Saturday, August 20, 2011

एनएसएस ने किया सद्भावना दिवस का आयोजन


अररिया : अररिया महाविद्यालय में पूर्व प्रधान मंत्री राजीव गांधी की जयंती के उपलक्ष्य में सद्भावना दिवस का आयोजन किया गया। एनएसएस की कालेज इकाई के तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम में छात्रों व शिक्षकों ने समाज में सद्भावना के महत्व पर उसे बरकरार रखने की जरूरत पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम में बोलते हुए प्राचार्य डा. मुहम्मद कमाल ने कहा कि सामाजिक मजबूती व विकास के लिए सद्भावना को बनाये रखना जरूरी है। इसे आहत करने का प्रयास नही होना चाहिये।
उन्होंने कहा कि हर दौर की सत्ता व व्यवस्था ने लोगों के दिलों को दुखाया है। ऐसा नहीं होना चाहिये क्यों कि दिल दुखने पर बहुत कुछ ध्वस्त हो जाता है। प्राचार्य ने कहा कि सद्भावना के मूल में भाव है और भावात्मक प्रक्रिया ही भौतिक प्रक्रिया का रूप लेकर समाजिक विकास का वाहक बनती है। उन्होंने कह कि विषमता भरे इस दौर में सद्भावना कहीं खो गयी लगती है, उसे सहेज कर मजबूत बनाने की जरूरत है।
वहीं, समाज शास्त्र विभागाध्यक्ष डा. सुबोध कुमार ठाकुर ने सद्भावना के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला। वहीं, डा. शिवनाथ महतो ने कहा कि कथनी और करनी में समानता बना कर ही समाज को मजबूत कर सकते हैं। केवल बोलने से ही कुछ नहीं होने वाला। प्रो. कमल नारायण यादव ने कहा कि भारत भूमि की ख्याति जगद्गुरु की रही है तथा यह अपने विश्व बंधुत्व के लिए विख्यात रहा है। लेकिन भ्रष्टाचारियों ने इसे समाप्त कर रहे हैं। इसे मजबूत किया जाना चाहिये। इससे पहले कालेज के स्वच्छताकर्मी बिंदेश्वर के पुत्र की नदी में डूब कर हुई असामयिक मृत्यु पर दो मिनट का मौन रखा गया। कार्यक्रम में जंतु विज्ञान के विभागाध्यक्ष प्रो. एनके सिंह, एनएसएस के प्रोग्राम पदाधिकारी डा. अशोक पाठक के अलावा छात्रा मालाश्री, निरंजन, नीतू आदि ने भी अपने विचार रखे। जबकि छात्र गोपाल तथा सज्जन आदि ने गीतों की प्रस्तुति की। धन्यवाद ज्ञापन अरुण कुमार ठाकुर ने किया।

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