Saturday, January 14, 2012

नहीं बन पाया स्कूल भवन, झाड़ी के बीच पढ़ाई को विवश कविया


भरगामा (अररिया), जाप्र: सर्वशिक्षा अभियान के तहत करोड़ों खर्च किए जा रहे हैं बावजूद आज कई स्कूलों में भवन तक नसीब नहीं हो पाया है। ऐसा ही एक विद्यालय भरगामा प्रखंड में भी है जहां बच्चे गंदगी व झाड़ी भरे स्थान पर नीचे में बैठकर पढ़ाई करने को विवश हैं। जहां गंदगी के कारण बदबू तो आती ही है कभी-कभी सर्प व बिच्छु भी निकल आते हैं।
प्रखंड के नवसृजित विद्यालय गोढ़ीयारी टोला महथावा को आज तक भवन मयस्सर नहीं हो पाया है। हालांकि विद्यालय में बच्चों की कमी नहीं है परंतु प्रशासन की उन पर ध्यान नहीं है।
विद्यालय में पदस्थापित शिक्षक छेदी पासवान का कहना है कि विद्यालय में नामांकित कुल बच्चों की संख्या 140 है। जिनमें अधिकांश नियमित विद्यालय आते हैं। लेकिन भवन के अभाव में वे लोग झाड़ियों के बीच ही नीचे में बैठकर पढ़ाई करते हैं। जबकि नामांकित अधिकांश बच्चे महादलित व अत्यंत पिछड़ा समुदाय के हैं। गांव के लोगों को कई बार विद्यालय में जमीन मुहैया कराने को कहा गया। पर जमीन के अभाव में विद्यालय में भवन नही बन सका है। विद्यालय के अगल-बगल में गंदगियों की भी भरमार है। जिससे बदबू आती रहती है। स्कूली छात्रा मासूम कविया कहती है की बगल के विद्यालय में भवन है। मेरे विद्यालय में भवन नहीं है और हम सभी इसी गंदगी भरी जंगल में पढ़ाई एवं मध्याह्न भोजन करने को विवश हैं। अभिभावक नक्षत्र ऋषि का कहना है कि हमलोग गरीब हैं, अपना घर से ज्यादा जमीन नहीं है। विद्यालय में कहां से जमीन दे पाएंगे। जबकि वर्तमान मुखिया मिथिलेश राय का कहना है कई बार मामले को लेकर बैठक हुई। लेकिन तीन वर्ष बीत जाने के बाद भी विद्यालय में जमीन देने को कोई तैयार नहीं हुआ।
प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी भरगामा- राधेय सिंह का कहना है कि जमीन मुहैया होने के बाद ही विद्यालय में भवन निर्माण हो पायेगा। हम फिलहाल क्या कर सकते हैं।

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