के उपरांत भू-माफियाओं में हड़कंप

रानीगंज (अररिया) : प्रखंड क्षेत्र में महादलितों के लिए जमीन खरीदारी में विभिन्न स्तर पर बरती गयी अनियमितता की जांच के लिए बुधवार को आयी निगरानी की टीम के द्वारा कजरा गांव में स्थल निरीक्षण के उपरांत भू-माफियाओं में हड़कंप मच गया है। स्थल पर लाभुकों एवं अंचल कार्यालय में दस्तावेजों के अवलोकन के बाद उससे कईयों के होश उड़ने लगे हैं। बता दें कि 928 महादलितों के लिए 27.84 एकड़ जमीन की खरीदगी में 1 करोड़ 67 लाख 29 हजार 4 सौ 43 रुपये की सरकारी राशि खर्च की गयी है। कजरा मौजा में 88 महादलितों के लिए 2.64 एकड़ जमीन के लिए 17 लाख 60 हजार रुपये का भुगतान किया गया। निगरानी टीम के मुखिया पुलिस उपाधीक्षक अश्वनी कुमार ने अपने टीम के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर जांच के उन बिंदुओं को रेखांकित किया है जिससे वित्तीय अनियमितता उजागर होती है। जांच दल ने अनिल पंजियार नामक व्यक्ति की भी तलाश की जिसने 2.64 एकड़ जमीन के एवज में 17 लाख 60 हजार रुपये प्राप्त किए। अनिल पंजियार के उपलब्ध नहीं रहने के कारण जांच दल उसके पक्ष को नहीं जान पायी। कजरा की भूमि सीधे जमीन के मूल मालिक से नहीं खरीद कथित अनिल पंजियार नामक बिचौलिया से खरीदना एवं जमीन के वास्तविक मूल्य से चार गुणा राशि का भुगतान को जांच का मुख्य बिंदु बनाया गया है। विशनपुर, विस्टोरिया, पहुंसरा, परसाहाट आदि स्थानों पर खरीदी गई जमीन का दस्तावेजों का अवलोकन निगरानी टीम ने किया। महादलितों के लिए भूमि खरीद की जांच को आयी निगरानी टीम के दौरा से भूमि माफियाओं में हड़कंप है। विदित हो कि महादलितों की भूमि खरीद के मद में 9 लाख 37 हजार 357 रुपये की राशि रानीगंज में विभाग के पास शेष है जिस पर बिचौलियों की गिद्ध नजर टिकी है।

नहीं मिली मजदूरी, एसपी ने दिया जांच का आदेश


सिकटी (अररिया) : पंचायतों में चलने वाले मनरेगा योजना में काम करने के बावजूद मजदूरों को उनकी मजदूरी का भुगतान महीनों बाद भी नहीं किया जा रहा है। ताजा मामला प्रखंड के डेढुआ पंचायत का है। इस संबंध में डेढुआ के मजदूरों की गुहार पर एसपी ने मामले की जांच का आदेश बरदाहा थानाध्यक्ष को दिया है। बरदाहा के प्रभारी थानाध्यक्ष ने बताया कि जांच की जा रही है।
डेढुआ पंचायत के मजदूरों ने आरोप लगाया था कि बिचौलिया व संबंधित पोस्ट मास्टर के मिलीभगत से यह सब हो रहा है। उन्होंने बताया कि उनलोगों द्वारा सभी का पासबुक अपडेट नहीं रहने के नाम पर रख लिया जाता है। आरोप है कि मनरेगा से पोखर निर्माण में 142 मजदूरों द्वारा कार्य किया गया जबकि सिर्फ 70 मजदूरों का भुगतान किया गया। अभी तक बांकी मजदूरों का भुगतान नहीं हो सका है। वर्ष 2010 में डेढुआ पंचायत के वार्ड नं. 6 में मिट्टी का कार्य मजदूरों द्वारा किया गया प्रति मजदूरी का हिसाब 740 रुपया होता है जिनमें प्रति मजदूर को 200 रुपया की दर से भुगतान किया गया। आरोप लगाया है कि पोस्टमास्टर व बिचौलिया की मिली भगत से वार्ड नं. 6 में बिना काम के ही मजदूरों से पासबुक लेकर पैसा का उठाव कर लिया गया है। इस मामले को लेकर एसपी ने बरदाहा थानाध्यक्ष को जांच कर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है।

