फारबिसगंज (अररिया) : पंचायत चुनाव के बाद ग्रामीण क्षेत्रों में सामाजिक सौहार्द तार-तार होता नजर आ रहा है। मतदान की समाप्ति के बाद ही लगातार गांवों में ग्रामीणों के बीच मारपीट की घटनाएं प्रकाश में आ रही है जो पुलिस-प्रशासन के लिए मुश्किलें खड़ी कर रही है। मतदान के दिन ही ढ़ोलबज्जा पंचायत, किरकिचिया पंचायत, रामपुर दक्षिण सहित कई पंचायतों में प्रत्याशी समर्थकों के बीच मारपीट की घटना हुई। जबकि मतदान के बाद गुरुवार की संध्या भट्टाबाड़ी गांव में दो मुखिया समर्थकों के बीच हुई मारपीट की घटना में आधा दर्जन लोग जख्मी हो गए। भागकोहलिया पंचायत के किरतनिया चौक पर खैरखां पंचायत के ग्रामीण, जिप उम्मीदवार एवं मुखिया प्रत्याशी समर्थकों द्वारा मतदान कर्मियों को बंधक बनाकर मारपीट की घटना भी इस बात का ही परिणाम है। वहीं अम्हारा पंचायत में शुक्रवार की संध्या दो समुदायों के मुखिया प्रत्याशी समर्थकों के बीच हुई मारपीट ने तो गांव में तनाव एवं भय का माहौल उत्पन्न कर दिया है। भरगामा के धनेश्वरी गांव में मतदान के बाद चुनावी रंजिश में अरुण यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई, जबकि नरपतगंज प्रखंड के गांवों में भी मारपीट की सूचना है। एक ही गांवों में समर्थकों की अलग अलग गोलबंदी से गांवों में समरसता का भाव बिखरता हुआ नजर आ रहा है। हालाकि विभिन्न प्रखंडों में अलग-अलग तिथि में मतदान होने के कारण थानों में पुलिस पदाधिकारियों एवं जवानों की कमी है जिससे उन घटनाओं पर रोक लगाने में भी मुश्किलें आई हैं।
0 comments:
Post a Comment