अररिया, संसू: फैसले की घड़ी आने में अब कुछ ही घंटे शेष बचे हैं। बुधवार को आठ बजते ही ईवीएम में बंद प्रत्याशियों के भाग्य धीरे धीरे खुलने लगेंगे। 80 प्रत्याशियों का भाग्य 21 अक्टूबर को ही मतदाताओं ने ईवीएम में बंद कर दिया था। 24 नवंबर को छह माननीय की घोषणा हो जायेगी। इस चुनाव में न सिर्फ अस्सी प्रत्याशियों के बल्कि सांसद, पूर्व सांसद, पूर्व विधायक, पूर्व केंद्रीय मंत्री की भी प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। परिणाम सामने आते ही छह प्रत्याशी को विधायक का ताज पहनाया जायेगा। काउंट डाउन शुरू है। कोई जीत के प्रति आश्वस्त है और पार्टी की तैयारी में जुटा है। लेकिन कुछ प्रत्याशी यह भी जान रहे है कि उनकी हार तय है लेकिन वे भी मतगणना की तैयारी में पूरी ताकत के साथ जुड़े है।
छह विधानसभा क्षेत्र में 2005 के चुनाव में राजग गठबंधन ने छक्का लगाया था। लेकिन उपचुनाव में अररिया सदर की सीट खिसककर लोजपा के खाते में चली गयी। इस बार हुए चुनाव में मतदाताओं ने पूरे जोश खरोश के साथ चुनाव में भाग लिया है। राजग व राजद लोजपा से जुड़े नेता व कार्यकर्ता अपनी अपनी जीत के प्रति काफी आश्वस्त हैं। कांग्रेस पार्टी के लोग एक दो सीट को छोड़ किसी की चर्चा नहीं कर रहे है। अररिया, जोकीहाट, सिकटी, फारबिसगंज, रानीगंज तथा नरपतगंज विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं ने तो अपना काम कर दिखाया है। अब उन्हें सिर्फ 24 नवंबर का इंतजार है।
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