Friday, January 20, 2012

स्वयं के दर्शन से होगा प्रभु का दर्शन: स्वामी जी


बथनाहा (अररिया) : बथनाहा स्थित एसएसबी 24वीं बटालियन मुख्यालय परिसर में दिव्य ज्योति जागृति संस्थान के तत्वावधान में सत्संग-प्रवचन एवं भजन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर दिव्य ज्योति जागृति संस्थान के स्वामी यादविन्दानंद जी महाराज ने कहा कि ईश्वर हर जड़-चेतन में समाया हुआ है। मगर वह सुशुप्तावस्था में हैं। उसे पाने के लिए खुद को जगाना होगा। अपने अंदर के प्रकाश को पहचानना होगा। स्वामी जी ने कहा कि जाति एवं मजहब ये सब संकीर्णता के दायरे हैं। जो मनुष्य को मनुष्य से दूर करता है। उन्होंने कहा कि सारे धर्म का सार एक है और जब ईश्वर एक हैं तो हममें विभिन्निता क्यों? स्वामी जी ने कहा कि कर्म ही पूजा है तथा स्वयं का दर्शन प्रभु का दर्शन है। इस अवसर पर सत्संग प्रवचन भजन कार्यक्रम का संचालन करते हुए विदुषी पुनम भारती जी ने भी ईश्वर की साधन एवं भक्ति के गुर बतलाए। जबकि विदुषी महामाया भारती जी के द्वारा प्रस्तुत भजन प्रभु के नाम कर लो.. ये जीवन बड़ा अनमोल.. तथा कैलाश जी के द्वारा प्रस्तुत देश भक्ति से लवरेज जिंदगी मौत न बन जाए.. मुश्किल में है वतन की सुंदर प्रस्तुति से सारा वातावरण भाव विह्वल हो उठा। पूरे कार्यक्रम के दरम्यान सेनानायक एकेसी सिंह अपने अधिकारियों एवं जवानों के साथ मौजूद रहे। कार्यक्रम में स्थानीय लोग भी काफी संख्या में मौजूद थे।
अंत में सेनानायक एकेसी सिंह ने दिव्य ज्योति जागृति संस्थान परिवार को धन्यवाद देते हुए कहा कि सत्संग एवं भजन से मन को शांति तथा ज्ञान की प्राप्ति होती है। उन्होंने कहा कि इस आध्यात्मिक कार्यक्रम से हमारे जवानों को अवश्य लाभ होगा। कार्यक्रम के सफल संचालन में दिल्ली के भूषण बंसल एवं सागर सक्रिय रहे। जबकि कार्यक्रम में मुख्य रूप से श्री नारायण सिंह कलाकार, उमेश गुप्ता आदि उपस्थित थे।
मौके पर विदुषी पूनम भारती जी ने लोगों से दिव्य ज्योति जागृति संस्था द्वारा आगामी 1 से 9 फरवरी तक फारबिसगंज गोढियारी रोड में श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के आयोजन में आकर लाभ लेने का न्यौता दिया।

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