Friday, March 4, 2011

प्रत्याशियों में सरपंच पद के लिए कोई आकर्षण नही


कुर्साकांटा (अररिया) : प्रथम चरण के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर इन दिनों नामांकन प्रक्रिया प्रारंभ है। प्रखंड के तेरह पंचायतों में मुखिया, समिति सदस्य, वार्ड सदस्य, सरपंच एवं पंच सदस्य के लिए प्रखंड मुख्यालय में अलग-अलग काउंटर बनाये गये हैं। काफिलों के साथ पूरे तामझाम के साथ प्रत्याशी प्रखंड मुख्यालय की ओर जाते दिख रहे हैं। गौरतलब यह है कि सबसे कम भीड़ सरपंच एवं पंच वाले काउंटर दिख रहा है वहीं मुखिया समिति सदस्य एवं वार्ड सदस्य के काउंटर पर लंबी कतार और भारी भीड़ दिख रहे है।
पिछले 5 सालों में ग्राम कचहरी सफेद हाथ बने से प्रत्याशियों में सरपंच एवं पंच पद के लिए कोई खास आकर्षण नहीं है। पूरे प्रदेश में 8,463 ग्राम पंचायत में सरपंच का चुनाव होना है। इसी प्रकार प्रत्येक वार्ड के हिसाब से 1,15870 पंचों का चुनाव होना है। परंतु पिछले 5 सालों में ग्राम कचहरी, सरपंचों और पंचों का बुरा हाल देखकर अब काई भी सरपंच दोबारा सरपंच का चुनाव लड़ना नहीं चाह रहा है। प्रखंड के अधिकांश सरपंच इस बार अप्रेल 2011 में होने वाले पंचायत चुनाव में या तो मुखिया या समिति के लिए नामांकन दर्ज करवा रहे हैं। जागीर परासी के निव‌र्त्तमान सरपंच मुन्ना मंडल ने मुखिया पद से अपना पर्चा दाखिल करने के बाद संवाददाता को बताया कि सरपंच को पद तो मिला परंतु उन्हें गांवों में इंसाफ दिलाने के लिए कोई संसाधन उपलब्ध नहीं कराये गये, वे तो दफ्तर, टेबुल, कुर्सी और कलम-कागज के लिए भी तरस रह गये, वे तो दफ्तर सौरगांव पंचायत के निव‌र्त्तमान सरपंच संजय सिंह ने मंगलवार को मुखिया पद से नामांकन के पर्च दाखिल किया। उन्होंने बताया कि सरपंच को अधिकार तो दिये गये पर उन्हें अपने अधिकार का इस्तेमाल करने के लिए जगह और माहौल ही उपलब्ध नहीं कराया गया। ग्राम कचहरी को 10 हजार रुपये तक की चोरी और जमीन विवादों को निपटाने का अधिकार दिया गया। कुछेक सरपंच ने जब ग्राम कचहरी के माध्यम से गांव में इंसाफ दिलाने का प्रयास भी किया तो पुलिस उन्हें मुकदमें में फंसाने की कोशिश में लग गये इससे बांकी सरपंचों के हौसले पस्त हो गये।
एक तरह कई सरपंच इस बार मुखिया का चुनाव लड़ने की तैयारी में है वहीं दूसरी ओर पिछले पंचायत चुनाव में ज्यादातर हारे उम्मीदवार भी मुखिया बनने की जुगत में लगे हैं। जिससे मुखिया पद के लिए प्रत्येक पंचायत में धमासान मचा हुआ है। प्रखंड में मुखिया पद के 13 पदों पर नामांकन के चौथे दिन तक 200 से अधिक व्यक्तियों द्वारा पर्चे दाखिल किये जा चुके हैं।

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