Thursday, December 29, 2011

प्रकाशित सरकारी सूची में अनियमितता का आरोप


अररिया : सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर राज्य में हो रहे 34540 प्रशिक्षित शिक्षकों की बहाली का मामला एक बार लटकता दिख रहा है। प्रशिक्षित अभ्यर्थियों के एक गुट ने सरकार द्वारा चयनित प्रकाशित सूची में अनियमितता का आरोप लगाते हुए सूची को निरस्त करने या सुधार करने की मांग की है।
इसी मुद्दे को लेकर बिहार राज्य प्रशिक्षित बेरोजगार शिक्षक संघ के बैनर तले पूर्णिया प्रमंडल अंतर्गत पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज एवं अररिया के प्रशिक्षित अभ्यर्थियों की बैठक गुरुवार को नेताजी सुभाष स्टेडियम में हुई। बैठक की अध्यक्षता परिमल मेहता ने की। बैठक में अभ्यर्थियों ने सरकार द्वारा चयनित सूची को गड़बड़ी पूर्ण करार दिया तथा सूची पर दस आपत्ति दर्ज करायी। बैठक में आरोप लगाया गया कि सूची में उर्दू एवं आरक्षित कोटि से बचे पदों का बंटवारा सामान्य एवं बीसीटू में होना था पर सरकार व बिहार कर्मचारी चयन आयोग द्वारा सारे पदों पर सामान्य पदों के अभ्यर्थियों को जगह दिया गया। बैठक में यह भी कहा गया कि 34540 की सूची प्रकाशित होने के बाद शेष प्रशिक्षित अभ्यर्थी का भविष्य अंधकारमय हो गया है। इनलोगों ने यह भी कहा कि सरकार एवं आयोग ने गुमराह करने के उद्देश्य से सूची में महाविद्यालय के स्थान वाले कालम में पिता का नाम दर्शाया गया है। बीसी वन के अभ्यर्थियों का सत्र 2005 तक चयनित सूची में दिए जाने पर इनका आरोप है कि बीसीटू के अभ्यर्थियों की उपेक्षा की गई। बैठक के माध्यम से प्रशिक्षित अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री, प्रधान सचिव, आयोग सचिव से सूची से वंचित प्रशिक्षितों का नाम प्रतीक्षा सूची में शामिल करते हुए बेबसाइट पर देने की मांग की है। इनलोगों ने यह भी कहा है कि मांगे पूरी नही होने पर चरणबद्ध आंदोलन किया जायेगा। इस अवसर पर शमसाद आलम, मुजम्मिल आलम, हारुण रशीद, मो. वसीम, ओमप्रकाश नारायण, नौशाद आलम, अबुल कलाम, नूर सलाम, मरगूब आलम, हसनैन कैसर, हैदर आलम, नजामुद्दीन, मोनाजिरूल हक सहित प्रमंडल के चारों जिले के प्रशिक्षित अभ्यर्थी मौजूद थे।

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