इंदिरा आवास योजना में धांधली का आरोप

सिकटी (अररिया) : प्रखंड के मजरख पंचायत के कुआंपोखर निवासी रीता देवी ने जिलाधिकारी अररिया के जनता दरबार में इंदिरा आवास योजना में धांधली करने का आरोप लगाया है। रीता देवी पति गंगा मंडल ने डीएम के जनता दरबार में आरोप लगाया है कि वर्ष 2006 में सूची क्रम सं. 92 में रीता कुमारी के नाम से इंदिरा आवास योजना का लाभ दिया जाना था जबकि उक्त योजना का लाभ साजिश के तहत रीना भारती पति गंगा प्रसाद मंडल ग्राम मजरख वार्ड 02 को दे दिया गया है। इस बात की जानकारी विगत 5 वर्षो के बाद उन्हें हुई। इसको लेकर शिकायत करने पर इंदिरा आवास उठाव करने वालों में कार्तिक प्रसाद मंडल, गंगा प्रसाद मंडल, जितेन्द्र प्र. मंडल, महादेव मंडल आदि आरोपियों ने उसके पति के साथ मारपीट की।

इथिकल दवाइयां बेचे जाने से दवा व्यवसायियों में आक्रोश

सिकटी (अररिया) : प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सिकटी में चल रहे जेनरिक दवा स्टोर में इथिकल दवाइयां बेचे जाने से प्रखंड क्षेत्र के दवा व्यवसायियों में आक्रोश व्याप्त है। जबकि प्रभारी चिकित्सा प्रभारी ने बताया कि इस बात की जानकारी उन्हें नहीं है। दवा व्यवसायी के जिला प्रतिनिधि महफूज, अध्यक्ष जहीर उद्दीन, सचिव विजय विश्वास, कोषाध्यक्ष राकेश दास ने आरोप लगाया है कि प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र स्थित जेनरिक दवा दुकान में जेनरिक दवा की जगह इथिकल दवा बेची जा रही है। दवा व्यवसायी ने बताया कि जेनरिक दवा दुकान में रेडपाम इंजेक्शन, एटरोपीन इंजेक्शन, कलमपोज इंजेक्शन, पोलिवीयन इंजेक्शन, एमील इंजेक्शन, डेक्सोना, प्रीमाकोर्ट, फेनारगम, एमवीआई इंजेक्शन सहित कई इथिकल दवाई जेनरिक स्टोर में बेची जा रही है जिससे प्रखंड के दवा व्यवसायियों में काफी आक्रोश है। इधर प्रभारी चिकित्सा प्रभारी जमील अहमद से इस संबंध में पूछने पर बताया कि इस बात की जानकारी उन्हें नहीं है।

