Saturday, August 13, 2011

लंबी उम्र की कामना के साथ बहनों ने भाइयों की कलाई पर बांधी राखी


पलासी/कुर्साकांटा/रेणुग्राम/बथनाहा/फारबिसगंज  : राखी का त्योहार रक्षा बंधन प्रखंड क्षेत्रों में शनिवार को बहनों ने भाइयों की कलाई पर राखी बांधकर उनके लंबी उम्र की कामना के साथ मनायी। इस दौरान भाइयों ने भी अपनी बहनों के मान-सम्मान की रक्षा करने का वचन देते हुये यथा संभव उपहार भी दिये।
कुर्साकांटा निसं के अनुसार धागों का त्यौहार रक्षा बंधन बड़ी धूम-धाम से मनाया गया। बहन ने भाई की कलाई पर राखी बांधकर उनके जीवन के लिए मंगलकामना की है।
रेणुग्राम जाप्र के अनुसार धागों का त्योहार रक्षा बंधन धूमधाम के साथ शनिवार को मनाया गया। इस अवसर पर बहनों ने भाई के कलाई पर राखी बांध कर उनके जीवन के लिए मंगल कामना की है।
बथनाहा जाटी के अनुसार भारत नेपाल के सीमा पर तैनात देश के विभिन्न प्रदेशों के एसएसबी 24वीं बटालियन के पदाधिकारियों, जवानों के सूनी कलाईयों पर अग्रवाल महिला मंच तथा ऊं शांति के बहनों, बच्चियों के द्वारा हर्षोउल्लासक वातावरण में राखी बांधते रक्षा बंधन का पर्व मनाया गया। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी फारबिसगंज स्थित अग्रवाल महिला मंच, तथा ऊं शांति के बहनों ने बथनाहा स्थित मुख्यालय परिसर में राखी बांधते, देश की सीमा की सुरक्षा में तैनात कर्मियों को घर से बाहर रहने के कमी को काफी हद तक कम किया गया। बल के सेनानायक एकेसी सिंह के द्वारा इस अवसर पर बल के ओर से बहनों को शाल भेंट कर सम्मानित किया गया। श्री सिंह के अलावा बल के बीआर चौहान, एमसी पंडित, सूर्य कुमार सिंह, आरडी चौधरी आदि पदाधिकारीगण व जवान उपस्थित थे। वहीं अग्रवाल महिला मंच की सरोज, अनिता, सुधा, संगीता, मंजू, उर्मिला, मंजू जी (पटना), सुनिता धनावत, सुनिता गोयल, मीनू गोयल, नेहा आयुषि, ऊं शांति की रूकमा, सीता रंजू, अनिता, रेखा दीदी तथा पप्पू डालमिया, राजू भगत, बिक्की आदित्य, बीके मुकेश, वीके रौशन, कुलानंद बाबू, भदन भाईजी, अरविंद गोयल, जेके अग्रवाल, अर्जुन गोयल तथा आक्स फोर्ड स्कूल के गिरजा प्र. साह, व छात्राएं एवं पत्रकार, सामाजिक कार्यकर्ता आदि उपस्थित थे। बल के महिला जवानों ने भी बल के पदाधिकारियों जवानों तथा उपस्थित लोगों के कलाईयों पर राखी बांधी।
फारबिसगंज निप्र के अनुसार रक्षाबंधन का पर्व फारबिसगंज में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस मौके पर बहनों ने अपने भाईयों के कलाई पर राखी बांधी।

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