रेणुग्राम(अररिया),जाप्र: नेपाल की सीमा पर अवस्थित अररिया जिले के छह विधान सभा क्षेत्रों में विगत एक माह पूर्व हुए चुनाव में शांतिपूर्ण मतदान संपन्न होने के साथ ईवीएम में बंद वोटों की गिनती की अब उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। जिसमें दलीय, निर्दलीय प्रत्याशियों के परिजनों, कार्यकत्र्ताओं व समर्थकों की दिल की धड़कने बढ़ने लगी है। हालांकि जीत हार को लेकर प्रत्याशी समर्थक सहित आमजन अपने-अपने तरीके से जीत-हार का गणित सुलझाने में लगे हुए हैं। मतगणना 24 नवंबर को है और परिणाम भी उसी दिन सामने आयेंगे। लेकिन समय नजदीक आने के साथ ही इन दिनों चाय-पान की दुकानें, चौक-चौराहों, गांव-टोलों व खेत-खलिहानों के साथ सरकारी, गैर सरकारी सभी संस्थानों में विभिन्न क्षेत्रों से कौन प्रत्याशी जीतिगा, कौन हारेगा ओर किस-किस के गले में पड़ेगी विजय माला तथा किस-किस का निकलेगा दीवाला जैसी चर्चा ही जोरों पर है। इवीएम में बंद प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला तो भविष्य के गर्भ में है। लेकिन किस विधान सभा क्षेत्र से कौन प्रत्याशी जीतेगा और कौन-कौन हारेगा इस बात को लेकर लाखों रूपये दांव पर लग गये हैं। समर्थकों में अपने-अपने प्रत्याशियों के समर्थन में शर्त्त लगाने की होड़ मची है।
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