Saturday, December 3, 2011

नरपतगंज अंचल में करोड़ों की अनियमितता उजागर


अररिया/बथनाहा  . जिले में डेहटी पैक्स घोटाले के बाद एक और बड़े घोटाला सामने आया है। नरपतगंज अंचल कार्यालय में 2008 के बाढ़ के दौरान राहत के नाम पर खर्च किए गए करोड़ों की राशि का कोई लेखा जोखा अंचल कार्यालय में मौजूद नही है। यही नहीं अंचल में तत्कालीन अंचल पदाधिकारी व नाजिर की मिलीभगत से दोहरे कैश बुक का संधारण भी किया गया। इस बात का खुलासा अपर समाहर्ता कपिलेश्वर विश्वास के जांचोपरांत डीएम को सौंपे रिपोर्ट से हुआ है। कैश बुक के संधारण में गड़बड़ी करने, करोड़ों रूपये के वाउचर का समायोजन नहीं करने के मामले में एडीएम श्री विश्वास ने नरपतगंज के तत्कालीन सीओ अजय कुमार ठाकुर के खिलाफ प्रपत्र क गठित कर सरकार को भेजा है। इस बात की पुष्टि अपर समाहर्ता कपिलेश्वर विश्वास ने शुक्रवार को दूरभाष पर की है।
जानकारी के अनुसार कुसहा बांध टूटने के कारण 2008 में जिले में बाढ़ ने विकराल रूप धारण किया था। अगस्त 2008 के बाढ़ के समय अशोक कुमार तिवारी और फिर राकेश रंजन बीडीओ सह सीओ के रूप में नरपतगंज अंचल में पदस्थापित थे। बाढ़ के ही दौरान इस पद का प्रभार अनिल कुमार ठाकुर व बाद में अजय कुमार ठाकुर को मिला था।
एडीएम श्री विश्वास ने पिछले माह नरपतगंज अंचल पहुंचकर कैश बुक आदि का जांच की थी। इसी जांच क्रम में करोड़ों रूपये के अनियमितता का मामला पकड़ाया। यह घोटाला
25 करोड़ रूपये तक जा सकता है।
हालांकि एसी श्री विश्वास ने बताया कि फिलहाल करीब चार करोड़ रूपये की अनियमितता स्पष्ट रूप से पकड़ में आयी है। वाउचर को पास कर समायोजित करना था जो नहीं किया गया। उन्होंने बताया कि वहां दोहरा कैश बुक का संधारण किया गया जो अधिकारी व नाजिर की गलत मंशा को दर्शाता है। उन्होंने अपने रिपोर्ट में नरपतगंज अंचल में चार वित्तीय वर्षो का विशेष अंकेक्षण कराने का भी अनुशंसा की है।

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