Wednesday, March 9, 2011

अब कैसे जीवन कटतैय हो बाप..


रानीगंज(अररिया) : अब कैसे जीवन कटतैय हो बाप, हम्मर बेटी के कोई त बचा ल हो बाबू..। यह चित्कार है मृतक फणि गोपाल की पत्‍‌नी शनिचरा देवी का। वह पति के शव से लिपटकर बार-बार रो उठती है। अपने तीन छोटे छोटे बच्चों को आगोश में समेटे विलाप करती शनिचरा देवी हर आने जाने वाले लोगों से गुहार लगाती है। इस सड़क दुर्घटना में सबसे ज्यादा कहर बरपा तो इसी पर। दुर्घटना में इनके पति फणि गोपाल सोरेन की मौत दुर्घटनास्थल पर ही हो गयी थी वहीं उसकी 12 वर्षीय पुत्री सकीना कुमारी भी जख्मी अवस्था में अस्पताल में भर्ती है तथा जीवन व मौत से लड़ रही है। पीड़ित इंदरपुर वासी शनिचरी देवी रो-रो कर कहती है कि एक माह पहले ही उनका छोटा बेटा जल गया था जिसका इलाज वे करा रही हैं। इस घटना में मझुआ पश्चिम पंचायत के इंदरपुर ग्रामवासी मृतक विंदी यादव को तीन बेटा तथा दो बेटी है तथा पत्‍‌नी पूर्व में ही सिधार चुकी है। मृतक सकलदेव ऋषिदेव के दो बेटे है। छोटा बेटा रोजी रोटी के लिए पंजाब गया है। इंदरपुर गांव के ही अन्य मृतक दौलत यादव जिनकी मृत्यु इलाज के दौरान पूर्णिया में हो गयी। पूरे इंदरपुर गांव में सन्नाटा पसरा है। गांव में एक साथ चार घरों से शव अंतिम संस्कार के लिए निकलते ही चारों ओर मातम छा गया।

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