Saturday, March 5, 2011

बच्चों की तालीम इस्लाम की जरूरत: बलियावी


सिकटी (अररिया) : प्रखंड के बरदाहा बाजार स्थित मदरसा जामिया बरकातुल उलूम के तामिर के लिए एक रोजा इसलाहे कौमी इमामुल अरीबिया कांफ्रेंस का आयोजन शुक्रवार की रात किया गया। जिसमें मौलाना गुलाम रसूल बलियावी सहित अन्य उलेमा कराम ने पूरी रात तकरीर कर लोगों को इस्लाम की सलाहियत बतायी। स्थानीय मौलाना हाजी गुलाम मुस्तफा कादिरी की सदारत में आयोजित इस क्रांफ्रेंस में तकरीर करते हुए मौलाना बलियावी के शेर जंजीर बोलती रही, दर बोलता रहा, लौटे तो उन्हें उम्मे हानि का घर बोलता रहा, शिब्रा तो जिबरैल का पर बोलता रहा थर्रा गये यजीद के सारे सिपहसालार जब मेज पर रखा हुसैन का सर बोलता रहा.. पर पूरा जलसा उबल पड़ा। उनके अलावा शायर रजा नूरी ने कहा कि इसलाम कभी भी दूसरे को दर्द देने वाला मजहब नहीं है। कुछ लोग इसे नाहक बदनाम करते हैं। मौलाना मुजफ्फर हुसैन ने कहा कि इंसान के बीमार दिल का इलाज इबादत से करने तथा मदरसे की तामीर कर बच्चों को शिक्षित करना जरूरी है। सभा को कई मौलाना ने संबोधित किया। मौके पर मौजूद लोगों ने मदरसे के निर्माण के लिए नगद राशि सहयोग स्वरूप भेंट की। कार्यक्रम का आयोजन मदरसे के प्रबंधन एवं ग्रामीणों की ओर से की गयी थी।

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