Tuesday, November 29, 2011

हर हथकंडा अपना रहे प्रत्याशी


नरपतगंज: प्रखंड अंतर्गत पोसदाहा पंचायत में मुखिया पद के लिए हो रहे उपचुनाव में प्रत्याशी पूरी जोर आजमाइश में लग गए हैं। मैदान में 16 प्रत्याशी अपनी अपनी जीत के लिए हर हरथकंडे अपना रहे हैं। जिससे यहां शांति पूर्ण चुनाव को लेकर भी प्रशासन को पैनी नजर रखनी होगी है।

हाट में पेयजल की सुविधा नहीं
भरगामा: सरकारी राजस्व वाली हाट खजुरी में विभाग अथवा प्रशासन द्वारा पेयजल की कोई व्यवस्था नहीं किए जाने से व्यवसायी और आम लोगों को भारी कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। आम लोग दुकान व किसी व्यवसाई के घर पहुंच अपनी प्यास बुझाने को विवश हैं। लोगों ने इस समस्या पर प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराते हुये समस्या निस्पादन की गुहार लगाई है।

स्वास्थ्य कर्मियों की बैठक
पलासी: प्रखंड मुख्यालय स्थित पीएचसी में मंगलवार को स्वास्थ्य कर्मियों की विशेष बैठक आहुत की गयी। बैठक की अध्यक्षता प्रभारी डा. जहांगीर आलम ने की। मौके पर डा. एपी सिंह, डा. इकबाल हुसैन, डा. श्रीकांत, डा. साबिर, मो. खतीब अहमद आदि चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मी मौजूद थे। बैठक में मुख्य रूप से एमडीआर ग्रामीण स्वच्छता अभियान, आगामी 7 दिसंबर से होने वाले विकलांग शिविर, हेपटाइटिस बी के टीकाकरण संबंधी विभिन्न मुद्दों पर विस्तार पूर्वक चर्चा की गयी।

टेलीफोन सेवा ठप
भरगामा: केबुल कट जाने से भरगामा में टेलीफोन सेवा पिछले करीब एक सप्ताह से पूर्णरुपेन ठप है। जबकि इस पिछड़े प्रखंड में टेलीफोन के माध्यम से लोग अन्यत्र रह रहे अपनों का हालचाल जान कर संतोष करते हैं। टेलीफोन उपभोक्ताओं ने इस ओर विभागीय अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराते हुए निदान करने की मांग की है।

जीर्णोद्धार की मांग
भरगामा: खजुरी से मंगलवार चरैया जाने वाली सड़क की स्थिति जर्जर होने से आम लोगों को आवागमन में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। गड्ढे में तब्दील इस सड़क के जीर्णोद्धार की मांग लोगों ने प्रशासन से की है। मालूम हो कि वीरनगर, विषहरिया, धनेश्वरी, हरिपुर कला समेत कम से कम दस पंचायतों को जोड़ने वाली यह एकलौता सड़क है जो फिलवक्त जर्जर हालत में है।

पोल व तार बनी शोभा की वस्तु
भरगामा: राजीव गांधी ग्रामीण विद्युती करण योजना भरगामा प्रखंड में शोभा की वस्तु बनकर रह गई है। ताम झाम के साथ क्षेत्र को रोशन करने के उद्देश्य से कई पंचायतों में योजना मद से पोल गाड़े गए हैं व तार भी लगाए गए किंतु यह महज शोभा की सामग्री बनकर रह गई है।

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