बांस से सज रहे महानगरों के काटेज


अररिया : मैला आंचल का इलाका अपने घने बांस के झुरमुटों के लिए बेहद प्रसिद्ध रहा है। फूस के घर व सजावटी सामानों के निर्माण में यहां बांस एक प्रमुख सामान है। लेकिन मुंबई सहित अन्य महानगरों की ओर बांस के बेरोकटोक निर्यात से यहां अब बांस की किल्लत होने लगी है।
ईस्ट वेस्ट कोरीडोर के तहत फोरलेन सड़क बन जाने के बाद यहां का बांस अब सीधे मुंबई व अन्य महानगरों की ओर जा रहा है। जहां उसका उपयोग काटेज की सजावट व गार्डेनिंग आदि के लिए हो रहा है। जानकारों की मानें तो बाहर के व्यापारी यहां तीस चालीस रुपये प्रति बांस की दर से थोक में माल खरीद लेते हैं और उसे ट्रक में लाद कर ले जाते हैं। बांस की पैकारी करने वाले मुरारी मिश्रा ने बताया कि इस प्रक्रिया में कई स्तर पर लोग शामिल हैं। किसानों से बांस लेकर उसे मेन व्यापारी के पास बेच दिया जाता है। जहां से उन्हें ट्रक के डाला में अंटने लायक साइज में काट कर बाहर भेज दिया जाता है।
बांस के अंधाधुंध निर्यात के कारण स्थानीय स्तर पर उनकी किल्लत होने लगी है। अररिया जैसे विकासशील शहर में अब बांस पचास से सौ रुपये प्रति बांस की दर से मिल रहा है।
साइड स्टोरी
स्थानीय संस्कृति का अभिन्न अंग रहा है बांस: बांस इस इलाके की ग्राम्य संस्कृति का अभिन्न अंग रहा है। प्रसिद्ध रचनाकार फणीश्वर नाथ रेणु ने अपनी कहानी ठेस में एक बांस कलाकार सिरचन को कथा नायक बनाया है। दर असल बांस से यहां कई प्रकार की कलात्मक वस्तुएं बनती रही हैं। इनका निर्माण आज भी होता है, लेकिन इस कला को सरकारी प्रोत्साहन बिल्कुल नही नही मिल रहा।
अस्सी के दशक में फारबिसगंज के बियाडा की जमीन पर बांस व बेंत आधारित प्रशिक्षण के लिए केंद्र की स्थापना की गयी थी। लेकिन प्रशासनिक उदासीनता के कारण यह केंद्र चलने से पहले ही बंद हो गया। अररिया के मार्केटिंग परिसर में ट्रायसेम योजना के तहत खुला बांस फर्नीचर उद्योग भी कुछ दिन चल कर बंद हो गया।

13वें वित्त की राशि से खरीदे गए सोलर लाइट


सिकटी (अररिया)  : घपलेबाजों की कर्मभूमि बन चुके अररिया जिले के सिकटी प्रखंड के भिड़भिड़ी पंचायत में 13वें वित्त की राशि का जमकर बंदरबांट हुआ है। दरअसल सरकारी नियमों की अनदेखी कर यहां वित्त आयोग की राशि से सोलर लाइट खरीद लिए गये। इधर बीडीओ ने कहा कि यह सरकारी निर्देश का उल्लंघन है और नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
जानकारी अनुसार उक्त पंचायत में 13वें वित्त आयोग के रुपये से 39 हजार की दर से दस सोलर लाइट खरीद लिए गये। जबकि सरकार ने इस मद की राशि से आंगनबाड़ी केंद्र, पंचायत भवन मरम्मत, शौचालय आदि निर्माण का प्रावधान किया है। इस बाबत पंचायत के मुखिया अरविंद मंडल ने कहा कि उक्त राशि से सोलर लाइट की खरीद की गयी है। जबकि बीआरजीएफ की राशि से यात्री शेड का निर्माण करवाया जा रहा है। मुखिया ने कहा कि आम सभा के माध्यम से सोलर लाइट खरीद का प्रस्ताव लिया गया था। इधर बीडीओ केके सिंहा ने कहा कि उनके द्वारा किसी भी पंचायत को सोलर लाइट खरीदने की प्रशासनिक स्वीकृति नहीं दी गयी है। यदि ऐसा हुआ है तो सरकारी नियमों का उल्लंघन हुआ है। उन्होंने कहा कि उक्त पंचायत के खिलाफ सरकारी प्रावधानों के तहत कार्रवाई की जाएगी।

