Sunday, November 14, 2010

अंतर्राष्ट्रीय मधुमेह दिवस पर संगोष्ठी

अररिया, संस : अंतरराष्ट्रीय मधुमेह दिवस के मौके पर रविवार को जिला पेंशनर समाज सभागार में डा. नवल किशोर दास की अध्यक्षता में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी में मुख्य अतिथि के रूप में डा. एसआर झा ने भाग लिया। जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में डा. मोईज उपस्थित थे।
मधुमेह पर चर्चा करते हुए डा. आरएस झा ने कहा कि मधुमेह आज एक आम बीमारी का रूप धारण कर चुकी है। भारत वर्ष की कुल जनसंख्या का हर सातवां व्यक्ति मधुमेह से ग्रसित है। मधुमेह को आम बोलचाल में चीनी की बीमारी भी कहा जाता है। हर होटल व चाय मधुमेह से ग्रसित लोग आसानी से पहचाने जा सकते है, क्योंकि वे बगैर चीनी के चाय पीते हैं व मिठाई खाने से परहेज करते हैं। डा. नवल किशोर दास ने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि मधुमेह से आंख की रोशनी कम हो जाती है। डा. मोइज ने मधुमेह के संबंध में बताया कि ये बीमारी शरीर में इंसुलीन की कमी से होता है। मधुमेह होने पर व्यक्ति को एलर्ट हो जाना चाहिए। मधुमेह होने की स्थिति मं पेशाब खूब लगना, बार-बार पेशाब होना, प्यास व भूख बढ़ जाता है। इसका सबसे ज्यादा प्रभाव किडनी पर पड़ता है। मधुमेह रोग जन्म के समय से अथवा बड़े उम्र में भोजन में परहेज नहीं करने से होता है। तनावपूर्ण व अनियमित खानपान भी मधुमेह का मुख्य कारण है। इस मौके पर विनोद कुमार, गौरी शंकर यादव, सविता सिंह, राज मोहन सिंह राघव, डीपीएस के निदेशक डा. रजी हैदर उजाला, एसएम कासो के अलावा बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।

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