Saturday, December 3, 2011

मामला दर्ज


सिकटी: सिकटी थाना प्रभारी ने हत्या के नामजद अभियुक्त मो. कासिम को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में अररिया भेज दिया है। उस पर धारा 341, 323, 504, 376, 493, 34 भादवि के तहत कांड सं 89/11 दर्ज है।
गिरफ्तारी
फारबिसगंज: दुष्कर्म के मामले में कांड संख्या 318/11 के वारंटी मीयां हाट निवासी बद्री साह को फारबिसगंज थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर शुक्रवार को न्यायिक हिरासत में अररिया भेज दिया।
प्राथमिकी
पलासी: प्रखंड के धपहर गावं में फसल चरने के विवाद को लेकर मारपीट व छिनतई का आरोप लगाते दोनों प्रक्षेत्र में पलासी थाना में नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी है। जिसमें लक्ष्मी देवी तथा रीना देवी क्रमश: सूचक बनी है।
शराब की अवैध बिक्री
फारबिसगंज: पुलिस कप्तान के कड़े निर्देश के बावजूद फारबिसगंज सहित बथनाहा-नरपतगंज क्षेत्र में चोरी-छिपे शराब अवैध तरीके से बेचे जा रहे है। चाय-पान की दुकानों में देशी विदेशी शराब की बिक्री की जा रही है।
बच्चों की बड़ी संख्या शिक्षा से दूर
भरगामा: सरकार द्वारा शिक्षा के प्रति जागरूकता को लेकर किए जा रहे लगातार प्रयास के बाद भी बच्चों की एक बड़ी सं. विद्यालय से वंचित है। इन बच्चों को विद्यालय लाकर शिक्षा से जोड़ने का धरातल पर एक भी प्रयास नहीं किया जा रहा है। कारण अशिक्षा पेट की आग स्थिति यह है कि विद्यालय जाने के उम्र में यह बच्चे गिल्ली-डंडा या मवेशी चारा रहे होते है। जिसकी सहज रूप में देखा जा सकता है।
ट्रांसफार्मर लगाने की मांग
भरगामा: खजुरी बाजार में ट्रांसफार्मर जलने के महीनों बाद भी विभाग द्वारा नया ट्रांसफार्मर अबतक नहीं लगाए जाने से बिजली उपभोक्ताओं में आक्रोश की स्थिति बनी हुई है। आक्रोशित उपभोक्ताओं ने अविलंब विभाग द्वारा समस्या का निदान नहीं किये जाने की स्थिति में निकट समय में आंदोलन चलाने की धमकी दी है। बताते चलें कि खजुरी बाजार में ट्रांसफार्मर जल जाने से खजुरी पंचायत के कई गांव पिछले एक-डेढ़ महीने से अंधेरे में है। उपभोक्ताओं का आरोप है कि ट्रांसफार्मर की लगातार मांग विभागीय अधिकारियों से की गई किंतु संबंधित अधिकारी मौन बने हुए है।
समस्याओं से घिरे है मछुआरा समुदाय
भरगामा: खजुरी पंचायत के बिलैनियां नदी के तटबंध पर बसे मछुआरा समुदाय के लोग पंचायती राज व्यवस्था के तहत विकास के दौड़ में भी विभिन्न समस्याओं से घिरे एक तरह की उपेक्षा की जिंदगी जीने पर मजबूर है। दयनीय दशा वाले समुदाय के अधिकांश लोगों नाम एपीएल में दर्ज है, वहीं सड़क, बिजली, पानी, आवास, रोजगार जैसी कई समस्याएं है जो अहम है। मछुआरा समुदाय के लोगों का आरोप है कि चूंकि वे लोग मतदान के रूप में संख्या में कम है अत: प्रशासनिक स्तर के बाद पंचायती स्तर पर भी पंचायत के प्रतिनिधियों द्वारा शौतेला व्यवहार रहता है।
माप-तौल में गड़बड़ी
भरगामा: प्रखंड के विभिन्न बाजारों में माप-तौल में सही बाट का प्रयोग लगातार ठगी के शिकार हो रहे हैं। उपभोक्ताओं की माने तो सत्यापित तराजू या बाट का प्रयोग व्यवसाई वर्गो के द्वारा यदा-कदा वो भी व्यक्ति विशेष हीं किया जाता है। आमतौर पर इन व्यवसाइयों द्वारा जिसमें किराना, खाद, दुकानों की संख्या अधिक है, मनमाने घिसे-पिटे बाट का धड़ल्ले से प्रयोग किए जाने की शिकायत आम लोगों की है। ताज्जुब यह है कि विभाग इस तरह के किसी भी समस्या के प्रति अनजान बनी हुई है।

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