Sunday, February 12, 2012

शिक्षा विभाग पर डीएम काआदेश भी बेअसर


अररिया : डीएम एम सरवणन के निर्देशों का पालन भले ही सारे विभागों द्वारा किया जाता है, लेकिन शिक्षा विभाग के अधिकारी पर इसका असर नहीं होता है। शायद इसी का नतीजा है कि 4 फरवरी को सर्व शिक्षा अभियान की समीक्षा बैठक में चार कस्तूरबा विद्यालय के मामले में कार्रवाई का निर्देश दिया गया था। निर्देश के पालन के लिए 5 फरवरी की तिथि निर्धारित थी, परंतु शनिवार को आत्मन कक्ष में आयोजित सर्व शिक्षा अभियान की समीक्षा बैठक में जब इस पर चर्चा हुई तो अनुपालन शून्य पाया गया।
डीएम के निर्देश पर डीडीसी प्रभात कुमार महथा ने समीक्षा की, लेकिन उनकी गैर मौजूदगी में केवल खानापूर्ति ही हुई। डीएम श्री सरवणन ने 4 फरवरी को अररिया जितवारपुर कस्तूरबा, सिकटी कस्तूरबा तथा जोकीहाट कस्तूरबा विद्यालय भवन निर्माण के संचालक पर 5 फरवरी तक प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया था, लेकिन शनिवार को मामला समीक्षा के दौरान सामने आया कि अररिया को छोड़ किसी प्रखंड में एफआईआर दर्ज नहीं की गयी। और न ही भरगामा में किसी दूसरे को प्रभार सौंप कर कार्य कराया गया।
बीईओ डॉ. बैजू झा ने बताया कि जितवारपुर कस्तूरबा विद्यालय के पूर्व प्रअ धर्मानंद झा के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज करा दी गयी है। बैठक में यह भी मामला सामने आया कि पलासी कस्तूरबा के 57 छात्राओं का खाता आज तक बैंक में नहीं खोला जा सका है। गत बैठक में डीएम के निर्देश के बावजूद डीईओ ने भरगामा कस्तूरबा मामले की जांच नहीं की। इस बात को उन्होंने बैठक में भी स्वीकारा।
दिलचस्प बात तो रही कि बैठक के दौरान डीईओ जमकर झपकी लेते रहे। बैठक में यह भी सामने आया कि पिछले बैठक में 29 पंचायतों के शिक्षक का मानदेय नहीं मिलने की रिपोर्ट प्राप्त हुई थी। शनिवार तक मात्र 6 पंचायतों से उपयोगिता प्रमाण पत्र प्राप्त होने की बात डीईओ ने कही। डीडीसी ने शेष 23 पंचायतों को उपयोगिता प्रमाण पत्र सोमवार तक देने का निर्देश दिया। इस अवसर पर डीईओ राजीव रंजन प्रसाद, डीपीओ बसंत कुमार, विद्यानंद ठाकुर समेत कई अधिकारी मौजूद थे।

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