बसैटी (अररिया) : भले ही राज्य सरकार ने गुटखा पर प्रतिबंध लगा दिया हो इसका शौक रखने वालों को कोई कठिनाई नहीं हो रही। उन्हें हर प्रकार का गुटखा कुछ अधिक पैसे देकर आराम से मिल जाता है। हालांकि एक शर्त जरूर है कि दुकानदार जान पहचान का होना चाहिए।
जानकारों की मानें तो रानीगंज प्रखंड के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में गुटखा की धड़ल्ले से बिक्री हो रही है। अंतर सिर्फ इतना है कि पहले सामने लटकाकर बेचा करते थे। अब उसे छिपाकर रखते हैं। जान पहचान के ग्राहकों को ही दुगुने दाम में देते हैं। एक किराना दुकानदार नाम नही छापने के शर्त पर बताया कि जब से पाबंदी लगी है बिक्री तो कम हुआ है परंतु जिस गुटखे का पाकेट पहले 75 रु. के थोक भाव में मिलता था अब उसके लिए 150 रु. देना पड़ रहा है। पहले चार रू. में दो पुड़िया मधु देते थे अब पांच रु. में एक देते हैं तथा जान पहचान ग्राहकों को ही देते है। हां अनजान ग्राहकों को थोड़ी परेशानियों का सामना जरूर करना पड़ता है। ऐसा प्रतीत होता है कि गुटखा को पूरी तरह बंद करने में सरकारी तंत्र को थोड़ी मशक्कत करनी पड़ेगी।
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