लोक सेवा के अधिकार पर व्यवस्था का ग्रहण


सिकटी (अररिया) : सिकटी के लोगों को सरकार के बहुचर्चित लोक सेवाओं के अधिकार का लाभ नहीं मिल पा रहा है। लोक सेवा के अधिकार कानून को व्यवस्था का ग्रहण लग गया है। यहां लंबे समय से दाखिल-खारिज, जाति प्रमाण सहित अन्य कार्य नहीं हो पा रहे हैं।
लोगों का कहना है कि अंचल कार्यालय के टालमटोल रवैये के कारण प्रत्येक दिन घर से प्रखंड मुख्यालय आना पड़ता है। प्रखंड के चक्कर में पैसे व समय दोनों बर्बाद हो रहे हैं। आंकड़ों की नजर में देखें तो जनवरी माह से अभी तक जाति प्रमाण पत्र के प्राप्त आवेदन की सं. 1114 तथा निष्पादन 940 है। जबकि लंबित आवेदनों की संख्या 174 है। वहीं आय प्रमाण पत्र में आवेदन की संख्या 911 तथा निष्पादित 762 है। जबकि 149 आवेदन लंबित हैं। निवास प्रमाण पत्र के लिए प्रखंड में 2040 आवेदन पड़े। इसमें से 1485 निष्पादित हो पाए जबकि लंबित 555 रहे। वहीं दाखिल खारिज के लिए 3436 आवेदन पड़े। इसमें 1485 का निष्पादन हुआ। जबकि लंबित 1951 हैं। एलपीसी 133 आवेदन पड़े निष्पादन 107 जबकि लंबित 26 हैं। वहीं पेंशन संबंधी आवेदन 2478 पड़े, निष्पादन 1447 जबकि लंबित 1031 है। नसीर आलम, रामबोध मंडल, संजय कुमार सहित दर्जनों लाभुकों ने बताया कि प्राप्ति रसीद का प्रिंट अब मिटने लगा है लेकिन आज तक शुद्धि पत्र कहां है किसी भी कर्मचारी को मालूम नहीं है। लाभुक बताते हैं कि आवेदन जमा किए दो माह से ज्यादा हो गया है परंतु उसका आज तक दाखिल खारिज जमा बंदी नहीं खुल पाया है। जबकि आरटीपीएस में दिए गए आवेदन का दाखिल खारिज कर आवेदक को समय सीमा के अंदर निष्पादित कर शुद्धि पत्र खिड़की पर देने का प्रावधान है। इधर अंचलाधिकारी एसके पांडे का कहना है कि अंचल कार्यालय में ढंग के कर्मी नहीं रहने व कर्मी का कमी होने के कारण कार्य निष्पादन में परेशानी हो रही है।

एक माह के अंदर पूर्ण करें योजनाएं : वीणा


फारबिसगंज (अररिया) : गुरुवार को फारबिसगंज नगर परिषद कार्यालय में विगत वर्ष में अपूर्ण योजनाओं को पूरा करने के लिए एक बैठक की गई। मुख्य पार्षद वीणा देवी की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में नप से जुड़े सभी संवेदकों को भी बुलाया गया।
बैठक में अपूर्ण रह गए योजनाओं पर चर्चा करते हुए उनके कारणों की समीक्षा की गई। जिन मुद्दों पर संवेदकों ने असुविधाओं की जानकारी दी, उसे नप प्रशासन द्वारा दूर किए जाने का आश्वासन दिया गया। जबकि अन्य योजनाओं को एक माह के अंदर पूरा करने का निर्देश देते हुए मुख्य पार्षद वीणा देवी ने चेतावनी दी कि ऐसे संवेदकों का नाम काली सूची में दर्ज किया जायेगा।
मौके पर कार्यपालक पदाधिकारी बीएन कापरी, उप मुख्य पार्षद मोती खान, कन्हैया गुप्ता, दिलीप पासवान, अमर कामत, कनीय अभियंता आदि भी उपस्थित थे।

नहीं दिख रहा मनरेगा का पेड़


सिकटी (अररिया) : सरकार भले ही ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के लिए कई योजनाओं को चलाकर ग्रामीण दिशा एवं दशा सुधारने का प्रयास कर रही है। लेकिन इन योजनाओं के कार्यान्वयन के लिए आम जनता में जागरूकता एवं जानकारी का अभाव कहीं न कहीं विकास में बाधक बन रही है।
बताते चले कि प्रखंड के चौदह पंचायतों में मनरेगा के तहत वृक्षारोपण के कई योजनाओं का संचालन किया गया। अगर लगाए गए कुल पेड़ों की संख्या की गिनती का आकलन करे तो पूरा प्रखंड वन अच्छादित हो सकता था। लेकिन अगर कार्य स्थल की बात करें तो अधिकांश योजना स्थल वृक्ष विहीन है।

