Saturday, December 3, 2011

पशु तस्करी नेटवर्क पुलिस के लिए कड़ी चुनौती


फारबिसगंज (अररिया) : पशुओं की तस्करी तथा इसकी आड़ में जाली नोटों का कारोबार सीमावर्ती क्षेत्र में बड़ी समस्या बनकर उभरी है। पशु तस्करों का मजबूत नेटवर्क पशु चोरी की लगातार हो रही घटनाओं को बढ़ा रहा है। पशु तस्करों का बड़ा और मजबूत रैकेट भारत-नेपाल सीमावर्ती इलाके से लेकर दूसरी तरफ भारत-बांगलादेश की सीमा तक फैला हुआ है। जिसके बीच अररिया जिला सहित सीमावर्ती किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार, सुपौल, मधेपुरा, सहरसा तक इनके एजेंट सक्रिय है। एजेंट के द्वारा चोरी की मवेशी सहित मवेशी हाटों में खरीदी गई पशुओं को ट्रकों में लादकर या पैदल ही एक थाना से दूसरे थाना, एक जिला से दूसरे जिला बेधड़क पार करते हुए बांगलादेश पहुंचा दिया जाता है। रात की अंधेरों में तो पशुओं के झुंड को जाने की बात कौन कहें, यहां तो दिन के उजाले में भी आराम से लंबा सफर तय कर जाते है मवेशी तस्कर। हैरत की बात है कि पुलिस अथवा प्रशासन के अधिकारी इसे पकड़ने या रोक पाने में सफल नही हो सके है। हालांकि अररिया के नए पुलिस कप्तान शिवदीप लांडे के आने के बाद उम्मीद जगी है। एसपी श्री लांडे बताते है कि क्षेत्र में पशु चोरी और तस्करी जैसे अवैध काम बड़े सुनियोजित तरीके से चलने की सूचना मिली है जिस पर वे रोक लगायेंगे।
पशु तस्करी के द्वारा क्षेत्र में जाली नोटों का बड़े पैमाने पर अवैध करोबार भी चलाये जाने की बात बताई जाती है। मवेशी हाटों में तस्करों तथा एजेंटों द्वारा खरीदी गई मवेशी के बदले जाली नोट थमाया जाता है। हाल के कुछ वर्षो में इन मवेशी हाटों में नकली भारतीय नोटों पर रोक लगाने के लिए एसएसबी द्वारा जागरूकता अभियान भी चलाया गया था। जिसमें ग्रामीणों, पशु पालकों, किसानों को जाली नोट, पहचानने के कुछ नुस्खे बताये गये थे। लेकिन उस अभियान के बावजूद जाली नोटों के सौदागर एक बार फिर क्षेत्र में सक्रिय है। राष्ट्र विरोधी तत्व तस्करों के मजबूत तंत्र के सहारे देश को क्षति पहुंचा रहा है।
बताया जाता है कि पुलिस थाना को तस्करों द्वारा प्रति मवेशी 2 से पांच रुपया का निर्धारित देकर पशुओं की खेप गंतव्य स्थान तक पहुंचा दिया जाता है। नये पुलिस कप्तान के लिए तस्करों के तिलिस्म को तोड़ना एक कठिन चुनौती होगी। जिससे जाली नोट के अवैध कारोबार पर भी अंकुश लगाया जा सकेगा। फिलहाल क्षेत्र में मवेशी चोरी की घटनाएं जारी है।
सुनियोजित तरीके से मवेशी तस्करों द्वारा क्षेत्र में अवैध काम करने की सूचना मिल रही है। पशुओं की तस्करी पर रोक अवश्य लगेगी: शिवदीप लांडे

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