Sunday, December 26, 2010

कृषि विशेषज्ञों के दल ने किया पीड़ित गांव का दौरा

अररिया : आलू किसानों की पीड़ा पर जागरण की पहल के बाद शनिवार को कृषि विशेषज्ञों के दल ने जिले के बथनाहा सोनापुर पंचायत के जिमराही गांव का भ्रमण कर हालात का मौके पर जायजा लिया। दल में जिला उद्यान पदाधिकारी अनिल कुमार यादव, कृषि वैज्ञानिक डा. जावेद व अन्य लोग शामिल थे। इस अवसर पर बड़ी संख्या में ग्रामीण व पीड़ित किसान उपस्थित थे।
बाद में जिला उद्यान पदाधिकारी श्री यादव व कृषि वैज्ञानिकडा. जावेद ने बताया कि गांव में किसानों को वास्तविक रूप से क्षति पहुंची है तथा इस संबंध में वे डीएओ व जिला प्रशासन को शीघ्र अपनी रिपोर्ट सौपेंगे। उन्होंने बताया कि गांव में किसानों द्वारा लगाये गये आलू में सीड बार्न बैक्टीरियल रोग फैल गया है। यह रोग पौधों के तने पर पहुंच चुका है। उन्होंने बताया कि रोग की शुरूआत बैक्टीरिया जन्य है, लेकिन बाद में झुलसा रोग का भी प्रकोप हुआ है। उनके मुताबिक रोग एक जगह से फैल कर अब लगभग तीन सौ एकड़ में फैल गया है।
वहीं, कृषि वैज्ञानिक डा. जावेद ने बताया कि किसानों को प्रभावित फसल पर चार ग्राम प्रति लीटर की दर से ब्लीचिंग पाउडर के घोल के छिड़काव की सलाह दी गयी है। साथ ही बाद में स्पेक्ट्रोसाइक्लिन का छिड़काव करने को भी कहा गया है। ऐसा करने से वे पौधे पूरी तरह ठीक हो जायेंगे, जिनमें रोग अधिक नहीं फैला है।
उन्होंने बताया कि फसल में जरूरत से अधिक फंगस की दवा व पेस्टीसाइड के प्रयोग से भी नुकसान पहुंचा है।
इधर, मौके पर मौजूद किसान रघुवंश प्रसाद यादव, जयकांत यादव वीरेंद्र यादव, घोताई शर्मा, राजेंद्र यादव, उमानंद यादव, महेश यादव विंदेश्वरी यादव, रामप्रकाश, मिश्रीलाल ,भोजराज, जगदीश यादव, हैदर अली, भूपेंद्र यादव, गीता देवी, रामोतार यादव, सोनापुर के हेम नारायण साह, सदानंद साह, शारदा देवी, नंद लाल साह, परमानंद साह आदि ने प्रशासन से फसल को हुई क्षति के मद्देनजर उचित मुआवजा देने की मांग की। उन्होंने बताया कि बड़े अरमान से आलू की फसल लगायी थी। बच्चे की पढ़ाई, बेटी की शादी सब की उम्मीद आलू पर ही टिकी थी। गाय भैंस बेच कर आलू लगाया अब दोनों चला गया। अब हम क्या करें? सरकार मुआवजा देकर मदद नहीं करेगी तो आत्महत्या के सिवा कोई रास्ता नहीं बचा है।

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