जमीन आवंटन की जांच को रानीगंज पहुंची निगरानी टीम


रानीगंज (अररिया) : महादलितों की जमीन खरीदारी में बरती गई वित्तीय अनियमितता व उसके पीछे की मंशा को भांपने के उद्देश्य से बुधवार को निगरानी विभाग की टीम रानीगंज पहुंची। पुलिस उपाधीक्षक अश्वनी कुमार की अगुवाई में आई चार सदस्य टीम ने जमीन खरीदारी के दस्तावेजों व स्थल का निरीक्षण किया। टीम ने अंचल कार्यालय रानीगंज से भूमि खरीद के कुछ दस्तावेज व संचिकाएं जब्त की है।
निगरानी विभाग की चार सदस्यीय टीमने रानीगंज अंचल के विभिन्न 12 मौजा में 928 महादलितों के लिए खरीदी गई 27 एकड़ 84 डिसमिल जमीन के दस्तावेजों का अवलोकन किया। जमीन खरीदारी में गड़बड़ी की जांच के लिए पूर्व में गठित टीमों की सौंपी गई जांच प्रतिवेदन का भी अवलोकन किया गया। जांच के दौरान डीएसपी ने कहा कि लाभुकों के बयान एवं भूमि खरीद के दस्तावेजों की जांच में उभरे बिंदुओं के अनुसार भूमि खरीद में गड़बड़ी की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता। परंतु गड़बड़ी की पुष्टि अथवा भूमि खरीद में अनियमितता किस स्तर तक हुई यह जांच पूरी होने के पश्चात ही कहा जा सकता है। निगरानी की टीम में पटना से आरक्षी उपाधीक्षक अश्वनी कुमार, अजीत कुमार, जितेन्द्र कुमार व राजेन्द्र कुमार साह शामिल थे।

नपं बोर्ड की पहली बैठक में विकास को गति देने का निर्णय


जोगबनी (अररिया) : नगर पंचायत जोगबनी के नवगठित बोर्ड की पहली साधारण बैठक नप कार्यालय परिसर में बुधवार को मुख्य पार्षद तरन्नुम नाज की अध्यक्षता में आयोजित की गयी।
बैठक में विगत वर्ष के अधूरे कार्यो को पूरा करने, नये कार्य के लिए सभी 19 वार्ड से योजना लेकर एक्शन प्लान तैयार कर विकास कार्यो को गति देने का निर्णय लिया गया।
बैठक के शुरूआत में कार्यपालक पदाधिकारी के द्वारा पार्षदों को माला से स्वागत करने का पार्षद मनोज राय व रामसकल यादव सहित कई ने विरोध करते हुए कहा कि आखिर गत दिनों नगर पंचायत कार्यपालक पदाधिकारी व कर्मी द्वारा आयोजित अभिनंदन समारोह में उषा देवी सहित आठ पार्षदों को नही बुलाया गया तो आज इस अभिनंदन का क्या औचित्य है।
इस बैठक में कार्यपालक पदाधिकारी शिवशंकर प्रसाद सिंह, उप मुख्य पार्षद सहित वार्ड पार्षद नरेश प्रसाद, उषा देवी, मो.वाहिद, मो. मजलुम, मनोज राय, अधिकलाल राम, सलमा खातून, विभा देवी, चन्द्रकला देवी, मो. हसन अंसारी, ज्योति देवी, फरजाना खातुन, रूकसाना खातुन एवं दुखिया देवी सहित सभी पार्षद एवं कर्मी मौजूद थे।

