बथनाहा (अररिया) : आजादी के 6 दशक बीतने के बाद भी नरपतगंज प्रखंड के सीमावर्ती बसमतिया एवं घुरना बाजार के लोग अब भी एक उच्च विद्यालय का इंतजार है। नेपाल सीमा पर स्थित इस क्षेत्र के पांच पंचायत बेला, बसमतिया, बबुआन, पद्यधारा एवं अंचरा पंचायत के विद्यार्थियों को माध्यमिक शिक्षा प्राप्त करने के लिए घोर कठिनाई का सामना करना पड़ता है।
उल्लेखनीय है कि नरपतगंज प्रखंड के उतरी भाग में एक मात्र उच्च विद्यालय फुलकाहा में है। जहां से बेला एवं बसमतिया की दूरी करीब 20 किमी है। हालांकि बेला एवं बसमतिया से सटा सुपौल जिला का वीरपुर अनुमंडल मुख्यालय पड़ता है। एक जिला से मिडिल पास छात्र को दूसरे जिला में जाकर उच्च वि. में नामांकन के लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी से प्रमाण पत्र चाहिए जो एक कठिन प्रक्रिया है। इस इलाके के कई अभिभावक ने बताया कि अररिया आने-जाने एवं जिला शिक्षा अधिकारी से प्रमाण पत्र निकलवाने में काफी समय एवं राशि खर्च हो जाती है। जबकि 20 किमी दूर फुलकाहा बाजार जाना भी आसन नहीं। इस कठिनाई की वजह से इस इलाके में बालिका शिक्षा प्रभावित हो रहा है। हालांकि इस क्षेत्र के लोग आजादी उपरांत से उच्च विद्यालय की स्थापना की मांग एवं संघर्ष करते आ रहे हैं। इसके लिए बबुआन पंचायत अंतर्गत महेशपट्टी गांव में आज 50 वर्ष पूर्व 1962 ई. में विद्यालय की स्थापना के लिए राजपाल के नाम से करीब 3 एकड़ जमीन भी पूर्व मुखिया स्व. गोनर झा के द्वारा दान में दिया गया। मगर आजतक इस इलाके में हाईस्कूल की स्थापना का सपना अधूरा है। क्षेत्र के नागरिक बसंत पासवान एवं निरंजन झा ने बताया कि बसमतिया एवं घुरना दोनों पुराना बाजार एवं दोनों स्थान पर पुलिस ओपी है। बावजूद इसके एक बड़ी आबादी माध्यमिक शिक्षा से वंचित है। गरीब एवं मजबूर वर्ग के लोग चाह कर भी अपनी बेटियों को मैट्रिक तक नही पढ़ा पा रहे हैं। इन दोनों ने बताया कि उच्च विद्यालय की स्थापना के लिए इस क्षेत्र के सांसद, विधायक एवं मंत्री से कई बार गुहार लगाया मगर अब तक निराशा ही मिली।