Friday, June 22, 2012

सार्वजनिक रेणु पुस्तकालय पर गहराया विवाद


फारबिसगंज (अररिया) : सार्वजनिक रेणु पुस्तकालय परिसर विवादों में घिर गया है। कथा शिल्पी फणीश्वर नाथ रेणु के नाम पर वर्षों पूर्व बने सार्वजनिक रेणु पुस्तकालय परिसर में तीन अलग-अलग समूहों का कब्जा है। जिस कारण परिसर में नोक-झोंक, मारपीट हो रही है और मामले थाना तक पहुंच रहा है। फारबिसगंज थानाध्यक्ष ने पुस्तकालय परिसर से जुड़े लोगों सहित नगर परिषद की मुख्य पार्षद वीणा देवी को आपस में बैठक कर एक ठोस निराकरण करने को कहा है और कमेटी सदस्यों की जानकारी मांगी है।
दरअसल वर्षो पुराने इस परिसर में एक सभा भवन, एक मंदिर और एक पुस्तकालय है। इन तीनों की कथित तौर पर अलग-अलग कमेटियां हैं जिनके अलग-अलग दावेदार हैं। इन तीनों कमेटियों में सबसे पुराने और आधारभूत पुस्तकालय कमेटी वर्षो पूर्व भंग हो चुकी है। परिसर के दक्षिण भाग में दो मंजिला सभा भवन है जिसे करीब चार वर्ष पूर्व विधायक मद से तत्कालीन स्थानीय विधायक लक्ष्मी नारायण मेहता के द्वारा बनवाया गया था। सभा भवन की देखभाल के लिए कथित तौर पर एक कमेटी गठित की गयी थी। पूर्व विधायक श्री मेहता ने पुलिस को जानकारी दी कि वर्तमान में वे ही इस सभा भवन कमेटी के अध्यक्ष है। हालांकि अभी तक इस संबंध में पुलिस द्वारा मांगे जाने के बावजूद कोई कागजात प्रस्तुत नहीं किया गया है। बीते दिनों थानाध्यक्ष के समक्ष सभा भवन की देख-रेख करने वाले राजू ने बताया कि भवन हो किराया पर लगाने संबंधी लेन-देन का कोई ब्यौरा उपलब्ध नहीं है। इधर परिसर में ही एक दुर्गा मंदिर भी स्थापित है। उद्योगपति मूलचंद गोलछा ने दावा किया है कि इस दुर्गा पूजा समिति के वे अध्यक्ष हैं।
जानकारों की मानें तो विवाद की वजह परिसर के भवन व जमीन है। जिसे शादी-विवाह में किराए पर लगाने को लेकर कुछ दिन पूर्व सभा की देख-रेख करने वाले युवक तथा स्थानीय युवक में नोक-झोंक हो गयी और बात पुलिस तक पहुंच गयी। दोनों पक्षों द्वारा पुलिस को बताया गया कि भवन का कोई लेखा-जोखा नहीं है। बंद पड़े पुस्तकालय भवन में अवैध तरीके से छात्र रह रहे हैं। सभा भवन मनमाने तरीके से चलाया जाता है। शाम होते ही परिसर में जुआड़ियों, शराबियों की गतिविधि बढ़ जाती है। यहां आए दिन मारपीट होती रहती है। दोनों अलग-अलग कमेटियां अपने काम भर से मतलब रखती है। लेकिन पुस्तकालय कमेटी नहीं रहने के कारण परिसर पर सीधा किसी का नियंत्रण नही है। वर्तमान विधायक रेणु के पुत्र पद्म पराग राय वेणु से भी स्थानीय लोगों द्वारा पुस्तकालय को जीवित करने का मुद्दा कई बार उठाया गया लेकिन हुआ कुछ नहीं। फारबिसगंज थानाध्यक्ष सुबोध कुमार ठाकुर ने कहा कि विवाद पुलिस के समक्ष आने के बाद सभी पक्षों को एक सप्ताह का समय दिया गया है। समाधान नहीं होने पर आगे की समुचित कार्रवाई की जायेगी।

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