अररिया : काम, क्रोध, लोभ और मोह सारे बुराइयों की जड़ है। इन बुराइयों से जड़ित मानव न तो मानवियता को पा सकता है और न ही ईश्वर को प्राप्त कर सकता है। ये बातें राम कथा के तीसरे दिन राम कृष्ण सेवा आश्रम में मंगलवार को स्वामी सुधीर जी महाराज ने श्रद्धालुओं के बीच कही।
श्रद्धालुओं को राम कथा का अमृत पान कराते हुए स्वामी जी ने कहा कि इन चारों बुराईयों के जड़ के वश में रहने वाले पुरुष कभी यश के भागी नहीं बनते हैं। उन्होंने भगवान विष्णु एवं उनके परम भक्त नारद उद्धृत करते हुए कहा कि एक बार नारद मुनि को भी अहंकार एवं काम वासना की भूत चढ़ी थी। परंतु स्वंयवर में वे काफी उपहास के पात्र बन गये। स्वामी ने बताया कि जब नारद जैसे श्री हरि के भक्त की दशा इस तरह की हो सकती है तो संसारिक मोह माया में जकड़े एक विलासी पुरुष कहां से यश के भागीदार बन सकते हैं। राम कथा में काफी संख्या में श्रद्धालु भाग ले रहे हैं।
0 comments:
Post a Comment