अररिया : बाढ़ पूर्व तैयारी को लेकर जिला पदाधिकारी एम सरवणन ने सोमवार को आत्मन कक्ष में आपदा प्रबंधन की बैठक अधिकारियों के साथ की। बैठक में नाव की वस्तुस्थिति से लेकर टूटे हुए तटबंध व खाद्यान्न भंडारण की समीक्षा अंचलवार की गई। नाव की समीक्षा के क्रम में डीएम श्री सरवणन ने पाया कि वित्तीय वर्ष 09-10, 10-11 में सभी अंचल के लिए 80 नाव आवंटित किए गए थे। परंतु बैठक में 49 नाव का ही हिसाब दिया गया जिसमें कई नाव क्षतिग्रस्त होने की बात बताई गई। डीएम ने स्पष्ट किया कि जिला स्तर पर गठित जांच दल बुधवार को सभी अंचल में जाकर नावों का भौतिक सत्यापन कर रिपोर्ट देंगे। उन्होंने कहा कि अगर नाव घाट की जगह प्रखंड या अंचल में सड़ रहा है या फिर नाविकों का भुगतान रूका है या नाव पर बोर्ड आदि नहीं पाया गया तो उसकी मरम्मत अंचल पदाधिकारी के वेतन से कराया जाएगा तथा वैसे सीओ पर प्रपत्र क गठित किया जाएगा। डीएम ने नाव पर ट्रेनिंग प्राप्त नाविकों को रखने, प्लास्टिक शीट, आस-पास के प्रखंडों से प्राप्त करने, ऊंची शरण स्थली का शीघ्र चयन कर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया। उन्होंने आपदा प्रबंधन पदाधिकारी को महाजाल, दिया, सलाई, चूड़ा, गुड़, चना आदि के लिए शीघ्र दोबारा निविदा आमंत्रित करने का निर्देश दिया। जबकि जिला संख्यिकी पदाधिकारी मिथिलेश दास को जून माह के पहली तारीख से ही अंचलवार वर्षा मापी रिपोर्ट हर हाल में देने का निर्देश दिया। बैठक में बाढ़ पूर्व तैयारी के मद्देनजर सिविल सर्जन डा. सीके सिंह को प्रत्येक पीएचसी व अस्पताल में पर्याप्त मात्रा में दवाई उपलब्ध रखने, जिला पशुपालन पदाधिकारी को बाढ़ के पूर्व ही पशुओं के लिए चारा, दवा तथा पीएचईडी के ईई लाल बाबू महतो को शरण स्थली पर चापाकल तथा बाढ़ में महामारी रोकने के लिए ब्लिचिंग पाउडर व हेलोजेन, टेबलेट प्रचुर मात्रा में रखने का सख्त निर्देश दिया। बैठक में कटान स्थलों की सूची तैयार हुई तथा संबंधित विभाग को बाढ़ से पूर्व मरम्मत कराने का निर्देश दिया गया। मौके पर एसी कपिलेश्वर विश्वास, आपदा प्रबंधन पदाधिकारी नरेन्द्र कुमार सिंह, पीडब्लूडी ईई के.सी. ठाकुर, जल निस्सरण के ईई राजा राम, डीपीओ चन्द्र प्रकाश, खाद्य प्रबंधक डीसी मिश्रा, एडीपीआरओ योगेन्द्र लाल सहित सभी बीडीओ-सीओ मौजूद थे।
Tuesday, May 17, 2011
बाढ़ पूर्व तैयारी में कोताही बरतने वाले अधिकारी नपेगें: डीएम
अररिया : बाढ़ पूर्व तैयारी को लेकर जिला पदाधिकारी एम सरवणन ने सोमवार को आत्मन कक्ष में आपदा प्रबंधन की बैठक अधिकारियों के साथ की। बैठक में नाव की वस्तुस्थिति से लेकर टूटे हुए तटबंध व खाद्यान्न भंडारण की समीक्षा अंचलवार की गई। नाव की समीक्षा के क्रम में डीएम श्री सरवणन ने पाया कि वित्तीय वर्ष 09-10, 10-11 में सभी अंचल के लिए 80 नाव आवंटित किए गए थे। परंतु बैठक में 49 नाव का ही हिसाब दिया गया जिसमें कई नाव क्षतिग्रस्त होने की बात बताई गई। डीएम ने स्पष्ट किया कि जिला स्तर पर गठित जांच दल बुधवार को सभी अंचल में जाकर नावों का भौतिक सत्यापन कर रिपोर्ट देंगे। उन्होंने कहा कि अगर नाव घाट की जगह प्रखंड या अंचल में सड़ रहा है या फिर नाविकों का भुगतान रूका है या नाव पर बोर्ड आदि नहीं पाया गया तो उसकी मरम्मत अंचल पदाधिकारी के वेतन से कराया जाएगा तथा वैसे सीओ पर प्रपत्र क गठित किया जाएगा। डीएम ने नाव पर ट्रेनिंग प्राप्त नाविकों को रखने, प्लास्टिक शीट, आस-पास के प्रखंडों से प्राप्त करने, ऊंची शरण स्थली का शीघ्र चयन कर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया। उन्होंने आपदा प्रबंधन पदाधिकारी को महाजाल, दिया, सलाई, चूड़ा, गुड़, चना आदि के लिए शीघ्र दोबारा निविदा आमंत्रित करने का निर्देश दिया। जबकि जिला संख्यिकी पदाधिकारी मिथिलेश दास को जून माह के पहली तारीख से ही अंचलवार वर्षा मापी रिपोर्ट हर हाल में देने का निर्देश दिया। बैठक में बाढ़ पूर्व तैयारी के मद्देनजर सिविल सर्जन डा. सीके सिंह को प्रत्येक पीएचसी व अस्पताल में पर्याप्त मात्रा में दवाई उपलब्ध रखने, जिला पशुपालन पदाधिकारी को बाढ़ के पूर्व ही पशुओं के लिए चारा, दवा तथा पीएचईडी के ईई लाल बाबू महतो को शरण स्थली पर चापाकल तथा बाढ़ में महामारी रोकने के लिए ब्लिचिंग पाउडर व हेलोजेन, टेबलेट प्रचुर मात्रा में रखने का सख्त निर्देश दिया। बैठक में कटान स्थलों की सूची तैयार हुई तथा संबंधित विभाग को बाढ़ से पूर्व मरम्मत कराने का निर्देश दिया गया। मौके पर एसी कपिलेश्वर विश्वास, आपदा प्रबंधन पदाधिकारी नरेन्द्र कुमार सिंह, पीडब्लूडी ईई के.सी. ठाकुर, जल निस्सरण के ईई राजा राम, डीपीओ चन्द्र प्रकाश, खाद्य प्रबंधक डीसी मिश्रा, एडीपीआरओ योगेन्द्र लाल सहित सभी बीडीओ-सीओ मौजूद थे।
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