समीक्षा समिति की बैठक में इंदिरा आवास योजना पर चर्चा



अररिया : जिला स्तरीय समीक्षा समिति की बैठक बुधवार को समाहरणालय स्थित आत्मन कक्ष में आहूत की गयी। जिसकी अध्यक्षता डीएम एम सरवणन ने की। बैठक में सर्वप्रथम इंदिरा आवास योजना की समीक्षा हुई। बैठक में उपस्थित सिकटी विधायक आनंदी प्रसाद यादव ने कहा कि इंदिरा आवास योजना में कोई खास उपलब्धि नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि जिले में कर्मियों की काफी कमी होने के कारण भी ऐसा हो रहा है। जबकि डीएम ने कहा कि डिप्टी कलेक्टरों के स्थानांतरण हो जाने से प्रखंडवार मानीटरिंग नहीं हो पा रही है। उन्होंने विधायकों से इन समस्याओं से विभागीय मंत्री के समक्ष रखने का अनुरोध किया।
विधायक श्री यादव ने केसीसी कार्ड वितरण कराने की बात कही। इस अवसर पर सांसद प्रतिनिधि संजय कुमार मिश्रा, फारबिसगंज एसडीओ गिरवर दयाल सिंह, एसबीआई मेन ब्रांच के सीएम वियोग कुमार आदि मौजूद थे।

बैंक के विरुद्ध बीडीओ ने लिखा पत्र

सिकटी (अररिया) : इंदिरा आवास योजना में उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक बरदाहा के असहयोगी रवैये से नाराज प्रखंड विकास पदाधिकारी ने वरीय अधिकारियों को पत्र लिखा है। प्रखंड विकास पदाधिकारी केके सिन्हा ने बताया कि सोमवार को भिड़भिड़ी पंचायत में इंदिरा आवास शिविर में उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक बरदाहा के कर्मी नहीं पहुंचे जिसके कारण खाता नहीं खुल सका। वहीं इस बाबत बैंक प्रबंधक से संपर्क का प्रयास विफल रहा।

जालसाजी कर जमीन बेचने मामले में प्राथमिकी

रेणुग्राम (अररिया) : सिमराहा थाना क्षेत्र के अरराहा मदारगंज सुरक्षित वन का खेसरा सं. 916 को जाल फरेबी कर बेचने के मामले को लेकर सिमराहा वन परिसर के वनपाल हेमचन्द्र मिश्रा के लिखित आवेदन पर मो. सैयाद सा. मदारगंज के विरुद्ध सिमराहा थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है। दर्ज प्राथमिकी में बताया गया है कि सुरक्षित वन के खाता सं. 581, खेसरा सं. 916 का रकवा 4 एकड़ 44 डी. जमीन में से एक एकड़ 72 डी. जमीन जाल फरेबी कर मो. सैयाद द्वारा 27.3.12 को फारबिसगंज रजिस्ट्री आफिस में छह आदमी के नाम से बिक्री कर दिया।

तीन महिलाओं ने किया विषपान


कुसियारगांव: जिले क अलग-अलग थाना क्षेत्रों में तीन महिला ने विषपान कर लिया जिसे इलाज के लिए सदर अस्पताल अररिया में भर्ती कराया गया है। इनमें से दो की स्थिति नाजुक है।
इनमें नगर थाना क्षेत्र के महिसाकोल निवासी श्रवण यादव की पत्‍‌नी अमृता देवी, जोकीहाट थाना क्षेत्र सिसौना, मैनुद्दीन की पुत्री नुजहत प्रवीण तथा नेपाल रंगेली थाना क्षेत्र के कुरैली निवासी परवेज आलम की पत्‍‌नी नूरेसा खातुन शामिल हैं।

महिलाओं ने चिकित्सक का किया घेराव

कुसियारगांव (अररिया) : अररिया सदर अस्पताल में बुधवार को रजिस्टेशन कराने के बावजूद मरीजों को नहीं देखने के कारण महिलाओं व मरीज के परिजनों ने चिकित्सक डा. मिन्हाजुल हक का घेराव किया। इस संबंध मं प्रभारी डीएस डा. जेएन माथुर से पूछे जाने पर बताया कि ड्यूटी पर नही आने वाले चिकित्सक से स्पष्टीकरण पूछा जायेगा।

