अररिया : पुलिस की संवेदनहीनता के कारण दो दिनों से अररिया जेल में बंद निर्दोष नौशाद नामक व्यक्ति को आखिरकार छोड़ दिया गया। नौशाद नारी प्रताड़ना के एक मामले के अभियुक्त का हमनाम था। इस मामले को ले दैनिक जागरण में खबर प्रकाशित हुई थी।
विदित हो कि न्यायिक अभिरक्षा में भेजे गये सिमराहा थाना के पुरवारी झिरुवा निवासी नौसाद का नाम नारी प्रताड़ना के लंबित एक मामले के आरोपी के नाम से मिलता था, जिस कारण सिमराहा थाना की पुलिस ने उसे ही गिरफ्तार कर लिया था। वह पिछले 26 अप्रैल से ही जेल में बंद था।
परंतु अदालत में लंबित केश नंबर 316सी/07 की वादिनी शहनाज ने कोर्ट में आवेदन देकर इस बात का खुलासा कर दिया कि नारी प्रताड़ना के लंबित इस मामले में जेल भेजा गया नौसाद उसका पति नही है।
उधर जेल में बंद नौसाद ने पहले 27 अप्रैल तथा फिर 28 अप्रैल को अपने अधिवक्ता के माध्यम से पीटीशन दिया था कि उसे जेल में बंद रखना न्याय संगत नहीं है तथा जेल से रिहा करने का गुहार लगाया। कोर्ट में उक्त केश के वादिनी तथा पुलिस की मनमानी से जेल भेजे गये निर्दोश नौसाद की ओर से दायर पीटिशन की सुनवाई की गयी तथा न्यायिक अभिरक्षा में दो दिनों से बंद बेगुनाह नौसाद को अदालत ने बांड पर रिहा कर दिया तथा अगली तिथि 7 मई निर्धारित की है।
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