अररिया, काप्र.:आयुर्वेद जगत के प्रणेता और वैद्यक शास्त्र के देवता माने जाने वाले भगवान धनवंतरि की पूजा अर्चना की परंपरा अपने देश में पुरानी है। दीपावली से दो दिन पूर्व समस्त भारतवासी धनतेरस पर भगवान धनवंतरि की पूजा अर्चना करते हैं। यह पर्व कार्तिक त्रयोदशी के दिन पूरे धूमधाम के साथ मनाया जाता है। इस अवसर पर भगवान धनवंतरि की स्मृति में नर नारी नये बर्तन, आभूषण खरीदकर उन्हें शुभ और मंगलकारी मानकर उनकी पूजा अर्चना करते हैं। उनके मन में यह दृढ़ धारणा तथा विश्वास है कि यह बर्तन व आभूषण उन्हें धन धान्य से संपन्न रखेगा तथा कभी रिक्तता का आभास नहीं होने देगा। साथ ही इस अवसर पर श्रद्धालु भगवान धनवंतरि से यह प्रार्थना करते हैं कि वे उन्हें निरोग व दीर्घायु बनायें। जिले में दीपावली और धनतेरस को लेकर जबर्दस्त उत्साह है तथा बाजारों को फुल झालर व रोशनी से सजाया गया है।
अररिया, संसू के अनुसार
तीन नवंबर को धनतेरस एवं पांच नवंबर को होने वाले दीपावली पर्व को लेकर बाजार की रौनक बढ़ गयी है। धनतेरस को लेकर होने वाली खरीददारी के लिए दुकानदार अपने-अपने दुकान के सामने पंडाल, रोशनी की व्यवस्था कर रहे हैं। ग्राहकों को आकर्षित करने के खूब सजावट की जा रही है। वहीं भगवान धन्वंतरी पूजा को ले भी खरीददारी हो रही है। बुधवार को धनतेरस के मौके पर बर्तन, इलेक्ट्रानिक सामान, ज्वेलरी आदि की काफी बिक्री होगी। इसके लिए स्थायी दुकानदार के अलावा बाहर से भी कई दुकानदार आकर दुकान लगा रहे हैं। वहीं रोशनी का पर्व दीपावली को लेकर भी बाजारों में काफी धूम हैं। लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमा, मिट्टी का दिया, सजाने के लिए फूल-पत्ती की भी काफी बिक्री हो रही है। हरेक चौक चौराहों पर पटाखों की दुकानें भी सजी है। जहां बच्चों की संख्या देखी जा रही है।
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