बैंक में खाता खोलने में विलंब मामले की जांच



फारबिसगंज (अररिया) : बैंक में इंदिरा आवास के लाभुकों का खाता खोलने में विलंब होने के मामले को लेकर जिला पदाधिकारी के दिशा निर्देश पर फारबिसगंज एसडीओ जीडी सिंह तथा डीसीएलआर मुकेश कुमार सिंहा बैंक इंडिया की शाखा कार्यालय पहुंचकर बुधवार को जांच पड़ताल की।
एसडीओ श्री सिंह के निर्देश पर विभिन्न शिविरों में दिये गये उन आवेदनों की जांच की गई जिसका खाता बैंक में खुलना था। जांच के क्रम में पाया गया कि विभिन्न पंचायतों के करीब 409 आवेदनों का खाता पिछले करीब दो-तीन माह से नही खोला गया जिस कारण लाभुकों को योजना का लाभ नही मिल सका है। अधिकारियों के पहुंचते हीं बैंक में हड़कंप मच गया जिससे काम काज भी प्रभावित हुआ। शाखा प्रबंधक के डीएम की बैठक में चले जाने के कारण सहायक शाखा प्रबंधक ज्ञान रंजन से एसडीओ ने खाता नही खोलने के कारणों की जानकारी ली तथा उनकी जमकर खिंचाई की। एसडीओ ने बताया कि किसी खास मंशा के कारण बैंक में खाता नही खोला गया। जबकि आवेदन में कागजातों के गड़बड़ी होने की जानकारी विभाग या बीडीओ को नही दिया गया न हीं आवेदन को अस्वीकृत किया गया। एसडीओ ने कहा कि आवेदन देखने से सही प्रतीत होता है। एसडीओ ने कहा कि शाखा प्रबंधक ने डीएम को गलत सूचना दी कि आवेदनों में मुखिया द्वारा अभिप्रमाणित कागजात दिये गये। जबकि जांच में पाया गया कि पंचायत सचिव द्वारा अभिप्रमाणित किया गया है। उन्होंने कहा कि जांच रिपोर्ट वरीय पदाधिकारी को भेजा जायेगा। एसडीओ ने एजीएम ज्ञान रंजन को कहा कि उन्हें बैकिंग कार्यो की जानकारी नही है इसलिये उसे वापस जांच लेकर प्रशिक्षण में भेजना चाहिये। इधर शाखा प्रबंधक दिवाकर साह ने कहा कि खाता खोलने में बैंक में किसी प्रकार की गड़बड़ी नही है जिसकी जानकारी डीएम को दी गयी है।

जागरूकता को लेकर बैठक

फारबिसगंज (अररिया) : पल्स पोलियों उन्मूलन तथा बाढ़ आपदा के प्रति जागरूकता को लेकर सोमवार को प्रखंड के हरिपुर डाक पंचायत में लोक शिक्षा केन्द्र में ग्रामीणों जनप्रतिनिधियों एवं साक्षरता कर्मियों की एक बैठक सरपंच महेन्द्र भगत की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इस अवसर पर जनप्रतिनिधियों ने आम ग्रामीणों से अपील की कि 0 से 5 वर्ष तक के सभी बच्चों को पल्स पोलियों की दवा अवश्य पिलाये। इस मौके पर लो.शि. केन्द्र के वरीय प्रेरक एवं जिला आपदा प्रशिक्षक सदानंद मेहता ने क्रमश: पल्स पोलिया तथा भूकंप, अगलगी, बाढ़ जैसे आपदा से पूर्व तैयारी एवं बचाव का तरीका बताया। इसके अलावे नशामुक्ती अभियान आदि पर भी चर्चा की गयी। वक्ताओं ने कहा कि किसी भी प्राकृतिक आपदा के प्रति जागरूकता ही बचाव का साधन है। इस मौके पर पूर्व मुखिया विन्देश्वरी मेहता, नरमोहम्मद आजाद, संतोष ऋषिदव, बब्लू शर्मा, जितेन्द्र कुमार, चंद्र देव दास, तारचंद पासवान, स्नेहलता देवी, बबीता देवी, बब्ली देवी सहित ग्रामीण उपस्थित थे।