Thursday, January 12, 2012

आवश्यकता के अनुरूप नहीं हुई खाद की आपूर्ति, रबी फसल पर संकट


अररिया : खाद की किल्लत रबी फसल के लिए संकट बन गयी है और किसान हलकान हैं। जिले में 60 हजार हेक्टेयर से अधिक भूभाग पर रबी फसल की खेती की गयी है लेकिन उस अनुपात में खाद की आपूर्ति जिले को नहीं हो पायी है। जिला कृषि पदाधिकारी नईम अशरफ बताते हैं कि आवश्यकता के अनुरूप यूरिया और डीएपी की आपूर्ति नहीं हो पायी है। बावजूद खेती अच्छी होने की उम्मीद है।
एक ओर सरकार किसानों की दशा सुधारने के लिए कई प्रयास कर रही है जबकि किसानों की मूल भूत आवश्यकता ही उन्हें उपलब्ध नहीं है। जिससे किसानों की स्थिति चिंताजनक बन गयी है। समय पर किसानों को खाद व बीज ही नहीं मिल पाता है। फिलहाल रबी फसल को लेकर किसानों को खाद की कमी से जूझना पड़ रहा है। किसानों को खाद नहीं मिल पा रहा है। बाजार की दुकानों में खाद की कृत्रिम अभाव बनाकर उसकी ब्लैक मार्केटिंग की जा रही है।
कृषि विभाग से प्राप्त आंकड़े के मुताबिक अररिया से 60 हजार हेक्टेयर में रबी की खेती की गयी है। लेकिन इसके लिए सरकार द्वारा आवंटित होने वाली खाद की आपूर्ति निर्धारित मात्रा में नहीं की गयी है। यूरिया एवं डीएपी की आपूर्ति निर्धारित लक्ष्य से 17 हजार क्विंटल कम की गयी है। मजगांवा के किसान मो. हाशिम एवं चंद्रदेई के शकील अहमद ने बताया कि खाद नहीं मिलने के कारण बाजार से ऊंचे दामों पर खरीदना पड़ रहा है। अररिया विधायक प्रतिनिधि महमूद रजा ने बताया कि खाद का कृत्रिम अभाव बताकर दुकानदारों द्वारा ऊंची कीमत वसूली जा रही है। जिला कृषि पदाधिकारी नईम अशरफ ने इस संबंध में बताया कि जिले में निर्धारित लक्ष्य से खाद की आपूर्ति कम हुई है। इसलिए किसानों को थोड़ी परेशानी हो रही है। लेकिन उन्होंने बताया कि जिले में मक्का की अच्छी फसल होगी। क्योंकि लक्ष्य से अधिक खेती की गयी है।

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