Saturday, December 3, 2011

व्यापक रूप ले रहा जाली नोटों का कारोबार


भरगामा (अररिया) : भरगामा प्रखंड में जाली नोटों का कारोबार एक बार फिर व्यापक रूप ले रहा है। वैसे पूर्व में प्रशासन के हरकत में आने से पुलिस को कई बड़ी सफलता भी मिली थी तथा काफी हद तक धंधे पर विराम भी लगा था किंतु गुजरते वक्त के साथ यह धंधा एक बार फिर फलने-फूलने लगा है।
हाट-बाजार से लेकर गांवों तक इस तरह के जाली नोटों का जैसे साम्राज्य सा स्थापित है। खासकर पांच सौ और सौ के जाली नोट बड़ी संख्या में देखे जा रहे हैं। असली और नकली का इतना मामूली फर्क होता है कि असली या नकली का फर्क जानने वाले लोग भी आसानी से ठगी के शिकार हो जाते हैं। मालूम हो कि कुछ वर्ष पूर्व भरगामा थानाध्यक्ष धनंजय कुमार के नेतृत्व में मामले के उद्भेदन के मद्देनजर छापेमारी की गई थी। जिसमें वीरनगर से पुलिस ने 40 हजार के जाली नोट बरामद किया था। संबंधित क्षेत्र की पहली एक बड़ी सफलता थी। अनुसंधान में खुद पुलिस ने कई सफेद पोश की संलिप्ता की संभावना भी स्वीकार की तथा कई राज सामने आए जिसमें धंधेबाजों का तार देश के सीमापार से जुड़ा होना तथा अन्य था। यहां जाली नोट बरामदगी को लेकर पुलिस गुमान में रही और अनुसंधान बीच राह में हीं गुम होकर रह गया। सूत्रों के मुताबिक पुलिसिया कार्रवाई के बाद धंधे पर काफी हद तक विराम लगा, लेकिन गुजरते वक्त के साथ धंधा एक बार फिर पनपने लगा है।

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