Wednesday, May 18, 2011

सफलता का रास्ता शार्ट कट नहीं होता : अभिमन्यु


कुर्साकांटा (अररिया) : यूपीएससी की परीक्षा 2010 में प्रखंड क्षेत्र के कुआड़ी निवासी कृष्ण चन्द्र गुप्त का पौत्र एवं भानु प्र. गुप्त का द्वितीय पुत्र अभिमन्यु ने 128वां स्थान प्राप्त कर क्षेत्र वासियों ही नहीं बल्कि जिले का नाम रोशन किया। इसके पूर्व भी भारतीय राजस्व सेवा में ये चयनित होकर राजस्व सेवा के तहत नागपुर में प्रशिक्षणरत हैं। अपनी सफलता का श्रेय वह माता-पिता व गुरुजनों को दिया। उन्होंने कहा कि प्रतियोगिता की तैयारी में छात्रों की असफलता से घबराना नहीं चाहिए। बल्कि जो कमी है उसे दूर करने का प्रयास किया जाना चाहिए। क्योंकि सफलता का रास्ता शार्ट कट नहीं होता है। संर्घष जारी रखना चाहिए। प्रतियोगिक छात्रों को उन्होंने बेसिक ज्ञान के लिए एनसीआरटी की पुस्तकों को उपयुक्त बताया। अपनी सफलता के बाद पहली बार अपने घर पहुंचे अभिमन्यु ने समाज के सभी वर्गो की सेवा की इच्छा व्यक्त की। वे भारत को एक विश्वशक्ति के रूप में देखना चाहता है। आज अभिमन्यु जिस मंजिल पर पहुंच चुका है उसके संदर्भ में उन्होंने कहा कि यह सफर काफी लंबा और संघर्षपूर्ण होता है। उचित मार्ग दर्शन एवं आत्मविश्वास ही संबल का काम करता है। चूंकि इसका क्षेत्र असिमित होता है। हर विषय पर अच्छी पकड़ एवं योजनाबद्ध तरीके से तैयारी होनी चाहिए। प्रत्येक वर्ष नए पैटर्न पर आधारित प्रश्न को हल करने होते हैं, अत: बेसिक ज्ञान ही आधार बनता है। 25 वर्षीय अभिमन्यु ने बताया कि साक्षात्कार के बाद भी वे पूर्ण आश्वस्त नहीं थे परंतु आशान्वित अवश्य थे।

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