Wednesday, March 2, 2011

आपन पोसल बेटा चैल गेलै हौ बाबू..


रानीगंज (अररिया) : अलोकवा के माय के की जवाब देबे हौ बाबू, आपन पोसल बेटा चैल गैले हो..। शांति निकेतन विद्यालय में सोमवार की रात हुए हृदय विदारक हादसे का शिकार हुए छ: वर्षीय बालक आलोक को उसके पिता हेमकान्त झा चीत्कार कर उठे थे। महज एक दिन पहले ही आलोक को स्कूल की पहली क्लास में डाला था। प्रखंड के परमानंदपुर गाव वासी हेमकान्त अपने बेटे आलोक को घटना के एक दिन पूर्व रविवार को स्कूल में भर्ती कराया था। मुम्बई में कार्यरत हेमकान्त ने रोते हुए कहा कि आलोक का स्वास्थ्य वहां ठीक नहीं रहता था। इसी कारण उसका नाम इस स्कूल में लिखवाया था। विगत 16 फरवरी को आलोक के स्वास्थ्य की कामना में अष्टयाम व उसका मुंडन संस्कार गांव में ही कराया था। लेकिन किछ काम नै एलै यौ सर..। मृतक छात्र के दादा मधुकान्त झा ने गमगीन शब्दों में बताया कि आलोक की मां अपने नैहर मंगलवार गांव में है तथा फोन कर अपने पुत्र का हाल जानना चाह रही है। अब उसे कौन बताए कि आलोक वहां चला गया जहां से लौट कर कोई नहीं आता।
हेमकान्त झा ने बेटे की लाश के पास स्कूल परिसर में रोते हुए कहा कि यही पर चौकी था और उस पर अपने बेटे को छोड़ कर एक दिन पहले गया था। सोचा था पढ़-लिखकर होनहार बनेगा। उसे क्या मालूम कि एक हीं दिन में वह रुठ कर हम सब को छोड़ चला जायेगा।

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