Friday, December 9, 2011

मानक के अनुरूप नहीं चल रहा कस्तूरबा गांधी विद्यालय

अररिया : राज्य सरकार ने शिक्षा का अधिकार एक्ट लागू कर 0-14 वर्ष तक के बच्चों को अनिवार्य शिक्षा प्रदान करने की तैयारी कर चुकी है। लेकिन सर्वशिक्षा अभियान के तहत संचालित कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय की सच्चाई कुछ और ही बयां कर रही है। अररिया प्रखंड अंतर्गत उत्क्रमित मध्य विद्यालय जितवारपुर पटेगना में चल रहा कस्तूरबा गांधी विद्यालय में महीनों से छात्राओं की उपस्थित काफी कम है। जबकि एक कस्तूरबा स्कूल में 100 छात्राओं को रखने का निर्देश प्राप्त है। परंतु शुक्रवार को तो स्कूल में मात्र 28 छात्राएं ही मौजूद थी, यह उपस्थिति पंजी से स्पष्ट होता है। स्कूल में छात्राओं की अनुपस्थिति तो खुद अररिया बीईओ भी मानते हैं। बीईओ डा. बैजू झा ने भी कहा कि बुधवार को स्कूल में 48 छात्राएं थीं। पटेगना कस्तूरबा विद्यालय का संचालन विद्यालय शिक्षा समिति के द्वारा हो रहा है। समिति का क्रियाकलाप काफी खराब है, चलाने लायक नही है। यह बात एसएसए के डीपीओ विधानंद ठाकुर ने भी कही है। श्री ठाकुर ने बताया कि भवन निर्माण कार्य काफी विलंब से किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि हेडमास्टर से कारण पृच्छा की गयी थी, जो अप्राप्त है। अब निलबंन की अनुशंसा की जायेगी। लेकिन बीईओ डा. झा इससे परे कहते है कि जल्दी ही भवन बन जायेगा।

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